मौनी अमावस्या के इस पावन पर्व पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की जाएगी। इसके लिए लगभग 25 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों की व्यवस्था की गई है।
महाकुम्भ 2025 में मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर योगी सरकार ने श्रद्धालुओं के अनुभव को यादगार बनाने के लिए विशेष तैयारी की है। इस अमृत स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं पर आसमान से गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा की जाएगी। अनुमान जताया जा रहा है कि मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालु अमृत स्नान करेंगे। पुष्प वर्षा का यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए अद्वितीय अनुभव और उत्साह का संचार करेगा और श्रद्धालुओं की धार्मिक आस्था और उत्साह को नई ऊंचाई देगा। श्रद्धालु इस अनोखे अनुभव को देखने और महसूस करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
25 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा
मौनी अमावस्या के इस पावन पर्व पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की जाएगी। इसके लिए लगभग 25 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों की व्यवस्था की गई है। उपनिदेशक उद्यान, प्रयागराज मंडल कृष्ण मोहन चौधरी ने बताया कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए 5 क्विंटल अतिरिक्त गुलाब की पंखुड़ियां भी तैयार रखी गई हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर पुष्प वर्षा की संख्या को बढ़ाया जा सके।
सभी घाटों पर 5-6 बार होगी पुष्प वर्षा
महाकुम्भ में पुष्प वर्षा के प्रभारी उद्यान वीके सिंह ने बताया कि पूरे आयोजन के दौरान सभी घाटों पर दिनभर 5 से 6 राउंड पुष्प वर्षा की जाएगी। पहले राउंड का आयोजन सुबह 6:30 बजे से 7 बजे के बीच शुरू होगा। इसके तहत, श्रद्धालुओं पर आकाश से पुष्प वर्षा की जाएगी। यह नजारा न केवल श्रद्धालुओं के लिए अद्वितीय होगा, बल्कि महाकुम्भ की दिव्यता को और बढ़ाएगा। श्रद्धालुओं की अपार भीड़ को देखते हुए पुष्प वर्षा की संख्या बढ़ाई जा सकती है। इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। हर राउंड के लिए गुलाब की पंखुड़ियों को अलग-अलग व्यवस्थित रूप से रखा गया है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने इस विशेष आयोजन के जरिए मौनी अमावस्या पर आने वाले श्रद्धालुओं को एक नया अनुभव देने की कोशिश है। पुष्प वर्षा के जरिए श्रद्धालुओं को सम्मानित और स्वागत करते हुए उन्हें धार्मिक और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर माहौल प्रदान किया जाएगा।
कलर कोडेड आश्रय स्थलों पर रुकेंगे श्रद्धालु
महाकुम्भ 2025 में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के लिए देश भर से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज आ रहे हैं। मेला प्राधिकरण का अनुमान है कि मौनी अमावस्या पर्व पर लगभग 10 करोड़ श्रद्धालु पवित्र संगम में स्नान करेंगे। इस अवसर पर प्रयागराज रेल मण्डल ने श्रद्धालुओं की सुगम, सुरक्षित यात्रा और स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष क्राउड मैनेजमेंट प्लान तैयार किया है। तीर्थयात्रियों को उनके गंतव्य स्टेशन के अनुसार दिशावार कलर कोडेड आश्रय स्थलों के माध्यम से प्लेटफार्म पर पहुंचाया जाएगा। सभी आश्रय स्थलों में खानपान के स्टाल, उद्घोषणा और पूछताछ काउंटर, प्राथमिक चिकित्सा, पेयजल एवं सार्वजानिक शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
कलर कोडेड आश्रय स्थलों से होकर प्लेटफार्म पर पहुंचेगें तीर्थ यात्री
महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर्व के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का प्रयागराज में आवागमन हो रहा है। प्रयागराज क्षेत्र में श्रद्धालुओं के आवागमन को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए कलर कोडिंग व्यवस्था को लागू किया गया है। प्रयागराज जंक्शन, छिवकी, नैनी जंक्शन एवं सूबेदरगंज स्टेशनों से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य स्टेशन पर भेजने के लिए लाल, नीले, पीली एवं हरे रंग के यात्री आश्रय बनाए गए हैं। कलर कोडिंग व्यवस्था से यात्रियों को आसानी से दिशावार उचित प्लेटफ़ॉर्म से सही ट्रेनों में सरलतापूर्वक भेजा जाएगा। प्रयागराज जंक्शन से लखनऊ और वाराणसी की ओर जाने वाले यात्री लाल रंग के आश्रय स्थलों में रोके जाएंगे। जबकि मानिकपुर, सतना और झांसी के लिए पीले रंग और कानपुर जाने वाले यात्री हरे व पं. दीनदयाल उपाध्याय की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं को नीले रंग के आश्रय स्थलों में उद्धोषणा कर उनकी ट्रेन के हिसाब से प्लेटफार्म पर भेजा जाएगा। ताकि स्टेशन परिसर में बिना अफरा-तफरी यात्री सुगमता से सही ट्रेन में पहुंच सकें।
स्टेशनों पर भी बने हैं कलर कोडेड आश्रय स्थल
नैनी जंक्शन, छिवकी और सूबेदारगंज स्टेशनों पर भी इसी तरह कलर कोडेडे आश्रय स्थलों का निर्माण किया गया है। इस महाकुम्भ में पहली बार प्रयागराज रेल मण्डल ने दिशावार कलर टिकट भी जारी किये हैं। ताकि रेलवे और जीआरपी के कर्मी आसानी से तीर्थयात्रियों को सही प्लेटफार्म और ट्रेन तक पहुंचा सकें। इसके अलावा रेलवे प्रशासन ने भीड़ के अतिरिक्त दबाव के प्रबंधन के लिये खुसरोबाग में एक लाख लोंगो की क्षमता का होल्डिंग एरिया भी बनाया है। साथ ही सिविल प्रशासन विभिन्न प्रतिबंधों के साथ तय मार्गों से ही तीर्थयात्रियों का आवागमन करा रहा है, ताकि भगदड़ की स्थिति न बनने पाए। श्रद्धालुओं को रेलवे स्टेशनों पर पहुंचने में अनुमानित समय से अधिक समय लग सकता है, अतः प्रयागराज रेल मण्डल ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि प्रयागराज क्षेत्र के स्टेशनों से यात्रा के लिए यात्री आतिरिक्त समय लेकर यात्रा करें।
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