लॉकडाउन में भी नहीं थमी कलम, ललित शौर्य को ‘कोरोना वॉरियर्स’ के लिए मिलेगा बाल साहित्य श्री सम्मान

पढ़ाई में बीटेक किया पर लिखने के अपने शौक को नहीं छोड़ा। लॉकडाउन में भी वह सफेद पन्नों पर आसपास की घटनाओं को बुनते रहे। जी हां, पिथौरागढ़ उत्तराखंड के रहने वाले शौर्य के बाल साहित्य को प्रतिष्ठित सम्मान देने की घोषणा हुई है।