उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाई सूबेदार शैलेंद्र बिष्ट को जून में सूबेदार मेजर के पद पर पदोन्नत किया गया है। वे इस समय गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर लैंसडाउन में तैनात हैं। इससे पहले वह उत्तराखंड के माणा क्षेत्र में तैनात थे जो कि चीन सीमा से लगती है।
सूबेदार मेजर गढ़वाल रेजिमेंट में सवोच्च गैर-कमीशन अधिकारी रैंक है। सेना के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाई अच्छे सिपाही हैं। उन्होंने कहा कि अगर नेताओं के परिवारों के लोग अच्छे सैनिक या किसान हो तो देश की वास्तविकता को समझेंगे और आम-आदमी के प्रति सहानुभूति रखेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ के भाई शैलेंद्र बिष्ट ने कुछ साल पहले बताया था कि वह बचपन से देश की सेवा में जाना चाहते थे। इसीलिए वे स्काउट गाइड में शामिल हुए।
गढ़वाल स्काउट यूनिट पहाड़ी सीमाओं की रक्षा के लिए सैनिकों के रूप में स्थानीय व्यक्तियों को भर्ती करती है। चीन के साथ लगने वाली वास्तविक नियंत्रण रेखा के कारण यह सीमा काफी महत्वपूर्ण हो जाती है।
योगी आदित्यनाथ का पूरा परिवार साधारण जिंदगी गुजर-बसर करता है। योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट एक फॉरेस्ट रेंजर थे और उनकी माता सावित्री देवी गृहणी हैं। योगी आदित्यनाथ का संन्यास से पहले नाम अजय सिंह बिष्ट था। योगी आदित्यनाथ चार भाई और तीन बहनों में दूसरे नंबर पर हैं।
योगी आदित्यनाथ ने अपने गुरूजी के नाम से यमकेश्वर के विध्याणी में लड़कियों के लिए महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय की स्थापना की है और इस स्कूल को चलाने में उनके दो भाई सहयोग करते हैं।
कुछ समय पहले योगी आदित्यनाथ ने इस क्षेत्र का दौरा किया था और उन्होंने इस डिग्री कॉलेज में अपने गुरूजी ब्रह्मालीन राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ जी महाराज की मूर्ति का अनावरण भी किया था। योगी आदित्यनाथ के यहां आने से इस इलाके के लोगों ने काफी खुश दिखे थे।
उनकी एक बहन शशि पयाल पौड़ी गढ़वाल में माता भुवेश्वरी देवी मंदिर के पास चाय-नाश्ते की दुकान चलाती हैं। इस बात से पता चल सकता है कि उनका जीवन कितना साधारण है।
शैलेंद्र बिष्ट ने एक साक्षात्कार में कहा था कि जब योगी पहली बार सीएम बने थे, तब वे दिल्ली में उनसे मिले थे। योगी आदित्यनाथ को उनके भाई महाराज जी के नाम से पुकारते हैं।
योगी आदित्यनाथ को सख्त प्रशासक माना जाता है यूपी जैसे बड़े सूबे की जिम्मेदारी संभालने के बाद उन्होंने सबसे ज्यादा जोर कानून व्यवस्था सुधारने पर दिया। उनकी बेहतर कानून व्यवस्था के कारण ही आजकल यूपी में शांतिपूर्ण माहौल है। राज्य में कहीं पर भी कोई अप्रिय घटना नहीं होती है।
एक ओर योगी आदित्यनाथ जहां राजधर्म का पालन करते हुए लोगों की सेवा कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर उनका दूसरा भाई सेना में रहकर देश सेवा कर रहा है। एक परिवार में ऐसी बातें बहुत कम ही देखने को मिलती है।
2 comments
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Manish Kundu
September 5, 2023, 4:22 pmVery well researched article. I really appreciate and applaud the selfless work being undertaken by Hill Mail in highlighting the beautiful facets of the Devbhoomi Uttarakhand. I wish the entire team God Speed and best wishes for their future endeavours. Jai Hind !!
REPLYManish Kundu
September 5, 2023, 8:32 pmA very researched article. I would like to compliment the entire team of Hill mail for aptly highlighting different facets of devbhoomi Uttarakhand. This initiative will go long way to ensure the state of Uttarakhand is highlighted , for its spotless beauty and immense potential. Best wishes to the entire Hill mail team.
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