अनलॉक भले ही हो गया है पर कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। चिंता की बात यह है कि उत्तराखंड समेत कई राज्यों में लगातार केस बढ़ रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का पालन करना हर एक व्यक्ति की जिम्मेदारी है, जिससे संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ा जा सके। आज की रिपोर्ट देखिए।
उत्तराखंड में रहने वाले लोगों को और ज्यादा सतर्क होने की जरूरत है। कोरोना के मामले जो पहले 100, 200 या 300 के आसपास आ रहे हैं अब उसकी रफ्तार काफी बढ़ गई है। 5 सितंबर को शाम 7.30 बजे राज्य सरकार की ओर से आया हेल्थ बुलेटिन टेंशन दे रहा है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कुल 950 नए केस बढ़े हैं। जबकि कुल ठीक होने वाले लोगों की संख्या आधे से थोड़ी ज्यादा 535 रही।
एक दिन पहले यानी 4 सितंबर को 831 नए मामले सामने आए थे। 5 सितंबर की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक कोरोना के कुल पॉजिटिव मामले 23,961 हो गए हैं, जिसमें से 15982 लोग ठीक हो गए हैं। कुल ऐक्टिव केस 7575 हैं और मृतकों का आंकड़ा 330 हो गया है। राज्य में ठीक हुए लोगों का प्रतिशत देखें तो कोविड-19 से रिकवरी प्रतिशत 66 से ज्यादा है। उत्तराखंड में कुल सैंपल्स की जांच में 5.68 प्रतिशत सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं।
पिछले 24 घंटों में अलग-अलग जिलों का हाल देखें तो अल्मोड़ा में 32, बागेश्वर में 7, चमोली में 30, चंपावत में 14, देहरादून में 226, हरिद्वार में 133, नैनीताल में 113, पौड़ी गढ़वाल में 71, पिथौरागढ़ में 8, रुद्रप्रयाग में 17, टिहरी गढ़वाल में 55, ऊधम सिंह नगर में 175, उत्तरकाशी में 69 नए मरीज आए हैं।
कोरोना के बढ़ते केसों के मद्देनजर देहरादून जिला प्रशासन ने निजी अस्पतालों को कोरोना के मरीजों के लिए बेड तैयार रखने का आदेश जारी कर दिया है। इस समय दून अस्पताल के अलावा महंत इंद्रेश, सुभारती मेडिकल कॉलेज और एचआईएचटी जौलीग्रांट अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार पहले से चल रहा है।
देहरादून के जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने गुरुवार को एक आदेश जारी कर मैक्स अस्पताल और सीएमआई अस्पतालप्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वह 85 बेड कोरोना मरीजों के लिए तैयार रखें। इसमें 12 आईसीयू बेड भी शामिल करने को कहा गया है। इसके अलावा सिनर्जी और कैलाश अस्पताल में भी कोरोना संक्रमितों के उपचार को लेकर कार्रवाई की जा रही है।
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