[fvplayer id=”10″]
द्वाराहाट से लगभग 10-11 कि.मी. की दूरी पर नागार्जुन (नगार्झण) गांव में स्थित श्री नागार्जुन देव का प्राचीन विष्णु मंदिर उत्तराखंड के उन प्राचीन ऐतिहासिक मंदिरों में परिगणित है, जिसका उल्लेख स्कंदपुराणान्तर्गत ‘मानसखंड’ में भी मिलता है। उत्तराखंड के पौराणिक भूगोल की दृष्टि से यही स्थान ‘सुरभि’ नदी का उद्गम स्थान है, जो दक्षिण की ओर बहती हुई विभांडेश्वर क्षेत्र में ‘नंदिनी’ नदी से संगम करती है।
READ MOREप्रकृति की गोद में रची बसी हमारी देवभूमि, अप्रतिम प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। यहां की जीवन शैली में जल, जंगल, पहाड़ और नदी नालों का विशेष महत्व है। यहां से निकलने वाली नदियां पूरे देश को जीवन प्रदान करती हैं और यहां के जंगलों की हवा जलवायु सरंक्षण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अब हम जल, जंगल, जलवायु, जीवन… को एक सीरीज के रूप में निकाल रहे हैं। इस श्रंखला में हम अपने जल, जंगल को कैसे बचा सकते हैं उस बारे में विस्तृत से बताया जायेगा।
READ MOREमेरे परिवार का कोई भी व्यक्ति सेना में नहीं है, लेकिन इस महान भारतीय सेना का हिस्सा होने पर मैं अपने आपको बहुत भाग्यशाली समझता हूं और यह वास्तव में मेरा एक सपना था जो पूरा हुआ था। डेढ़ साल के प्रशिक्षण के बाद, भारतीय सेना की एक सर्वश्रेष्ठ रेजीमेंट, डोगरा रेजीमेंट की 7वीं बटालियन में कमीशन किया। अंत में 31 अगस्त 2021 में सेना मुख्यालय के आईएचक्यू से एडीजी टीए के पद से सेवानिवृत्त हुआ।
READ MOREहर इंसान और समाज अपने समपन्न और सुखी जीवन के लिए में आत्मनिर्भर बनना चाहता है। ठीक उसी तरह सुरक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना, हर राष्ट्र का सपना होता है। आज पूरे विश्व में खरबों डॉलर का व्यापार रक्षा-सामाग्री के क्रय-विक्रय में होता है। दूसरे विश्व युद्ध के बाद आज रूस-युक्रेन युद्ध से यूरोप की रक्षा, ऊर्जा और वित्तीत परिस्थितियों में बड़ा परिवर्तन हुआ है। जिस वजह से कई यूरोपीय देश अपनी सुरक्षा को मजबूत बनाने हेतु बड़ी मात्रा में युद्ध सामाग्री में वृद्धि कर रहे हैं और जाहिर है कि इस प्रक्रिया में खरबों डॉलर का व्यापार होगा। परिस्थिति कुछ भी हो युद्ध सामाग्री आयात से देशों की अर्थव्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पढ़ता है। भारत भी रक्षा सामग्री के आयात से वंचित नहीं है।
READ MOREभारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने 1999-2000 तक किबिथु में कर्नल के रूप में अपनी बटालियन 5/11 गोरखा राइफल्स की कमान संभाली और क्षेत्र की सुरक्षा संरचना को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी दूरदर्शिता ने क्षेत्र में ढांचागत विकास और सामाजिक विकास को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे स्थानीय आबादी को बहुत फायदा हुआ। उनकी उत्कृष्ठ सेवाओं के लिए सीडीएस दिवंगत जनरल बिपिन रावत को 10 सितम्बर 2022 को सम्मान दिया गया। अरुणाचल प्रदेश के किबिथु में एक सैन्य स्टेशन और सड़क को उनका नाम दिया गया।
READ MOREएनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने आदिवासी महिला राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद एक नया इतिहास रच दिया है। वह देश के 15वें राष्ट्रपति का चुनाव जीत गई हैं। उन्होंने विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराया। महामहिम मुर्मू नए राष्ट्रपति के रूप में 25 जुलाई को शपथ लेंगी। वर्तमान राष्ट्रपति का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
READ MORE[fvplayer id=”10″]
उत्तराखंड के लाल अपनी काबिलियत के बल पर उच्च पदों पर विराजमान हैं उनमें से एक नाम भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) पूर्व एडीजी मनोज सिंह रावत का भी है। वह आईटीबीपी से इस रैंक पर प्रोन्नति पाने वाले बल के पहले अधिकारी थे। 1986 बैच के आईटीबीपी कैडर के अधिकारी मनोज सिंह रावत के पास देश, विदेश में फील्ड और प्रशिक्षण का व्यापक अनुभव रहा है।
READ MOREनई दिल्ली में हिल मेल फाउंडेशन द्वारा आयोजित ’रैबार 2022 “विजन फॉर न्यू उत्तराखण्ड 2030“ वैचारिक मंथन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मनजीत नेगी द्वारा लिखित ’महायोद्धा की महागाथा’ पुस्तक का विमोचन किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, सांसद अनिल बलूनी, चीफ ऑफ डिफेंस जनरल अनिल चौहान, उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, डीजी इंडियन स्पेस एसोसिएशन लेफ्टिनेंट जनरल अनिल भट्ट और प्रसिद्ध गीतकार प्रसून जोशी, एडीएमए के सदस्य राजेंद्र सिंह, डॉ मनमोहन सिंह चौहान सहित कई शख्सियतों ने शिकरत की।
READ MORE