शोध शिक्षणालय निदेशक द्वारा हाल ही में तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित मंडुवा जननद्रव्य दिवस में प्रतिभाग किया गया, जहां पर मंडुवा के 12,000 जननद्रव्यों का प्रक्षेत्र प्रदर्शन लगाया गया था।
डा. आनन्द सिंह जीना द्वारा स्वयं सभी जननद्रव्यों का चक्षु आंकलन कर पर्वतीय जलवायु के अनुरूप 450 से अधिक जननद्रव्यों का चयन किया गया है तथा राष्ट्रीय पादप आनुवांशिक संसाधन ब्यूरो के माध्यम से उक्त जननद्रव्यों के बीज प्राप्त करने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी है।
मंडुवा जननद्रव्यों के संकलन के साथ स्थानीय जननद्रव्यों को लेकर प्रजातीय विकास का शोध कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा। साथ ही मंडुवा में लगने वाले रोग व कीटों पर भी शोध कार्य किया जाना प्रस्तावित है।
निदेशक शोध डा. अजीत सिंह नैन ने बताया कि इस प्रकार जनरल बिपिन रावत पर्वतीय विकास शोध शिक्षणालय के पर्वतीय कृषि विकास के अपने उद्देश्यों के अनुरूप कार्यों को गति दी जा रही है और भविष्य में अन्य ‘श्रीअन्न’ फसलों पर भी शोध कार्य प्रारम्भ किए जायेंगे ताकि उत्तराखंड के किसानों की आर्थिकी को सुदृढ़ किया जा सके।
पंतनगर विश्वविद्यालय द्वारा पहले ही भारत सरकार की संस्था एपीडा के साथ एक करार किया जा चुका है जिनके अर्न्तगत पर्वतीय कृषि के उत्पादों के निर्यात की संभावनाओं को गति प्रदान की जा सके।
]]>इस बात की जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने दी उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी कल 13 अप्रैल 2024 को पीरूमदारा रामनगर एवं डीएवी कॉलेज रूड़की में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में विशाल चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगी।
प्रियंका गांधी की जनसभाओं में प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, सह प्रभारी दीपिका पाण्डेय, पार्टी के विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद, एआईसीसी व पीसीसी सदस्य, जिला एवं महानगर कांग्रेस अध्यक्ष, अनुषांगिक संगठन, विभाग व प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व पदाधिकारी गणों सहित हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता व आम जनता प्रतिभाग करेगी।
मथुरादत्त जोशी ने बताया कि प्रियंका गांधी नई दिल्ली से प्रातः 11ः50 बजे पीरूमदारा रामनगर (नैनीताल) पहुंचेंगी जहां पर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगी तथा अपरान्ह 15ः00 बजे डीएवी ग्राउंड रुड़की (हरिद्वार) में कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह रावत के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करने के उपरान्त नई दिल्ली को प्रस्थान करेंगी।
मथुरादत्त जोशी ने बताया कि प्रियंका गांधी की चुनावी जनसभा की तैयारी हेतु प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जोरदार तैयारियां शुरू की गई हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा एवं कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने आज रुड़की पहुंचकर जनसभा स्थल का दौरा कर जनसभा की तैयारियों का जायजा लिया।
उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी की चुनावी जनसभाओं में प्रदेशभर के हजारों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल होंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से प्रियंका गांधी की चुनावी जनसभाओं में भारी संख्या में पहुंचने का आह्वान किया है ताकि कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी के पांच न्याय पच्चीस गारंटियों का संदेश घर-घर पहुंच सकें।
