प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने धारचूला (भारत) – धारचूला (नेपाल) में महाकाली नदी पर पुल के निर्माण के लिए दोनों देशों के बीच समझौता ज्ञापन को मंजूरी दे दी है। इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने से दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध और बेहतर होंगे।
भारत पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में महाकाली नदी पर पुल का निर्माण करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में यह अहम निर्णय लिया गया। नेपाल को जोड़ने वाले इस पुल के निर्माण के लिए दोनों देशों के बीच जल्द ही समझौता ज्ञापन साइन किया जाएगा। यह पुल तीन साल में बनकर तैयार होगा। कैबिनेट बैठक में लिए गए इस निर्णय की जानकारी केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने दी।
धारचूला में भारत-नेपाल के बीच पुल निर्माण से धारचूला के सीमांत निवासियों के साथ-साथ सीमांत नेपाली नागरिकों को भी फायदा होगा, जिससे भारत-नेपाल के रोटी-बेटी एवं व्यापारिक संबंधों को मजबूती मिलेगी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी और भारत सरकार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इससे भारत व नेपाल के रिश्ते और मजबूत होंगे।
उल्लेखनीय है छारछुम (धारचूला) और धाप (नेपाल) के मध्य लगभग 110 मीटर टू-लेन सड़क पुल के निर्माण के लिए पीडब्लूडी द्वारा मिट्टी की जांच, हाइड्रोलॉजी विश्लेषण हेतु डीपीआर, आईआईटी दिल्ली को भेजी गई थी।
घनिष्ठ पड़ोसियों के रूप में, भारत और नेपाल के बीच मित्रता तथा सहयोग का अनूठा संबंध है, जो एक खुली सीमा के साथ-साथ जन-जन के बीच गहरे संबंधों और संस्कृति से प्रमाणित है। भारत और नेपाल दोनों सार्क, बिम्सटेक जैसे विभिन्न क्षेत्रीय मंचों के साथ-साथ वैश्विक मंचों पर एक साथ काम कर रहे हैं।
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