भारत सरकार ने शीर्ष नौकरशाही में फेरबदल किया है। उत्तराखंड मूल के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुधांश पंत देश के नए स्वास्थ्य सचिव होंगे वह राजेश भूषण का स्थान लेंगे।
राजस्थान कैडर से 1991 बैच के आईएएस अधिकारी सुधांश पंत मौजूदा समय में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के सचिव थे उन्हें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी के तौर पर नियुक्त किया गया है और वह 31 जुलाई को स्वास्थ्य सचिव का कार्यभाल संभालेंगे।
वर्तमान स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण 31 जुलाई को सेवानिवृत हो रहे हैं उसके बाद सुधांश पंत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव का पदभार ग्रहण करेंगे।
इससे पहले सुधांश पंत को पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के सचिव के पद पर नियुक्त किया गया था। सुधांश पंत कोरोना काल में स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर भी रह चुके हैं और उन्होंने कोरोना काल में स्वास्थ्य मंत्रालय में रहते हुए प्रमुख भूमिका निभाई थी। वह एक कर्मठ, जुझारू और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी है।
सुधाश पंत के स्वास्थ्य सेक्टर के प्लान अनुभव और उसके क्रियान्वयन के अच्छे रिकॉर्ड को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उन्हें प्रतिनियुक्ति पर बुलाया था। उन्होंने कोरोना के फैलते संक्रमण को कंटोल करने में मंत्रालय की मदद की। पिछले पांच साल के दौरान सुधाश पंत ने दवा और मेडिकल डिवाइस की कीमतें कम करने से लेकर कई महत्वपूर्ण बिल के डाफ्ट को तैयार किया जो अब अस्तित्व में आ चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर रहते हुए पंत ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के स्थान पर नेशनल मेडिकल कमीशन का बिल तैयार किया था, यह बिल राज्यसभा में पास हो चुका है और देशभर में एक साथ 75 मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए प्लानिंग बनाने का काम भी सुधाश पंत के स्तर पर किया गया था।
सुधांश पंत ने इससे पहले जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भू जल विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी रहते हुए राजस्थान के विकास में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने घर-घर नल कनेक्शन के काम करवाए ताकि लोगों को इस मिशन से पेयजल की सुविधा का पूरा लाभ मिले। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जल जीवन मिशन के तहत विषम परिस्थिति को देखते हुए स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्रों को पेयजल से जोड़ने का काम करें।
मूलरूप से पिथौरागढ़ जिले के खंतोली बेरीनाग निवासी बिजली विभाग के मुख्य अभियंता रहे जेसी पंत व गृहणी वीणा पंत के बेटे हैं। 12वीं तक की शिक्षा नैनीताल के सेंट जोसेफ कॉलेज करने के बाद आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने भी कोरोना महामारी में अहम् भूमिका निभाई है। जब विश्व के कई देशों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे थे और चीन, जापान में सबसे ज्यादा कोरोना के केस सामने आ रहे थे। तब भारत सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी थी और इन कामों को आगे बढाने में स्वास्थ्य सचिव की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी।
स्वास्थ्य सचिव ने केंद्र और राज्यों सरकार के बीच तालमेल बनाये रखने में अहम योगदान दिया। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमें कहा गया था कि जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, कोरिया, ब्राजील और चीन में मामलों में अचानक तेजी को देखते हुए देश में आए जाने वाले पॉजिटिव केसों के सैंपल्स की की जीनोम सिक्वेंसिंग कराना जरूरी है। भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) नेटवर्क के माध्यम से कोरोना के खतरनाक वैरिएंट को ट्रैक करने के लिए ऐसा करना जरूरी था।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया था ताकि जहां तक संभव हो सभी कोरोना पॉजिटिव मामलों के नमूने दैनिक आधार पर INSACOG जीनोम सीक्वेंसिंग प्रयोगशालाओं (IGSLs) को भेजे गये और सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए इन प्रयोगशालाओं को मैप किया गया था। जिससे सरकार को कोरोना के मामलों को रोकने में काफी सफलता भी मिली थी।
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