]]>केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने सीमा में बसे गांवों को अंतिम गांव बताकर उनका विकास नहीं किया, पर प्रधानमंत्री जी ने सीमांत गांव को पहला गांव बताकर उनमें बुनियादी ढांचों का विकास किया। उन्होंने कहा हमारी सरकार बनने के बाद अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत का कद ऊंचा हुआ है। आज अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जब भारत बोलता है तो पूरी दुनिया कान खोल कर सुनती है। आज भारत विश्व की 11 वें स्थान की अर्थव्यवस्था से 5वें स्थान पर आ गया है और 2027 तक भारत विश्व की तीसरी बड़ा आर्थिक शक्ति बन जाएगा।
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में डबल रफ्तार के साथ उत्तराखंड का विकास हो रहा है। उन्होंने कहा भारत के 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं। उन्होंने कहा आज कोई दुश्मन देश यदि भारत को आंख दिखाता है तो उससे बड़ी आंख भारत दुश्मन देश को दिखाता है। भारत ने हमेशा से अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते बनाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा अटल बिहारी वाजपेई कहा करते थे – जिंदगी में दोस्त बदल जाते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं बदलता। इसलिए पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते बनाकर रखने चहिए। उन्होंने कहा हम सभी से अच्छे रिश्ते बनाने की कोशिश करते हैं। लेकिन हमारी कोशिश को कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए।
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि भाजपा जो कहती है वो करती है। हमने हर घोषणा पत्र में किए वादों को पूर्ण किया है। 1984 से भाजपा अपने घोषणा पत्र में कहती थी कि सदनों में बहुमत मिलने के बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा। जनता ने संसद के दोनों सदनों में भाजपा को बहुमत दिया और आज अयोध्या की धरती पर भव्य राम मंदिर बनकर तैयार है। प्रभु श्रीराम अपनी झोपड़ी से निकलकर भव्य महल में प्रवेश कर चुके हैं, भारत में राम राज्य आने का यह शुभ संकेत है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि आज की कांग्रेस के लोग एक दूसरे के कपड़े फाड़ रहे हैं। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राजनीति की पिच पर एकदम चैंपियन (ऑल राउंडर) की तरह नज़र आते हैं। उन्होंने कहा पुष्कर सिंह धामी जब बैटिंग करते हैं पिच पर टिकना और चौके छक्के लगाना जानते हैं। उन्होंने कहा पुष्कर सिंह धामी जब बोलिंग करते हैं तो अच्छों- अच्छों के विकेट उखाड़ देते हैं। उन्होंने कहा पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में सारी राजनीतिक पार्टियों को आउट कर दिया है। उन्होंने सभी से भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट को भारी मतों से विजय बनाकर सदन में भेजने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह का देवभूमि की जनता की ओर से काशीपुर आगमन पर हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि जनता के आशीर्वाद से सबको पता है कि पुनः भाजपा की सरकार बनने वाली है और मोदी जी ही प्रधानमंत्री बनने वाले हैं। उन्होंने कहा नैनीताल लोक सभा सीट की जनता जनार्दन ने अजय भट्ट को पुनः जिताने का मन बनाया है। उन्होंने कहा कि जनता के आशीर्वाद से निश्चित ही नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट सहित देवभूमि की पांचों सीटें, लक्ष्य को प्राप्त करने में सभी अपना योगदान देंगे।
]]>पीएम मोदी ने देवभूमि उत्तराखंड को विकसित बनाने का वादा किया तथा कहा कि इसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा बीते 10 वर्ष में जितना विकास उत्तराखंड का हुआ है, उतना आजादी के बाद के 60 साल में नहीं हुआ। आज उत्तराखंड हर प्रकार की आधुनिक कनेक्टिविटी से जुड़ रहा है। उत्तराखंड में भाजपा ने गरीबों को 85 हजार पक्के घर बनाकर दिए हैं। 12 लाख घरों तक पानी का कनेक्शन पहुंचाया है। यहां भाजपा सरकार ने साढ़े पांच लाख से ज्यादा शौचालयों का निर्माण कराया है। यहां की 5 लाख से ज्यादा महिलाओं को उज्जवला का मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है। राज्य में करीब 3 लाख लोगों को स्वामित्व योजना के तहत उनकी प्रॉपर्टी के कार्ड दिए गए हैं। भाजपा सरकार ने 35 लाख लोगों के बैंक खाते खुलवाए हैं, उन्हें बैंकों से जोड़ा है। उन्होंने कहा जब नीयत सही होती है, तो ऐसे ही काम होता है। इसलिए नीयत सही, तो नतीजे सही।
