69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा हो चुकी है। इसमें उत्तराखंड की बेटी सृष्टि लखेरा की फिल्म ‘एक था गांव’ को बेस्ट नॉन फीचर फिल्म का अवॉर्ड मिला है। सृष्टि ने इस फिल्म का प्रोडक्शन और निर्देशन किया है।
‘रॉकेट्रीः द नंबी इफेक्ट’ को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला
सृष्टि लखेरा द्वारा निर्देशित ‘एक था गांव’ ने सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म का पुरस्कार जीता
अल्लू अर्जुन ने पुष्पा (द राइज पार्ट I) के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता, जबकि आलिया भट्ट और कृति सैनन सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार की संयुक्त विजेता बनीं
पंकज त्रिपाठी ने सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार जीता, जबकि पल्लवी जोशी को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार मिला
यह हमारा समय है, भारतीय फिल्मों को पूरी दुनिया में पहचान मिल रही है : केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर
69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा हो चुकी है। इसमें उत्तराखंड की बेटी सृष्टि लखेरा की फिल्म ‘एक था गांव’ को बेस्ट नॉन फीचर फिल्म का अवॉर्ड मिला है। सृष्टि ने इस फिल्म का प्रोडक्शन और निर्देशन किया है।
उत्तराखंड के टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के सेमला गांव निवासी सृष्टि लखेड़ा (35) की फिल्म ‘एक था गांव’ इससे पहले मुंबई एकेडमी ऑफ मूविंग इमेज (मामी) फिल्म महोत्सव के इंडिया गोल्ड श्रेणी में जगह बना चुकी है।
गढ़वाली और हिंदी भाषा में बनी इस फिल्म में घोस्ट विलेज (पलायन से खाली हो चुके गांव) की कहानी है। सृष्टि का परिवार ऋषिकेश में रहता है। सृष्टि के पिता बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. केएन लखेरा ने बताया, सृष्टि करीब 13 साल से फिल्म लाइन के क्षेत्र में कार्य कर रही हैं।
69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की जूरी ने वर्ष 2021 के विजेताओं की घोषणा की। घोषणा से पहले, अध्यक्ष और अन्य जूरी सदस्यों ने केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की और उनके समक्ष पुरस्कारों के लिए किए गए चयन को प्रस्तुत किया।
केन्द्रीय मंत्री ने परिश्रम के साथ सभी प्रविष्टियों की जांच करने और पुरस्कारों के लिए सर्वश्रेष्ठ का चयन करने के लिए जूरी को धन्यवाद दिया। बातचीत के दौरान मंत्री ने कहा, “हर श्रेणी की सभी फिल्मों के बीच बहुत कड़ी प्रतिस्पर्धा थी। मेरी बधाई और शुभकामनाएं विजेताओं के साथ हैं। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म निर्माता है। हमारे पास दुनिया का कंटेंट हब बनने की क्षमता है। यह हमारा समय है। आज हमारी फिल्मों को दुनिया भर में पहचान मिल रही है, चाहे वह बाफ्टा हो या ऑस्कर।”
जूरी में भारतीय सिने-जगत के प्रख्यात फिल्म निर्माता और फिल्मी हस्तियां शामिल थीं। पुरस्कारों की घोषणा केतन मेहता, अध्यक्ष, फीचर फिल्म्स जूरी, वसंत एस साई, अध्यक्ष, गैर-फीचर फिल्म जूरी,यतींद्र मिश्रा, सिनेमा जूरी पर सर्वश्रेष्ठ लेखन द्वारा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव नीरजा शेखर की उपस्थिति में की गई।
सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार ‘रॉकेट्री : द नांबी इफेक्ट’ को दिया गया है और सृष्टि लखेरा द्वारा निर्देशित ‘एक था गांव’ ने सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म का पुरस्कार हासिल किया है।
‘द कश्मीर फाइल्स’ को राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जबकि ‘आरआरआर’ को संपूर्ण मनोरंजन प्रदान करने वाली सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार मिला है।
अल्लू अर्जुन ने फिल्म पुष्पा (द राइज पार्ट वन) में अपने शानदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता है, जबकि आलिया भट्ट और कृति सैनन क्रमशः ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ और ‘मिमी’ के लिएसर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार की संयुक्त विजेता बनीं हैं।
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