पंतनगर के कुलपति द्वारा सुझाव दिया गया कि कृषि पर्यटन को बढ़ावा देने तथा विश्वविद्यालय में दिल्ली एवं अन्य शहरी क्षेत्रों से आने वाले पर्यटकों को जो कि पहाड़ी क्षेत्रों नैनीताल, अल्मोड़ा आदि में खासकर ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान भ्रमण करने जाते हैं, को पंतनगर विश्वविद्यालय होकर उनको गतव्य स्थान तक पहुंचाया जाये।
विश्वविद्यालय के व्यावहारिक फसल उत्पादन केन्द्र (पी.सी.पी.) पर विद्यार्थियों के साथ कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान द्वारा धान की पौध रोपाई का कार्य किया गया। तत्पश्चात उन्हांेने विद्यार्थियों से वार्ता की और उनको प्रोत्साहित किया और कहा कि जिस टीम की धान की फसल की पैदावार सर्वाधिक होगी, उस टीम को पुरस्कृत किया जाएगा।
इस अवसर पर डा. एस.के. कश्यप, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय ने बताया कि बी.एससी.एजी. के तृतीय वर्ष के छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय के प्रथम बैंच के छात्र से पी.सी.पी. का कार्य निरन्तर रूप से विद्यार्थियों द्वारा किया जा रहा है और खरीफ और रबी मिलाकर दो से तीन फसलें ली जाती हैं। 8 छात्रों को एक हैक्टेयर क्षेत्रफल पी.सी.पी. हेतु दिया जाता है। इस पी.सी.पी. केन्द्र पर भारत के पूर्व राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम दो बार विद्यार्थियों के बीच आ चुके हैं।
निदेशक संचार डा. जे.पी. जायसवाल ने बताया कि कुलपति द्वारा सुझाव दिया गया कि कृषि पर्यटन को बढ़ावा देने तथा विश्वविद्यालय में दिल्ली एवं अन्य शहरी क्षेत्रों से आने वाले पर्यटकों को जो कि पहाड़ी क्षेत्रों यथा-नैनीताल, अल्मोड़ा आदि में खासकर ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान भ्रमण करने जाते हैं, को पंतनगर विश्वविद्यालय होकर उनको गतव्य स्थान तक पहुंचाया जाएं। इस हेतु कुमाऊं मण्डल विकास निगम और गढ़वाल मण्डल विकास निगम के साथ विश्वविद्यालय द्वारा एम.ओ.यू. विकसित किया जाएं।
कार्यक्रम का आयोजन पीसीपी के प्रभारी अधिकारी, डा. डी.के. सिंह, प्राध्यापक सस्य विज्ञान द्वारा किया गया। डा. सिंह ने बताया कि कुल 21 टीमें बनायी गयी हैं जिसमें 11 टीमें छात्राओं की हैं। पीसीपी कोर्स के सभी शिक्षक यथा डा. टी.पी. सिंह, डा. सुमित चतुर्वेदी, डा. दिनेश कुमार एवं डा. संतोष भी उपस्थित थे। इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय के सभी विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। बरसात के दौरान भी कुलपति को अपने बीच पाकर छात्र बहुत ही उत्साहित महसूस कर रहे थे।
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *