गंगोत्री तीर्थ के कपाट अक्षय तृतीया 10 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। गंगोत्री में मुख्य मंदिर से पहले मुख्य पार्किंग से आगे नहीं जाएंगी गाड़ियां। वीआईपी पार्किंग तक वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने के निर्देश दिए।
लोकेंद्र सिंह बिष्ट, गंगोत्री
6 मई को गंगोत्री धाम जाकर जिला गंगा समिति के अध्यक्ष/ जिलाधिकारी उत्तरकाशी श्री मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिला गंगा समिति के सदस्यों वा जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ गंगोत्री में यात्रा व्यवस्थाओं को देखा और गंगोत्री में बने “नमामि गंगे घाट” का अवलोकन किया।।डीएम ने गंगोत्री की यात्रा व्यवस्था परखी, एसडीएम को यात्रा शुरू होने तक धाम में रुकने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने रविवार को अपने लाव लस्कर के साथ गंगोत्री धाम पहुंचे। गंगोत्री में उन्होंने यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया। यात्रा शुरू होने से पहले विभागों व संगठनों को गंगोत्री धाम में सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि धाम परिसर में सड़क पर काफी अतिक्रमण है, इसको हटाकर यहां श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए अलग-अलग लेन बनाई जानी जरूरी है। जिसमें तीर्थपुरोहितों ने भी प्रशासन का सहयोग देने की बात कही।
गंगोत्री में मुख्य मंदिर से पहले मुख्य पार्किंग से आगे नहीं जाएंगी गाड़ियां। वीआईपी पार्किंग तक वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने के निर्देश दिए। कहा कि मुख्य पार्किंग से आगे वाहनों को न जाने दें।जिलाधिकारी ने गंगोत्री में अतिरिक्त वाहन पार्किंग के लिए प्रस्तावित टनल पार्किंग स्थलीय निरीक्षण भी किया और एनएचआइडीसीएल को इस परियोजना की डीपीआर जल्द तैयार करने को कहा।
जिलाधिकारी ने गंगोत्री में आपातकाल के समय श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुविधाओं, यात्री पंजीकरण केन्द्र जायजा लिया। अस्पताल में जाकर उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं का निरीक्षण करते हुए सभी जीवन रक्षक दवाओं, उपकरणों व ऑक्सीजन का हर समय पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने के निर्देश दिए। डॉ बीएस पांगती ने बताया कि इस बार धाम के अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक की तैनाती के साथ ही मंदिर परिसर में भी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।
डीएम ने गंगोत्री के तीर्थपुरोहितों के साथ बैठक में कहा कि गंगोत्री में भागीरथी के दूसरे तट पर घाटों का विस्तार करने सहित दीर्घकालीन महत्व की अवस्थापना विकास की योजनाएं तैयार करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिसमें पंडा-पुरोहितों, स्थानीय निवासियों व व्यापारियों की सहूलियतों का भी पूरा ध्यान रखेंगे।उन्होंने कहा कि आने वाले पांच से दस सालों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए गंगोत्री धाम में अवस्थापना विकास की योजनाएं तैयार की जाएंगी, जिसके लिए संबंधित विभाग प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करेंगे।
जिलाधिकारी ने गंगोत्री में मां गंगा जी के दूसरे तट पर भी सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता केएस चौहान को भागीरथी के दूसरे तट पर घाटों के विस्तार के लिए योजना प्रस्तुत करने की हिदायत दी। डीएम के निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता यूपीसीएल मनोज गुसांई ने बताया कि धाम परिसर में हाईमास्ट लाईट तीन दिनों के भीतर काम करना शुरू कर देंगी। जिलाधिकारी ने जीएम डीआईसी शैली डबराल को गंगोत्री में तीर्थधामों की प्रतिकृति की सोवेनियर शॉप खोलने के निर्देश दिए। इसके लिए नगर पंचायत स्थान उपलब्ध कराएगा।
जिलाधिकारी ने धाम की सफाई, सेनीटेशन, टॉयलेट्स एवं कूड़ा निस्तारण व्यवस्था का निरीक्षण भी किया। बैठक में गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष रावल हरीश सेमवाल आदि पदाधिकारियों ने पेयजल की समस्या के समाधान के लिए पर्याप्त स्टोरेज क्षमता के ओवरहेड टैंक बनाए जाने का आग्रह भी किया।।
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