उत्तराखंड के लोग देश-दुनिया में अपने हुनर का डंका बजा रहे है। हर क्षेत्र में यह लोग उत्तराखंड के गौरव बढ़ा रहे हैं। इसी सिलसिले में उत्तराखंड के टॉप 50 उद्योगपतियों के सम्मान में दिल्ली के कोटा नेवल ऑफीसर मेस में हिल मेल द्वारा एक कार्य्रकम का आयोजन किया गया। जिसमें उद्योगपतियों के साथ-साथ उत्तराखंड के गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।
उत्तराखंड के लोग देश-दुनिया में अपने हुनर का डंका बजा रहे है। हर क्षेत्र में यह लोग उत्तराखंड के गौरव बढ़ा रहे हैं। इसी सिलसिले में उत्तराखंड के टॉप 50 उद्योगपतियों के सम्मान में दिल्ली के कोटा नेवल ऑफीसर मेस में हिल मेल द्वारा एक कार्य्रकम का आयोजन किया गया। जिसमें उद्योगपतियों के साथ-साथ उत्तराखंड के गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।इस कार्यक्रम में सांसद राज्य सभा और बीजेपी के मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी भी मौजूद रहे। इस अवसर पर कई बातों पर चर्चा की गई जिसमें अनिल बलूनी ने कहा कि ‘मेरा गांव, मेरा वोट’ के तहत गांवों में दो साल के भीतर पांच लाख वोटर्स बनाने होंगे। उन्होंने कहा कि मैदानी क्षेत्र में वोट की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है जबकि पहाड़ो में वोट लगातार घटते जा रहे है और यही कारण है कि पहाड़ो में सीटे कम होती जा रही है। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि जो भी दिल्ली, देहरादून और राज्य और देश के किसी भी कोने में रह रहे हैं वह अपना वोट अपने गांव में बनाये जिससे कि हमारे पहाड़ी राज्य का अस्तित्व बना रहेगा। अगर ऐसा नहीं किया गया तो अपने पहले यूपी वाले दौर में चले जायेंगे और जिस उद्देश्य से उत्तराखंड राज्य का गठन किया गया था वह हमारा सपना पूरा नही होगा और हमारे पहाड़ी राज्य का अस्तित्व समाप्त हो जायेगा।सांसद अनिल बलूनी ने कार्यक्रम में आये सभी लोगों से अपील की कि वह अपना वोट अपने गांव में बनायें, जिससे कि आगे जब भी यहां पर परिसीमन होगा तो हमारे यहां की सीटों में कमी नहीं होगी और पहाड़ के लोगों का प्रतिनिधित्व बना रहेगा। इसके लिए हम सबको मिलकर ‘एक अभियान पहाड़ों की ओर लौटने का’ के अभियान को आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि वह लगातार पहाड़ों की तरफ लौटने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन करवा चुके है। उनका कहना है कि यह अभियान तभी सम्भव होगा जब हर व्यक्ति इस अभियान से जुड़कर ज्यादा से ज्यादा इसका प्रचार प्रसार करेगा। ‘मेरा गांव, मेरा वोट’ अभियान को काफी लोगों का समर्थन भी मिला है जिसमें प्रसून जोशी भी एक हैं।इस कार्यक्रम में बीजेपी के राज्यसभा सांसद और मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी के अलावा जीएमआर ग्रुप के सीईओ अश्विनी लोहानी, संसद के संयुक्त सचिव (सुरक्षा) आईपीएस रघुवीर लाल, एयर मार्शल वीपीएस राणा, आईटीबीपी के एडीजी मनोज रावत, पीएनजीआरबी के मेंबर गजेंद्र सिह, एसीपी ललित मोहन, एम्स के मुख्य सुरक्षा अधिकारी राजदीप रावत, सीबीआई के मुख्य सूचना अधिकारी रमेश जोशी, एसकेपी प्रोजेक्ट के सीएमडी सुरेश चंद्र पांडे, सुप्रीम एडवरटाइजिंग के सीएमडी गजेंद्र सिंह रावत, स्टार्टअप्स एंड बिजनेस ग्रुप्स के मेंटर पूरन टम्टा, बजाज के ग्रुप अध्यक्ष एवं दीर्घायु हिमालय आर्गेनिक के फाउंडर निदेशक तारा चंद्र उप्रेती, डीपीएमआई के चैयरमैन डाॅ विनोद बछेती, पीएमएस कंसलटिंग के संस्थापक विनोद पांडे, वास्तु कंसलटेंट और न्यूमेरोलाॅजिस्ट सुशील चंद्र बलूनी, सिद्धि इंटरनेशनल के निदेशक गोपाल उनियाल, राज एंटरप्राइजेज के संस्थापक जसबीर सिंह बिष्ट, इंडियन अचीवर्स फोरम के अध्यक्ष हरीश चंद्र उनियाल, टूरिज्म इंटरप्राइजेज के संस्थापक रवि गुसाईं, मांगल डाॅट काॅम के संस्थापक विजय भट्ट, एग्रो इंडस्ट्री एंड प्रोगेसिव काॅर्मिंग के गोपाल दत्त उप्रेती, जेएसजीआर के महाप्रबंधक मनोज सिंह धपोला, ओएनजीसी के एचआर मैनेजर डीएस भंडारी, विस्तारा एयरलाइंस के मनमोहन बहुखंडी, इंदिरा गांधी कला केंद्र के मीडिया हेड अनुराग पुनेठा, बीजेपी मीडिया के सतीश लखेरा, आलोक भट्ट, कमांडर मनीष कुंडू, हिल मेल के संपादक वाईएस बिष्ट समेत विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों ने उत्तराखंड में विकास की दशा-दिशा पर चर्चा की और अपने विचार रखे।
इस कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों का पहाड़ी टोपी पहनाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर सांसद अनिल बलूनी को हिल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इसके अलावा कार्यक्रम में हिल मेल के अप्रैल अंक ‘शिखर पर उत्तराखंडी, टाॅप 50 उद्यमी’ का भी विमोचन किया गया। यह अंक में उत्तराखंड के 50 उद्यमियों के बारे में है जो कि देश और विदेश में अपने उत्तराखंड का नाम रौशन कर रहे हैं। इनमें से कई उद्यमियों ने इस आयोजन में हिस्सा लिया और अपने जीवन के कुछ पलों को बताया कि उन्होंने किस प्रकार से इस मुकाम को हासिल किया।
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J P Dhaundiyal
May 22, 2022, 3:31 pmVery interesting event. This set of Uttarakhandi entrepreneurs in the company of Shri Anil Balooni and noted personalities and domain experts is a welcome step. The churning of thoughts in such a elite group is surely going to yield results. I feel this type of associations should be continuous process. Best Wishes.
REPLYJP Dhaundiyal