उन्होंने कहा कि जनता जानती है कि मोदी ने भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने की गारंटी दी है। जिसका मतलब है कि लोगों की कमाई बढ़ेगी, लोगों को नौकरी के अवसर बढ़ेंगे। इसका बहुत बड़ा लाभ उत्तराखंड को भी होगा। उन्होंने कहा मोदी की गारंटी यानि गारंटी पूरा होने की गारंटी। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने जनता से वादा किया था कि यहां एम्स का सैटेलाइट सेंटर बनेगा। जिसकी गारंटी पूरी होते दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा बाबा केदार के आशीर्वाद से उनके मुंह से निकला था कि ये दशक, उत्तराखंड का दशक होने वाला है। इसका प्रभाव भी धरातल में दिखाई देने लगा है। कमल निशान पर पड़ा उत्तराखंड की जनता का हर वोट, इसी संकल्प को और सशक्त करेगा। मोदी की गारंटी ने उत्तराखंड के घर-घर में सुविधा पहुंचाई है, लोगों का स्वाभिमान बढ़ाया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अपने तीसरे टर्म में आपका ये बेटा और बड़े काम करने जा रहा है। उनका लक्ष्य है कि जनता को 24 घंटे बिजली मिले, बिजली का बिल ज़ीरो हो और बिजली से कमाई भी हो। इसके लिए पीएम सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना शुरु की है। इसके तहत छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार मदद दे रही है। इससे 300 यूनिट तक फ्री बिजली मिलेगी। अगर बिजली बचती है, तो उसे सरकार खरीदेगी। उन्होंने कहा आपके इस सेवक ने बहनों के लिए नमो ड्रोन दीदी योजना भी बनाई है। इसके तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को लाखों रुपए का ड्रोन दिया जा रहा है। अब हमारी बहनें ड्रोन पायलट बनेंगी। इसका भी सीधा लाभ उत्तराखंड की मेरी बहनों-बेटियों को होगा। उन्होंने कहा मोदी मौज नहीं मेहनत करने के लिए पैदा हुआ है। उन्होंने कहा 10 साल में जो विकास हुआ, वो तो सिर्फ ट्रेलर है। अभी तो बहुत कुछ करना है। अभी तो हमें देश को बहुत आगे लेकर जाना है। अभी तो उत्तराखंड को बहुत आगे लेकर जाना है।
उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि केदारखंड की तरह ही मानसखंड भी देश और दुनिया में और अधिक परिचित हो। पिछले वर्ष वो आदि कैलाश गए थे। तब पूरे देश ने इस क्षेत्र के अद्भुत सामर्थ्य को देखा था। उत्तराखंड में खेती, पर्यटन या इंडस्ट्री, हर क्षेत्र में अभूतपूर्व संभावनाएं बनने जा रही हैं। उन्होंने कहा उत्तराखंड के नौजवानों का सपना ही मेरा संकल्प है। उन्होंने कहा बीते वर्षों में उत्तराखंड से पलायन रुका है। वो दिन दूर नहीं जब रोज़गार के लिए शहर गए साथी वापस लौटेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस, तुष्टिकरण के दल-दल में ऐसा धंस गई है कि कभी देशहित का नहीं सोच सकती। यही कांग्रेस है जो घुसपैठियों को बढ़ावा देती है। लेकिन जब भाजपा सीएए के माध्यम से मां भारती में आस्था रखने वालों को भारत की नागरिकता देती है, तो कांग्रेस को सबसे ज्यादा तकलीफ होती है। उन्होंने कहा इस क्षेत्र के लोग भी जानते हैं कि पाकिस्तान और बांग्लादेश से जो शरणार्थी आए हैं, उनमें से अधिकतर दलित परिवार हैं, सिख परिवार हैं, बंगाली परिवार हैं। लेकिन कांग्रेस इन लोगों को नागरिकता देने का विरोध कर रही है। कांग्रेस कितना भी विरोध करे, इन लोगों के पास अब मोदी की गारंटी है। उन्होंने कहा हमारा उत्तराखंड वीर माताओं की भूमि है जो वीर संतानों को जन्म देती है। यहां के वीर सपूत मां भारती की हर एक इंच जमीन के लिए अपने जान की बाजी लगा देते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड