भारत सरकार के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय के कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग के कृषि वैज्ञानिक चयन मण्डल के अध्यक्ष के रूप में विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र डा. संजय कुमार ने कार्यभार ग्रहण किया।
भारत सरकार के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय के कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग के कृषि वैज्ञानिक चयन मण्डल के अध्यक्ष के रूप में विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र डा. संजय कुमार ने कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने मास्टर एवं पी.एचडी. की डिग्री क्रमशः पन्तनगर विश्वविद्यालय एवं भारतीय कृषि शोध संस्थान, नई दिल्ली से प्राप्त की।
डा. संजय कुमार ने वर्ष 1990 में सीएसआईआर-आईएचबीटी में वैज्ञानिक-बी के रूप में; टैक्सास टैक यूनिवर्सिटी (यूएसए); रोथम स्टेट रिसर्च (यूके); कैनसस स्टेट यूनिवर्सिटी (यूएसए) में पोस्ट-डाक्टरल प्रशिक्षण प्राप्त किया।
उनके प्रमुख योगदानों में एक नवीन कार्बन फिक्षेसन पाथवे की खोज और एक हैटेरोलोगश प्रणाली में इसका प्रत्यारोण शामिल है, जिससे फोटोरेस्पिरेटरी क्षति को कम किया जा सके, जिससे प्रकाश संश्लेषण लाभ और उपज में वृद्धि हो सके। अधिक ऊंचाई वाले पौधों से आटोक्लेवेवल सुपरऑक्साइड डिसम्यूटेज के लक्षण वर्णन एवं संशोधन की खोज की।
उन्होंने 25 एम.एस.सी., पी.एच.डी. विद्यार्थियों को मार्गदर्शन किया, उनके पास कई अन्तर्राष्ट्रीय पेटेंट हैं और 150 से अधिक शोध/समीक्षा लेख, पुस्तक अध्याय, संपादित पुस्तक आदि शामिल हैं।
वह नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज, नेशनल एकेडमी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज व क्रॉप इम्प्रूवमेंट सोसाइटी ऑफ इंडिया के फेलो हैं।
उन्होंने कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए प्रतिष्ठित वीएएसवीआईके इन्डस्ट्रीयल रिसर्च अवार्ड 2013, आर.डी. अशाना इण्डोमेन्ट लेक्चर अवार्ड, प्रोफेसर जी.वी. जोशी मेमोरियल लेक्चर अवार्ड; तेल उद्योग में योगदान के लिए अल्ट्रा इन्टरनैशनल टीम अवार्ड, सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट इन सीएसआईआर लिडरशिप प्रोग्राम एवं भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी द्वारा युवा वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित किये गये है।
डा. संजय कुमार 11 जून 2015 को सीएसआईआर-आईएचबीटी, पालमपुर के निदेशक के रूप में विज्ञान की विभिन्न विधाओं में योगदान कर रहे थे। निदेशक के रूप में किसानों को सशक्त बनाने के लिए देश में हींग और मोंक फल की सफल खरीद की शुरूआत की और गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में केसर और सेब के खेती की भी शुरूआत की।
उन्होंने विभिन्न एजेंसियों से वित्तीय संसाधन जुटाकर और संबंधित राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विभाग/एजेंसी/संस्थानों के साथ जुड़कर कार्य किया।
डा. जे.पी. जायसवाल, सचिव एवं प्रमुख समन्वयक, 4ए ने बताया कि डा. कुमार को विश्वविद्यालय की एल्युमिनाई एसोसिएसन ‘एलुमनी अल्मामेटर एडवांसमेंट एसोसिएशन (4ए)’ पंतनगर द्वारा वर्ष 2020 में विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के आउटस्टेंडिंग एल्युमिनस अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
विश्वविद्यालय के कुलपति एवं 4ए के अध्यक्ष डा. मनमोहन सिंह चौहान ने डा. संजय कुमार के भारत वर्ष के इस प्रतिष्ठित संस्थान के अध्यक्ष के रूप में चयन को पन्तनगर विश्वविद्यालय के लिए एक गौरव की बात बताई और उनके सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दी।
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