मानसून की झमाझम बारिश से प्रदेश में जनजीवन खासा प्रभावित हुआ है। अतिवृष्टि से पर्वतीय इलाकों में जहां एक और पहाड़ दरक रहे हैं, भूस्खलन से कई सड़कें अवरुद्ध हैं वहीं दूसरी ओर मैदानी इलाकों में कई स्थानों पर जलभराव से लोग परेशान हैं। एक तरह से समूचे राज्य में आपदा की स्थिति बनी हुई है।
इन विपरीत परिस्थितियों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद राहत के मोर्चे पर डटे रहने के साथ पूरे सरकारी तंत्र को एलर्ट मोड पर रखे हुए हैं। उनकी अगुवाई में पूरा अमला जज्बे के साथ दिन-रात जनसेवा में जुटा हुआ है। इतना ही नहीं आपदा की वजह से विकास कार्य और प्रशासनिक गतिविधियां कुंद न पड़े इस पर भी धामी का पूरा फोकस है।
सीएम धामी 24×7 समर्पित भाव से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। प्रतिकूल मौसमीय परिस्थितियों में जनता को कम से कम तकलीफ हो इसके लिए वह लगातार सभी जिलाधिकारियों से सीधे संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री की व्यस्त दिनचर्या को देखकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह अपने दायित्वों के प्रति कितने सजग हैं।
सुबह सीएम धामी ने अपने सरकारी आवास के कांफ्रेंस हॉल में मुख्यमंत्री कार्यालय के उच्च अधिकारियों, सूचना महानिदेशक और अपने निजी स्टाफ के प्रमुख लोगों के साथ प्रतिदिन होने वाली बैठक में शिरकत की और उनसे सरकार के कामकाज, प्रदेश के दैनिक समसामयिक विषयों पर वस्तुस्थिति की जानकारी, प्रवासी उत्तराखंडी भाई बहनों को अपनी मिट्टी से जोड़ने और उनके द्वारा प्रदेश का वैश्विक स्तर पर नाम रोशन करने पर सम्मानित करने, अपने प्रदेश के राष्ट्रीय पटल पर नित नए आयाम स्थापित करने जैसे विषयों पर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक के बाद वह सीधे अपने आवास स्थित कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने मुलाकातियों से सिलसिलेवार भेंट की।
इसी बीच उन्होंने सचिवालय स्थित राज्य आपदा कंट्रोल रूम में जाने की इच्छा जताई तो उनका काफिला सचिवालय की ओर मुड़ गया। सूचना मिलते ही शासन के अधिकारी हरकत में आ गए। मुख्यमंत्री से पहले ही अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आपदा रंजित सिन्हा, अपर सचिव सविन बंसल, पुलिस महा निरीक्षक, एसडीआरएफ, रिद्दिम अग्रवाल सहित तमाम बड़े अधिकारी आपदा कंट्रोल रूम पहुंच गए।
अधिकारियों से उन्होंने प्रदेश में भारी बारिश से उत्पन्न हुई स्थिति की ताजा जानकारी ली। तमाम जिलाधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग कर उन्होंने सजग और सचेत रहने को कहा। हिदायत दी कि अधिकारियों के मोबाइल 24 घंटे खुले रहने चाहिए।
उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि हर चुनौती का सामना करने के लिए प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा जाए।
किसी भी आपदा की स्थिति में लोगों को शीघ्र राहत मिले, इसके लिए पूरी तैयारी रखी जाए। जनपदों में खाद्य सामग्री, आवश्यक दवाइयों एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पूरी व्यवस्था रखी जाए और सड़क, विद्युत, पेयजल सेवा बाधित होने की दशा में, सभी व्यवस्थाएं संबंधित विभागों से तत्काल सुचारू की जाएं।
कंट्रोल रूम से बाहर निकलते वक्त मुख्यमंत्री ने मीडिया कर्मियों से तमाम विषयों पर बातचीत की और उनके सवालों का जवाब दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री डिफेंस कॉलोनी स्थित पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और फिर पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के आवास पर पहुंचे। पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं से उनकी कुशलक्षेम जानने के उपरांत आपदा से पैदा हुए हालातों और विकास योजनाओं को लेकर चर्चा की और उनका मार्गदर्शन लिया।
भगत सिंह कोश्यारी से मिलने के बाद सीएम धामी सीधे सचिवालय पहुंचे, जहां उन्होंने विधायकों से मुलाकात के साथ-साथ अधिकारियों से विचार विमर्श करते हुए जरूरी पत्रावलियों का निस्तारण किया। सचिवालय में मौजूद रहकर मुख्यमंत्री शासकीय कामकाज निपटाते रहे।
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