सुरंग में फंसे लोगों को सकुशल बाहर निकालना पहली प्राथमिकता : सीएम धामी

सुरंग में फंसे लोगों को सकुशल बाहर निकालना पहली प्राथमिकता : सीएम धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिलक्यारा सुरंग के भीतर हुए भू धंसाव स्थल का निरीक्षण कर राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सुरंग में फंसे मजदूरों को जल्द सुरक्षित निकालना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, जिसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं।

लोकेंद्र सिंह बिष्ट, उत्तरकाशी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहत और बचाव अभियान में जुटे अधिकारियों और विभिन्न एजेंसियों को परस्पर बेहतर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य पूरी तेजी से चलाने के निर्देश देते हुए कहा की अभियान के लिए बाहर से जिस तरह की भी सामग्री और विशेषज्ञता की आवश्यकता होगी उसे सरकार शीघ्र उपलब्ध कराएगी।

उन्होंने कहा राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी संभव विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। बचाव कार्य के लिए बड़े व्यास के ह्यूम पाइप हरिद्वार और देहरादून से भेजे जाने की व्यवस्था कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया की ईश्वर की कृपा और बचाव अभियान में जुटे लोगों के अनथक प्रयासों के चलते सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।
जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला और पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी के साथ ही एनएचआईडीएससीएल तथा अन्य एजेंसी के अधिकारियों और विशेषज्ञों ने मुख्यमंत्री को राहत और बचाव कार्यों की जानकारी दी।

इधर आज सुबह सुबह जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने घटनास्थल पर जाकर राहत वा बचाव कार्यों के जायजा लिया। सिल्क्यारा टनल के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव का अभियान पिछले 30 घंटे से अधिक समय से लगातार जारी है जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने टनल के अंदर जाकर मलवा हटाने और मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए किया जा रहे हैं प्रयासों का जायजा लिया और राहत व बचाव अभियान को लेकर अधिकारियों और एनएच डीसीएल तथा अन्य एजेन्सियों को जरूरी निर्देश दिए।

एनएचडीसीएल के निदेशक अंशु मनीष खलको ने बताया कि सुरंग के अंदर प्रभावित क्षेत्र में लूज मलवा को स्थायित्व प्रदान करने के लिए शॉर्ट क्रीटिंग का कार्य किया जा रहा है। अंदर फंसे मजदूर तक पानी खाद्य पदार्थों की सप्लाई की गई है उनसे अनेक बार संपर्क स्थापित हुआ है। निदेशक ने बताया की अंदर फंसे सभी 40 मजदूर सुरक्षित है।

जिला अधिकारी अभिषेक रोहिला ने मौके पर विशेषज्ञों के साथ बचाव अभियान की आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया। टनल से बाहर आने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए जिलाधिकारी ने कहा की बचाव अभियान को पूरी तेजी से संचालित किया जा रहा है इस अभियान में विभिन्न एजेंसियों और विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है ताकि टनल के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके।

उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग धरासू एवं बड़कोट के मध्य सिल्क्यारा के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन टनल लगभग 4531 मी. की सुरंग जिसका कि सिल्कयारा की तरफ से 2340 मी. तथा बड़कोट की तरफ से 1750 मी. निर्माण हो चुका है, में प्रातः 8ः45 पर सिलक्यारा की तरफ से भू-धसाव होने की सूचना प्राप्त हुई है। प्राप्त सूचना के अनुसार सिल्कियारा की तरफ से लगभग 270 मीटर अन्दर लगभग 30 मीटर क्षेत्र में ऊपर से मलबा सुरंग में गिरने के कारण 40 व्यक्ति फंसे हुए है। एन.एच.आई.डी.सी.एल. द्वारा प्राप्त सूचना के अनुसार उक्त फंसे मजदूर / कार्मिकों में उत्तराखंड – 2, हिमाचल – 1, बिहार – 4, पं. बंगाल – 3, उत्तरप्रदेश – 8, उड़ीसा के 5, झारखंड – 15 एवं असम – 2 मजदूर होना बताया गया है।

टनल के अंदर अस्थायी रूप से ऑक्सीजन सप्लाई कम्प्रेशर के द्वारा वाटर पाईप लाईन के माध्यम से लगातार किया गया है तथा 200 एम.एम. पाईप के माध्यम से भूस्खलन एरिया में वेंटीलेशन सुनिश्चित किया गया है। उक्त के अतिरिक्त शॉर्ट क्रिट एक्पोज सरफिस का शॉर्ट क्रिट के माध्यम से स्टेबलाइजेशन किया जा रहा है

स्वास्थ्य विभाग की टीमें विशेषज्ञ व उचित औषधि उपकरण, एम्बुलेंस सहित टनल गेट पर तैनात हैं। किसी भी विपरीत परिस्थिति में निकटवर्ती जनपदों के चिकित्सालयों एवं एम्स ऋषिकेश को हाई अलर्ट पर रखा गया है। तथा ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति हेतु पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेण्डर का भण्डारण किया गया है।

Hill Mail
ADMINISTRATOR
PROFILE

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked with *

विज्ञापन

[fvplayer id=”10″]

Latest Posts

Follow Us

Previous Next
Close
Test Caption
Test Description goes like this