की धरती का संबंध गुरु नानक देव जी, गुरु गोविंद सिंह जी और उदासी संत गुरु रामराय जी से है। कांग्रेस ने देश का ऐसा बंटवारा किया कि गुरु नानक जी की जन्म स्थली भी हमसे छिन गई। बीजेपी सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर बनाकर, लोगों की जिंदगी आसान की है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार रहती तो आज भी पूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन नहीं मिल पाती। लेकिन मोदी ने सैनिक परिवारों को गारंटी दी थी और इसे पूरा करके दिखाया आज देशभर के सैनिक परिवारों को ओ.आर.ओ.पी के एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा मिल चुके हैं। इसमें से उत्तराखंड के भी हजारों परिवारों को लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा 2024 के इस चुनाव में अब स्पष्ट रूप से दो खेमें बन गए हैं। एक तरफ ईमानदारी और पारदर्शिता है, दूसरी तरफ भ्रष्टाचारियों का जमावड़ा है। ये भ्रष्टाचारी, मोदी को धमकी भी दे रहे हैं, गाली भी दे रहे हैं। मैं कहता हूं- भ्रष्टाचार हटाओ। वो कहते हैं- भ्रष्टाचारी बचाओ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले 5 साल, अभूतपूर्व काम के, और बड़े फैसलों के साल होंगे। लेकिन इसके लिए जनता ने मोदी को और मजबूत करना है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि उत्तराखंड की सारी सीटों पर भाजपा को ज्यादा से ज्यादा वोटों से विजय दिलानी है। नैनीताल-उधम सिंह नगर से अजय भट्ट जी, अल्मोड़ा से अजय टमटा जी, हरिद्वार से त्रिवेंद्र सिंह रावत जी, टिहरी गढ़वाल से श्रीमती माला राज लक्ष्मी जी और गढ़वाल से अनिल बलूनी जी को जिताना है। उन्होंने कहा सबने गांव में जाकर वहां के देवी-देवता के दरबार में मोदी की तरफ से माथा टेकना है। उन्होंने कहा लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमें अपना धर्म निभाना है, और अधिक से अधिक मतदान करना है।
]]>मुख्य अतिथि के रूप में पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान ने कहा कि शोध से प्राप्त परिणामों को पेटेन्ट के माध्यम जहां एक संकाय सदस्य या विद्यार्थी को व्यक्तिगत लाभ होता है वहीं संस्था का भी नाम होता है और पेटेन्ट का वाणिज्यीकरण होने से आय का स्रोत भी प्राप्त होता है। बौद्धिक सम्पदा अधिकार के अन्तर्गत आने वाले सभी पहलुओं के प्रति जागरूक होना समय की मांग है और नवोन्वेषण से वैज्ञानिक पेटेन्ट की संख्या में वृद्धि कर सकते है। उनके द्वारा बीटी काटन तथा ट्रांसजेनिक मस्टर्ड से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने बौद्धिक सम्पदा अधिकार के प्रति गहन जागरूकता हेतु आहवान किया।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता डा. जय प्रकाश मिश्रा, सी.ई.ओ., आई.पी.एम.सी. एवं आईसीएआर के पूर्व सहायक महानिदेशक (आई.पी.आर.) द्वारा बौद्धिक सम्पदा अधिकार के विभिन्न पहलुओं यथा आईपीआर की संकल्पना, पेटेन्ट का महत्व, ट्रिप्स एग्रीमेंट, पेटेन्ट का वाणिज्यीकरण, जैव प्रौद्योगिकी, जैव विविधता के संदर्भ में आईपीआर तथा कृषि में पेटेन्ट से संबंधित विषयों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया।
कुमाऊं विश्वविद्यालय के प्राध्यापक एवं आईपीआर समन्वयक डा. बीना पांडे द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में आईपीआर की सम्भावनाओं पर प्रकाश डालते हुए पेटेन्ट कापीराइट, ट्रेडमार्क, जियोग्राफिकल इन्डीकेशन्स आदि के बारे में प्रकाश डाला।
यूकोस्ट के वैज्ञानिक हिमांशु गोयल द्वारा पारम्परिक ज्ञान और बौद्धिक सम्पदा अधिकार के परिप्रेक्ष्य में विभिन्न क्षेत्रों में किस प्रकार से उसका संरक्षण और पेटेन्ट किया जा सकता है, के बारे में विस्तृत प्रकाश डाला गया।
डा. सुजीत कुमार यादव, प्राध्यापक, आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग, एस.के.आर.ए.यू., बीकानेर, राजस्थान द्वारा जियोग्राफिकल इन्डिकेशन्स को कृषि के क्षेत्र में बौद्धिक सम्पदा के संरक्षण के लिए टूल के बारे में वार्ता को प्रारम्भ करते हुए देश के विभिन्न राज्यों में उनके द्वारा विभिन्न उत्पादों के लिए जी.आई. पंजीकरण के बारे में प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड राज्य के 18 उत्पाद जी.आई. पंजीकृत है जबकि उत्तर प्रदेश में केवल 13 उत्पाद। जी.आई. पंजीकरण व्यक्तिगत नहीं होता यह समुदाय स्तर पर होता है।
कार्यशाला का प्रारम्भ आई.पी.आर. सेल के नोडल अधिकारी एवं समन्वयक डा. जे.पी. जायसवाल ने कार्यशाला में सभी उपस्थित जनों का स्वागत करते हुए आई.पी.आर. से संबंधित आधारभूत विषयों पर प्रकाश डाला और बताया कि बौद्धिक सम्पदा अधिकार के प्रति देश में जागरूकता बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि भारत विश्व के पेटेन्ट के मामले में छठें स्थान पर है।
इस कार्यशाला में विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता, निदेशक, संकाय सदस्य, विद्यार्थी तथा अन्य संस्थानों के संकाय सदस्य एवं विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन डा. रश्मि तिवारी, सहायक प्राध्यापक, पादप रोग विज्ञान और सहायक सी.ई.ओ., आई.पी.एम.सी. द्वारा किया गया।
]]>पी.एच.डी. पाठ्यक्रमों में अन्य राज्यों के अभ्यर्थी प्रवेश हेतु पेमेंट सीट्स एवं अन्य राज्य की सामान्य सीट्स के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सभी पाठ्यक्रमों से सम्बन्धित विस्तृत विवरण हेतु विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.gbpuat.ac.in अथवा प्रवेश पोर्टल www.gbpuat.org.in पर भी जा सकते हैं।
कश्मीरी विस्थापितों के वार्ड/कश्मीर घाटी के निवासी कश्मीरी पंडित तथा जम्मू एवं कश्मीर के निवासी केवल स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु आवेदन कर सकते है। स्नातक, स्नातकोत्तर, एमसीए व पी.एच.डी. पाठ्यक्रमों में ऑनलाइन आवेदन 01 अप्रैल 2024 से 30 अप्रैल 2024 तक कर सकते हैं।
एमबीए/एमबीए (एग्रीबिजनेस) तथा पी.एच.डी. (मैनेजमैंट) पाठ्यक्रम में प्रवेश CAT/CMAT की मेरिट के आधार पर किये जायेंगे, परन्तु आवेदन पत्र ऑनलाइन 01 अप्रैल 2024 से 30 अप्रैल 2024 तक भरे जायेंगे।
]]>नैनीताल सीट से भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट सादगी के साथ कलक्ट्रेट में नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंचे। अजय भट्ट के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, विधायक शिव अरोरा ने विक्टरी साइन दिखाया और नामांकन कक्ष में चले गए।
नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट से बीजेपी ने सांसद और केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट को मैदान में उतारा है। उनकी यहां से टक्कर कांग्रेस के प्रत्याशी प्रकाश जोशी से है। अजय भट्ट केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में इस वक्त रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री के रूप में दो अहम मंत्रालय संभाल रहे हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेसी नेता हरीश रावत को 3,39,096 वोटों से हराया था। उस साल यह प्रदेश में किसी एमपी की जीत का सबसे बड़ा अंतर था।
नैनीताल ऊधमसिंह नगर संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन करने से पूर्व अजय भट्ट ने परिवार सहित घर के नजदीक खाटू श्याम मंदिर में पूजा अर्चना की और भगवान का आशीर्वाद लिया।
]]>सूचना मिलते ही आनन फानन में पुलिस महाकमे के साथ घटना स्थल पर पहुंची जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्यवाही की और हत्यारों की तलाश में जुट गयी। घटना को लेकर सिख समाज में आक्रोश बना हुआ है हालांकि अभी स्थिति सामान्य है।
आपको बता दें कि बाबा तरसेम सिंह आज सुबह करीब 6ः30 बजे रोज की तरह ही गुरुद्वारे में मत्था टेकने के बाद लंगर हॉल के बाहर बैठे थे। इसी बीच बाइक पर दो पगड़ी धारी आए और बाबा को गोली मारकर भाग निकले। बाबा के दो गोली पेट और गर्दन पर लगी।
