50 हजार से एक लाख तक की आबादी वाले गंगा टाउन में उत्तराखंड का ऋषिकेश 47.33 अंक के साथ पांचवें पायदान पर है। 1 लाख से ज्यादा की आबादी वाले गंगा टाउन में हरिद्वार 58.78 अंक के साथ पांचवें पायदान पर है। 100 से कम शहरी निकाय वाले राज्यों की स्वच्छता सूची में बेहतर प्रदर्शन के मामले में उत्तराखंड 1230 अंकों के साथ तीसरे पायदान पर है।
उत्तराखंड ने स्वच्छता सर्वेक्षण में इस साल काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। उत्तराखंड के लगभग सभी शहरों ने इस सर्वे में अपनी पिछली रैंकिंग में सुधार किया है। वहीं गंगा टाउन के टॉप-10 में गौचर समेत पांच नगरों ने जगह बनाई है। वहीं 100 से कम शहरी निकाय वाले राज्यों की स्वच्छता सूची में बेहतर प्रदर्शन के मामले में उत्तराखंड 1230 अंकों के साथ तीसरे पायदान पर है।
#SwachSarvekshan2020 की ताजा रैंकिंग में 50 हजार तक की आबादी वाले नगरों में उत्तराखंड का गौचर तीसरे पायदान पर है। उसे 76 अंक मिले हैं। वहीं चौथे पायदान पर जोशीमठ, पांचवें पायदान पर रुद्रप्रयाग, छठे पायदान पर श्रीनगर और आठवें पायदान पर गोपेश्वर-चमोली हैं। इन्हें क्रमशः 70, 67.2, 66, और 57 अंक मिले हैं। यही नहीं टॉप-30 में 11वें पायदान पर ढालूवाला-मुनि की रेती, 12वें पर बुडकोट (उत्तरकाशी), 13वें पर कर्णप्रयाग, 18वें पर कीर्ति नगर, 20वें पर देवप्रयाग, 22वें पर नंदप्रयाग और 28वें पर टिहरी है। वहीं इस कैटेगिरी में उत्तर प्रदेश का चुनर और बिठूर क्रमशः पहले और दूसरे नंबर पर हैं।
उधर, 50 हजार से एक लाख तक की आबादी वाले गंगा टाउन में उत्तराखंड का ऋषिकेश 47.33 अंक के साथ पांचवें पायदान पर है। 1 लाख से ज्यादा की आबादी वाले गंगा टाउन में हरिद्वार 58.78 अंक के साथ पांचवें पायदान पर है।
बड़े शहरों का प्रदर्शन भी सुधरा
उत्तराखंड के शहरों ने पिछले साल के मुकाबले काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। पिछले साल 384 रैंक पर खड़ा देहरादून इस बार 124वें पायदान पर पहुंच गया है। वहीं रुड़की 131वें नंबर पर है, पिछली बार उसकी रैंकिंग 281 थी। काशीपुर ने भी जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 308 से सीधे 139वें पायदान पर जगह पाई है। हल्द्वानी 350 से सुधरकर 229 पर आ गया है। वहीं हरिद्वार 376 से 244 और रुद्रपुर 403 से 316 पर पहुंच गया है।
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