उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर बोर्ड की ओर से 10वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी हो गया है। हाईस्कूल परीक्षा में इस बार टिहरी गढ़वाल के सुशांत चंद्रवंशी ने 99.0 प्रतिशत अंकों के साथ टॉप किया जबकि इंटरमीडिएट में जसपुर उधमसिंह नगर की तनु चौहान ने 97.60 प्रतिशत अंक पाकर टॉप किया है। इस बार हाईस्कूल का परीक्षाफल 85.17 प्रतिशत व जबकि इंटरमीडिएट का 80.98 प्रतिशत रहा है।
बोर्ड सभागार में आज 11 बजे माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी ने रिजल्ट जारी किया। इस साल उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 16 मार्च से 6 अप्रैल तक आयोजित की गई थीं और दोनों परीक्षाओं के लिए 1253 केंद्र बनाए गये थे। परीक्षा में हाईस्कूल के 1,32,115 जबकि इंटरमीडिएट में 1,27,324 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इस बार उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 15 दिन चला। इस साल 10वीं का रिजल्ट 85.17 प्रतिशत रहा जबकि कि पिछले वर्ष 77.47 प्रतिशत था वहीं 12वीं का रिजल्ट इस साल 80.98 प्रतिशत रहा जबकि पिछले 82.63 प्रतिशत था।
उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में टिहरी जिले के थौलधार भागीरथी उच्चतर माध्यमिक विद्या मंदिर कंडी-छाम के छात्र सुशांत चंद्रवंशी ने 99 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश की मेरिट में सर्वोच्च स्थान हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है। मूलरूप से बिहार के बेतिया के रहने वाले सुशांत के पिता ध्रुव प्रसाद राजवंशी चिन्यालीसौड़ बाजार में फर्नीचर की दुकान चलाते हैं। मां ललिता देवी गृहणी हैं। सुशांत ने बताया कि वह बगैर ट्यूशन के ही स्वयं की तैयारी से पढ़ाई करते हैं। रोजाना 4 से 5 घंटे पढ़ाई कर कठिन विषयों को लगातार पढ़ते हैं। आगे चलकर वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं। सुशांत की एक बड़ी बहन है जो, पॉलीटेक्निक कर रही हैं।
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज आवास विकास ऋषिकेश के आयुष सिंह रावत ने उत्तराखंड हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। आयुष ने हाईस्कूल परीक्षा में 98.80 अंक प्राप्त कर विद्यालय और प्रदेश का मान बढ़ाया है। छात्र की इस उपलब्धि पर विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत और शिक्षकों ने बधाई दी। आयुष सिंह रावत ने बताया कि उनकी दो बड़ी बहन हैं। एक बहन ने एमकॉम की पढ़ाई पूरी कर ली है। उससे छोटी बहन इंटरमीडिए में अध्ययनरत है। पिता बालम सिंह रावत रोडवेज में बस चालक हैं। मां अनीता रावत गृहणी हैं। कहा यह उनकी स्वअध्ययन की मेहनत है। बचपन से ही उनका ध्यान पढ़ाई की ओर अग्रसर है। वह एक दिन में चार से पांच घंटे की पढ़ाई करते हैं। कहा उनका लक्ष्य प्रोफेसर बनना है।
गरीब परिवार की शिल्पी ने हाईस्कूल परीक्षा की मेरिट सूची में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। भागीरथी उच्चतर माध्यमिक विद्या मंदिर कंडी छाम की होनहार छात्रा नें 98.60 अंक हासिल किए हैं। धरवाल गांव निवासी शिल्पी के पिता जोगेंद्र सिंह बिष्ट कंडीसौड़ में फास्ट फूड की दुकान चलाते हैं। मां सौणी देवी गृहणी है। पांच बहनों में सबसे छोटी शिल्पी पढ़ाई में होनहार है। शिल्पी बतातीं हैं कि वह तीन से चार घंटे स्वयं नियमित पढ़ाई करती थी। परीक्षा के दौरान पांच घंटे पढ़ाई की। बिना ट्यूशन के यह सफलता पाई है जिसका सारा श्रेय माता-पिता और शिक्षकों को दिया है। वह भविष्य में आईएएस बनना चाहतीं हैं।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी ने सफल छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी। किसी कारण असफल होने वाले छात्रों से कहा कि इससे हताश नहीं हों, बल्कि अधिक परिश्रम व सकारात्मक सोच के साथ आगे की तैयारी में जुटे। बोर्ड सचिव डा. नीता तिवारी ने शांतिपूर्ण परीक्षा संपंन कराने के लिए बोर्ड के अधिकारियों व स्टाफ की सराहना की।
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