बाबा तरसेम सिंह को खटीमा ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई। स्वास्तिक अस्पताल में उनकी मौत की डॉक्टर ने पुष्टि की। इस घटना से क्षेत्र में तनाव फैल गया। पुलिस मौके पर पहुंच गई। गोली मारने वालों की तलाश की जा रही है। लेकिन उनका अभी कोई सुराग नहीं लग सकता है।
सूत्र बताते हैं कि कई विवाद पुलिस को पता लगे हैं जिनकी जांच की जा रही है। गौरतलब रहे कि बाबा तरसेम सिंह ने कुछ दिन पहले ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और उसमें उन्होंने अपनी जान माल को खतरा बताया था।
उत्तराखंड पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था एपी अंशुमान ने कहा है कि नानकमता गुरूद्वारा साहिब कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह के हत्यारों को पकड़ने के लिए एसटीएफ समेत पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं। हत्याकांड की जांच के लिए पुलिस मुख्यालय एसआईटी टीम भी कठित करेगा।
उधम सिंह नगर स्थित गुरूद्वारा नानकमता साहिब देश विदेश के लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है। यह गुरूद्वारा सिख धर्म के प्रथम गुरू नानक देव जी की तपोस्थली है। यहां हर वर्ष देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। इस घटना के बाद पूरे इलाके में दुःख का माहौल है।
]]>प्रदर्शनी में कुल 43 पशु हुए सम्मिलित
इस प्रदर्शनी में सांड वर्ग में भूपेन्द्र भारती का सांड; बछिया वर्ग में भूपेन्द्र भारती की बछिया; संकर शुष्क गाय वर्ग में डॉ. सलीम की गाय; गाभिन भैस वर्ग में डॉ. सलीम की भैस; स्वदेशी गाभिन गाय वर्ग में भूपेन्द्र भारती की गाय; स्वदेशी दुधारू गाय वर्ग में भूपेन्द्र भारती की गाय, भैस कटरा वर्ग में मोहम्मद आरिफ का कटरा; संकर गाभिन गाय वर्ग में हरदीप भल्ला की गाय एवं बकरा वर्ग में मोहम्मद आरिफ तथा संजय कांडपाल का बकरा प्रथम स्थान पर रहे। शुष्क बछिया वर्ग में रोहित यादव की बछिया; स्वदेशी बछिया वर्ग में राम प्रवेश की बछिया; स्वदेशी कटरा वर्ग में भूपेन्द्र भारती का कटरा एवं भैस वर्ग में मोहम्मद आरिफ की भैस द्वितीय स्थान पर रहे।
इस पशु-प्रदर्शनी के संयोजक, अधिष्ठाता पशुचिकित्सा, डॉ. एस.पी. सिंह एवं सह संयोजक डॉ. एस.सी. त्रिपाठी थे। निर्णायक मण्डल में डॉ. षिव प्रसाद, डॉ. जे.एल. सिंह, डॉ. आर.एस. बरवाल, डॉ. बी.एन. शाही एवं डॉ. अमित प्रसाद थे। इस कार्यक्रम के सहयोग में डॉ. एस.के. सिंह, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. राजीव रंजन एवं डॉ. सतीष कुमार का सहयोग रहा। महाविद्यालय के तृतीय एवं चतुर्थ वर्ष के छात्रों का भी विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम के अंत में पशुपालकों को पशु स्वास्थ्य संबंधित किट एवं मिनरल मिक्चर निःशुल्क बांटे गये।
]]>भगत सिंह कोश्यारी ने बताया कि उनका संबंध पंतनगर विश्वविद्यालय की स्थापना से ही रहा है। देश की आजादी के बाद आधी से ज्यादा आबादी गरीबी रेखा से नीचे थी और मध्यकाल में ऐसा समय भी आया था जिसमें खाने के लिए अमेरिका का पीएल 480 का सड़ा गेहूं उपयोग में लाया जाता था। विश्वविद्यालय की स्थापना के तीन-चार वर्षों बाद वैज्ञानिकों एवं किसान के अथक प्रयासों से विश्वविद्यालय में एक नई हरित क्रांति का जन्म हुआ जिसने भुखमरी को समाप्त किया। किसान एवं विज्ञान इन दोनों के सहयोग से आज हमारा देश खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर ही नहीं अपितु आज के समय में विभिन्न देशों में भी खाद्यान्न का निर्यात कर रहा है।
उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2047 तक हमारा देश विश्व का सबसे बड़ा खाद्यान्न भंडारण गृह होगा जो खाद्यान्न का इतना भंडारण कर लेगा कि किसान का एक भी दाना बर्बाद न होकर विश्व में खाद्यान्न की आवश्यकता की पूर्ति करेगा। प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिक एवं किसानों के बल पर ही यह संकल्प लिया है। उन्होंने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकां से आशा की कि अपनी सोच को दूरगामी रखकर नई-नई तकनीकों को विकसित करें, जिससे किसानों का पलायन रोका जा सके।
