सीएम त्रिवेंद्र सिंह ने अधिकारियों से कहा है कि पिछले एक सप्ताह में प्रदेश में कोविड पॉजिटिव केस कम आए हैं, लेकिन ऐसे समय में और सतर्कता बरतने की जरूरत है। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का सभी जगह पूर्ण रूप से पालन हो, ताकि संक्रमण को रोका जा सके।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आने वाले कुछ महीने और चुनौतीपूर्ण होंगे। उन्होंने अधिकारियों को इस चुनौती से निपटने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने शनिवार को सभी जिलों के डीएम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बात की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में प्रदेश में कोविड पॉजिटिव केस कम आए हैं, लेकिन ऐसे समय में और सतर्कता बरतने की जरूरत है। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का सभी जगह पूर्ण रूप से पालन हो, ताकि संक्रमण को रोका जा सके। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। इसके लिए संबंधित क्षेत्र के उपजिलाधिकारी एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाय। किसी क्षेत्र में इस तरह की शिकायत आती है, तो सबंधित अधिकारियों पर कार्यवाही भी की जाए। कोविड से बचाव के लिए आम जन के व्यवहार में परिवर्तन लाना होगा। कोविड के सबंध में सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से भ्रामक प्रचार करने वालों पर एफआईआर की जाए। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई भी की जाए।
सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि कोविड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विभिन्न माध्यमों से जन जागरूकता अभियान चलाया जाए। कोविड से बचाव के लिए जागरुकता पैदा करने को प्रमुख हस्तियों एवं गणमान्य व्यक्तियों के वीडियो एवं ऑडियो संदेश बनाए जाएं। इससे समाज पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। कोविड पर ऑनलाइन लेख प्रतियोगिता, कार्टून प्रतियोगिता एवं इस तरह की अन्य गतिविधियां की जाए। इन प्रतियोगिताओं के लिए जिला एवं राज्य स्तर पर पुरस्कार भी दिए जाएं। धार्मिक स्थलों, भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर कोविड से बचाव हेतु सुरक्षात्मक उपायों के लिए स्थायी होर्डिंग लगाई जाय। अब अनेक गतिविधियों के लिए छूट मिल चुकी है। राज्य में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह सुनिश्चित किया जाय कि पर्यटकों के साथ सबका शालीनतापूर्वक व्यवहार हो। पर्यटक स्थलों पर थर्मल स्क्रीनिंग और सैंपल टेस्टिंग के लिए बूथ बने।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि को-मॉर्बिड एवं डाइबिटीज के मरीजों के कोविड से बचाव के लिए विशेष सुरक्षात्मक उपाय भी किए जाएं। हाई रिस्क लोगों की शत प्रतिशत सैंपलिंग की जाए। यह सुनिश्चित किया जाय कि जो लोग एंटीजन टेस्ट में सिंपटोमैटिक हैं, उन सबका आरटीपीसीआर या ट्रू-नॉट टेस्ट हो। होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों की नियमित निगरानी की जाए।
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *