मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कुंभ कार्यों का निरीक्षण करने के बाद हरकी पैड़ी पर पूजा-अर्चना की एवं प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि स्थायी प्रकृति के अधिकांश कार्य पूरे होने वाले हैं, शेष कार्य कुंभ शुरू होने से पहले पूरे हो जाएंगे।
उत्तराखंड सरकार कुंभ मेले को दिव्य और भव्य बनाने के लिए पूरी कोशिश में लगी हुई है। इसी के तहत मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मेला नियंत्रण कक्ष, हरिद्वार में स्वच्छ, सुरक्षित, हरित, भव्य और दिव्य हरिद्वार कुंभ 2021 के आयोजन को लेकर एक बड़ी समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कुंभ के कार्य हर हाल में समय पर पूर्णं कर लिए जाएं। जरूरत पड़ने पर मजदूरों की संख्या और शिफ्ट बढ़ाई जाए।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया कि कुंभ क्षेत्र के मठ, मंदिर, आश्रम, धर्मशाला, अखाड़ा और पेशवाई मार्ग को दुरूस्त कर लिया जाए। इसके साथ ही मनसा देवी और चंडी देवी मार्ग का सुदढ़ीकरण कर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ कार्यों में पारदर्शिता और ईमानदारी बनाए रखने को गंभीरता से लिया जाए। साथ ही कुंभ के दौरान किसी प्रकार के प्रश्न चिह्न उठने की संभावना को खत्म किया जाए।
उन्होंने कहा कि आगामी कुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत 98 प्रतिशत कार्य दिसम्बर 2020 के अंत तक पूर्ण हो जाएंगे। सीएम ने अधिकारियों को जनवरी अंत तक सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पुलों, बाईपास को जोेड़ने एवं सड़क निर्माण के जो कार्य हो रहे हैं, इससे लोगों को आने वाले समय में काफी फायदा होगा।
हरिद्वार में सालभर में अनेक स्नान पर्व एवं कांवड़ मेले का आयोजन होता है। इन पर्वों में भी श्रद्धालुओं को आवागमन के लिए काफी सुविधा होगी एवं स्थानीय लोगों को भी सुविधा होगी। हरिद्वार देश-विदेश के पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केन्द्र है। हरिद्वार में श्रद्धालुओं को आवागमन में किसी भी प्रकार की परेशानी न इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
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उन्होंने निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए कि कुंभ मेला क्षेत्र में सौंदर्यीकरण के कार्यों पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। यात्रा मार्गों पर साइनेज की पर्याप्त व्यवस्था हो। पार्किंग स्थलों, स्वच्छता, पेयजल एवं अन्य मूलभूत आवश्यकताओं की उचित व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि कोविड के कारण बीच में जो निर्माण कार्य प्रभावित हुए हैं, उनमें और तेजी लाई जाए। कुंभ शुरू होने से पूर्व सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जाए।
मुख्यमंत्री ने कुंभ कार्यों का निरीक्षण करने के बाद हरकी पैड़ी पर पूजा-अर्चना की एवं प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मेलाधिकारी दीपक रावत ने कुंभ मेला क्षेत्र में चल रहे विभिन्न कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्थायी प्रकृति के अधिकांश कार्य पूर्णता की ओर हैं, अवशेष कार्य भी कुंभ शुरू होने से पहले पूरे हो जाएंगे। सौंदर्यीकरण, घाटों की सफाई, अतिक्रमण हटाने, स्वच्छता आदि के कार्य लगातार किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कुंभ मेले की बैठक के उपरांत यूपीसीएल के 33/11 के.वी. उपसंस्थान जगजीतपुर/ललतारौ का लोकार्पण किया। कुंभ मेला-2021 के अंतर्गत हरिद्वार क्षेत्र में अस्थायी सैक्टरों एवं पार्किंग में कुंभ की विद्युत मांग को देखते हुए तथा वर्तमान उपसंस्थानों का बेहतर लोड मैनेजमेंट करने के लिये 2 नये उपसंस्थान ललतारों एवं जगजीतपुर में बनाए गए हैं।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नारसन से रूड़की के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यों एवं रूड़की बाईपास पर चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने पुहाना-छुटमलपुर बाईपास, फ्लाईओवर ब्रिज, कोर काॅलेज के समीप से मंगलौर को जोड़ने वाले बाईपास, रानीपुल झाल में बनाये जा रहे पुल एवं लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाये जा रहे विभिन्न पुलों एवं मेला क्षेत्र के अन्तर्गत विभिन्न निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया।
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