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कोरोना काल में जिस समय लोग संक्रमण के डर से घरों में हैं, उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में प्रकृति ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। बादल फटने, भूस्खलन, बाढ़ की घटनाओं से पिथौरागढ़ जिला काफी प्रभावित हुआ है।
READ MOREकहते हैं कि जब कोई जवान लड़ाई के दौरान अपनी खुखरी निकाल लेता है तो वह खून बहाए बिना म्यान में नहीं जाती। यह भारतीय सेना की गढ़वाल, कुमाऊं और गोरखा पलटनों का पारंपरिक हथियार रहा है। चीनी सैनिकों से झड़प के बाद अब इस धारदार हथियार की डिमांड बढ़ गई है।
READ MOREमुनस्यारी से मिलम तक के सड़क निर्माण कार्य को अगले वर्ष तक पूरा करने का लक्ष्य है। 80 किलोमीटर लंबी इस सड़क परियोजना में से करीब 55 किलोमीटर तक के काम को पूरा कर लिया गया है। शेष 25 किमी चट्टानों को काटने के लिए बीआरओ ने एबीसीएल कंपनी को ठेका दिया है। कंपनी ने 2021 तक सड़क निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
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कोरोना काल में जिस समय लोग संक्रमण के डर से घरों में हैं, उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में प्रकृति ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। बादल फटने, भूस्खलन, बाढ़ की घटनाओं से पिथौरागढ़ जिला काफी प्रभावित हुआ है।
READ MOREकहते हैं कि जब कोई जवान लड़ाई के दौरान अपनी खुखरी निकाल लेता है तो वह खून बहाए बिना म्यान में नहीं जाती। यह भारतीय सेना की गढ़वाल, कुमाऊं और गोरखा पलटनों का पारंपरिक हथियार रहा है। चीनी सैनिकों से झड़प के बाद अब इस धारदार हथियार की डिमांड बढ़ गई है।
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