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प्रयागराज के आईजी केपी सिंह के मुताबिक, ‘हमें आश्रम से फोन आया कि महाराज फंदे से लटक गए हैं। जब हम यहां आए तो देखा कि नरेंद्र गिरि के देह जमीन पर थी, रस्सी पंखे में फंसी हुई थी और उनकी मृत्यु हो चुकी थी।’ ‘महंत ने एक बहुत विस्तृत सुसाइड नोट लिखा है, जहां उन्होंने अपना सामान सूचीबद्ध किया है। जो संबंधित लोगों को देना है, इसमें उनका वसीयतनामा भी है।’
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प्रयागराज के आईजी केपी सिंह के मुताबिक, ‘हमें आश्रम से फोन आया कि महाराज फंदे से लटक गए हैं। जब हम यहां आए तो देखा कि नरेंद्र गिरि के देह जमीन पर थी, रस्सी पंखे में फंसी हुई थी और उनकी मृत्यु हो चुकी थी।’ ‘महंत ने एक बहुत विस्तृत सुसाइड नोट लिखा है, जहां उन्होंने अपना सामान सूचीबद्ध किया है। जो संबंधित लोगों को देना है, इसमें उनका वसीयतनामा भी है।’
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