देश की तीनों सेनाओं के प्रमुखों का IAF से खास कनेक्शन, पढ़ें रोचक स्टोरी

देश की तीनों सेनाओं के प्रमुखों का IAF से खास कनेक्शन, पढ़ें रोचक स्टोरी

देश की ताकतवर सेना को 31 दिसंबर को नए मुखिया मिलने वाले हैं। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे इसी दिन मौजूदा आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत की जगह लेंगे। कम लोगों को ही पता होगा कि तीनों सेनाओं के मुखिया में तब एक बात कॉमन

देश की ताकतवर सेना को 31 दिसंबर को नए मुखिया मिलने वाले हैं। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे इसी दिन मौजूदा आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत की जगह लेंगे। कम लोगों को ही पता होगा कि तीनों सेनाओं के मुखिया में तब एक बात कॉमन होगी और वह है कि तीनों एक ही बैच के और अच्छे दोस्त हैं। इसके अलावा तीनों चीफ्स का IAF कनेक्शन भी खास है। दरअसल, तीनों अफसरों के पिता भारतीय वायु सेना में सेवा दे चुके हैं।

बचपन से गहरी दोस्ती

लेफ्टिनेंट जनरल नरवाणे के पिता और नेवी चीफ एडमिरल केबी सिंह के पिता एयर फोर्स में एक साथ सेवा में थे और अच्छे दोस्त भी थे। पिता के बीच घनिष्ठता के कारण लेफ्टिनेंट जनरल नरवाणे और एडमिरल करमबीर एक दूसरे को लंबे समय से या कहें कि बचपन से जानते हैं।

एक साथ NDA में, 44 साल बाद चीफ

ऐडमिरल करमबीर सिंह और एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया एनडीए में नरवाणे के कोर्समेट थे। 17 साल की उम्र में 1976 में नेशनल डिफेंस अकादमी को तीनों ने जॉइन किया था। उन्हें भी शायद ही अंदाजा रहा होगा कि एक दिन ये बैचमेट एक साथ तीनों सेनाओं के चीफ बनेंगे। 44 साल बाद तीनों दोस्त अपनी-अपनी सर्विस में शीर्ष पर हैं।

आपको बता दें कि ऐडमिरल सिंह 31 मई को देश के 24वें नेवी चीफ बने थे और उनके वाइट यूनिफॉर्म पर हेलिकॉप्टर पायलट का विंग है। एयर चीफ मार्शल भदौरिया 30 सितंबर को एयर फोर्स के चीफ बने और उनके ब्लू यूनिफॉर्म पर फाइटर पायलट का विंग है।

अब लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे इस महीने के आखिर में 28वें आर्मी चीफ की जिम्मेदारी संभालेंगे। उनके ओलाइव-ग्रीन यूनिफॉर्म पर पैराट्रूपर विंग है। तीनों एनडीए के 56वें कोर्स का हिस्सा थे। एनडीए कैडेट के तौर पर 3 साल का कोर्स पूरा करने के बाद तीनों अपने-अपने सर्विस अकैडमी में पहुंचे जहां जून-जुलाई 1980 में ऑफिसर्स के तौर पर कमिशंड हुए।

जानकारों की मानें तो यह दुर्लभ संयोग है जब एनडीए के 3 कोर्समेट अपनी-अपनी सेनाओं के प्रमुख बनें क्योंकि इसके लिए करियर के साथ बहुत सी चीजें मायने रखती हैं।

ऐडमिरल सिंह और लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे एनडीए जॉइन करने से पहले के दोस्त हैं क्योंकि दोनों ने कुछ साल एक ही स्कूल में पढ़ाई की थी।

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