नैनीताल हाईकोर्ट के हाल के फैसले और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा के बाद देवस्थानम् बोर्ड के गठन के फैसले को और अधिक बल मिला है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार कहते रहे हैं कि देवस्थानम बोर्ड में हकहकूकधारियों का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
उत्तराखंड के चार धामों में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए त्रिवेंद्र सिंह सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसले में देवस्थानम बोर्ड का गठन किया। इसका उद्देश्य चार धाम समेत कुल 51 मंदिरों का रखरखाव, बुनियादी और ढांचागत सुविधाओं का विकास करना है। अब उत्तराखंड में केदारनाथ और बदरीनाथ के दौरे पर आए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी देवस्थानम बोर्ड के कार्यों की प्रशंसा कर इस पर अपनी मुहर लगा दी है। दरअसल, सीएम रावत के इस फैसले का तीर्थ पुरोहितों का एक वर्ग विरोध कर रहा है। उन्होंने इसे नैनीताल हाईकोर्ट में चुनौती दी लेकिन कोर्ट राज्य सरकार के फैसले को सही ठहरा चुका है।
बदरीनाथ धाम में भगवान बदरी विशाल के दर्शन के बाद योगी आदित्यनाथ ने विजिटर बुक में देवस्थानम बोर्ड को लेकर सकारात्मक टिप्पणी की है। इसमें उन्होंने लिखा कि ‘आज श्री बदरीनाथधाम के दर्शनार्थ आया था। नर-नारायण पर्वत के बीच पवित्र अलकनंदा के तट पर स्थित इस पावनधाम का अपना महत्व है। पिछले हजारों वर्षों से यह भारत की सनातन आस्था का केंद्र बिंदु होने के साथ ही सनातन प्रेरणा की स्थली भी बनी है। देवस्थानम् बोर्ड द्वारा उत्तराखंड के चारधामों के पुनर्रुद्धार के लिए किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं। मेरी मंगलमय शुभकामनाएं। भगवान बदरीविशाल की कृपा सदैव बनी रहे।’
नैनीताल हाईकोर्ट के हाल के फैसले और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा के बाद देवस्थानम् बोर्ड के गठन के फैसले को और अधिक बल मिला है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार कहते रहे हैं कि देवस्थानम बोर्ड में हकहकूकधारियों का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
बदरीनाथ के दर्शनों के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भगवान बदरीनाथ के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालुओं को एक बड़ी सौगात देते हुए बदरीनाथ धाम में एक पर्यटक आवास गृह का शिलान्यास किया। 40 कमरों की इस इमारत के बन जाने के बाद उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, अन्य राज्यों और विदेशों से आने वाले पर्यटक यहां ठहर सकेंगे।
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