जीआई टैगिंग के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है जिससे किसानों को उचित मूल्य प्राप्त हो सके। उन्होंने वैज्ञानिकों को ऋषि की संज्ञा देते हुए कहा कि ऋषि अर्थात् वैज्ञानिक के बिना कृषि संभव नहीं है। विश्वविद्यालय ने कृषि के साथ-साथ पशुधन, मत्स्य एवं कुक्कुट आदि के क्षेत्रों में संयुक्त रूप से महारत हासिल की है।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का बीज, पंतनगर बीज का नाम देश में विख्यात है, जिसको किसान अधिक संख्या में खरीदने हेतु इस मेले में आते है। उन्होंने कहा कि किसान केवल मेहनत कर सकता है परन्तु वैज्ञानिक नई-नई तकनीकों का विकास कर किसानों के मध्य पहुंचाकर उनकी आय में बढ़ोत्तरी करा सकते है। उन्होंने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को जैविक खेती एवं प्राकृतिक खेती की दिशा में कार्य करने पर जोर दिया। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को शिक्षण कार्य से ऊपर भी सोच रखनी पड़ेगी जिससे विश्वविद्यालय को विश्वविख्यात बनाया जा सके।
कार्यक्रम में कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने स्वागत करते हुए उनकी उपस्थिति को सौभाग्यशाली बताया। उन्होंने कहा कि आप जमीन से जुड़े हुए और किसानों के प्रति बहुत लगाव रखते है तथा सदैव ही अच्छी सलाह देते है साथ ही विश्वविद्यालय के प्रति सकारात्मक सोच रखते है एवं वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित भी करते है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अपनी स्थापना के बाद से ही किसानों को नई-नई प्रजातियों के बीज उपलब्ध करा रहा, जिससे किसान लाभांवित हो रहें है।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा किसानों को 540 से ज्यादा उन्नत प्रजातियों के बीज उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा दलहन की सात प्रजातियां एवं दो अन्य प्रजातियां विकसित की है, जो किसानों तक पहुंचाई जा रही है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा नई-नई तकनीकों की जानकारी गोष्ठी एवं प्रशिक्षण के माध्यम से पहाड़ के दूर-दराज के किसानों तक पहुंचाया जा रहा है जिससे किसान उन तकनीकों को अपनाकर अपनी आय में वृद्धि कर रहे है। आज के समय में किसानां की ज्यादातर मांग विश्वविद्यालय का पंतनगर बीज है, जिसका किसान उपयोग कर अधिक उत्पादन प्राप्त कर रहा है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के 114वें किसान मेले में लगभग एक करोड़ के बीज का विक्रय किया गया था।
उद्घाटन सत्र के प्रारम्भ में निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. जितेन्द्र क्वात्रा ने सभी आगन्तुकों का स्वागत किया एवं मेले के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि किसान मेले में लगभग 375 बड़े एवं छोटे स्टाल लगाये गये है। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के निदेशक शोध डॉ. ए.एस. नैन ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मंचासीन अतिथियों द्वारा विभिन्न कृषि साहित्यों का विमोचन किया गया तथा उत्तराखंड के विभिन्न जिलों के कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से चयनित 9 कृषकों को सम्मानित किया गया। गांधी हाल में कुलसचिव, निदेशक गण, अधिष्ठाता गण, संकाय सदस्य, किसान, विद्यार्थी, वैज्ञानिक, शिक्षक, अधिकारी, विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि एवं अन्य आगंतुक उपस्थित थे। मेले में उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों के साथ-साथ अन्य प्रदेशों तथा नेपाल के किसान भी उपस्थित थे।
]]>