तपोवन सुरंग से आज तीन शव बरामद किए हैं। इस तरह से कुल शवों के मिलने का आंकड़ा 54 पहुंच गया है। जोशीमठ पुलिस स्टेशन में अब तक 179 लापता लोगों के मामले दर्ज किए गए हैं। चमोली पुलिस ने बताया है कि राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
7 फरवरी को सुबह 10.30 बजे धौलीगंगा और ऋषिगंगा के जलस्तर में हुई आकस्मिक वृद्धि के कारण चमोली के रैणी गांव और आसपास के इलाकों में हुए नुकसान पर उत्तराखंड सरकार के आपातकालीन परिचालन केंद्र ने आज अपडेट दिया है। सरकार ने क्रमानुसार घटना में हुई क्षति का विवरण दिया है। अब तक मिली जानकारी और रिपोर्ट के अनुसार कुल 204 लोग लापता हैं। कुल 52 शव बरामद किए गए हैं, जिनमें 25 शवों की शिनाख्त की गई है, 27 अज्ञात शव हैं। हालांकि सरकार के इस अपडेट देने के बाद 15 फरवरी को आज 2 शव और मिलने से कुल मृतकों का आंकड़ा 54 पर पहुंच गया।
इसके अलावा 184 पशुओं की हानि हुई है। ग्राम जुवा ग्वाड़ में 180 छोटे पशु और पैंग गांव में 4 बड़े पशु मारे गए। कंपनी और लापता लोगों के बारे में भी जानकारी दी गई है।
सरकार ने प्रभावित गांवों और वहां के परिवारों की संख्या भी साझा की है। इस टेबल में देखें तो इस आपदा में 12 गांवों के 465 परिवार प्रभावित हुए हैं। कुछ गांवों का बाजारों से संपर्क टूट गया था, जिसके लिए अस्थायी पुल भी तैयार कर दिए गए हैं।
सरकार ने यह भी बताया है कि एसडीआरएफ की एक टीम सेनानायक के नेतृत्व में 8 जवान, 7 पोटर और 2 गाइड के साथ मुरेंडा पैंग घाटी गई थी। उक्त टीम द्वारा झील से जल प्रवाह के सामान्य होने की पुष्टि की गई है। तारीख 13 फरवरी 2021 की रात्रि को उक्त टीम द्वारा तपोवन वापसी की गई है।
उक्त स्थल पर हैली लैंडिंग की संभावना के लिए स्थल चयनित किया गया है। इसमें 2 उत्तराखंड पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। टनल में फंसे लोगों की बात करें तो 25 से 35 लापता लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। इनमें से 7 व्यक्तियों का शव बरामद किया गया है। अब तक बचाव कार्य में 140 मीटर मलबा साफ किया गया है।
सरकार ने बताया है कि मलबे के कीचड़ के रूप में होने के कारण बैकफ्लो हो रहा है, जिससे काफी बाधा आ रही है। 6 लोग घायल हुए थे। NTPC के 12 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। कुल 6 पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। 13 गांवों की बिजली प्रभावित हुई थी, जिसमें 12 गांवों में आपूर्ति सामान्य हो गई है। वहीं 13 गांवों में पानी की सप्लाई प्रभावित हुई थी, जिसमें से 12 में बहाल हो गई है।
घटनास्थल पर एसडीआरएफ के 100, एनडीआरएफ के 176 जवान, आईटीबीपी के 35 जवान, एसएसबी की 1 टीम, सेना के 124 जवान, आर्मी की मेडिकल टीम 2 और 2 ऐंबुलेंस, स्वास्थ्य विभाग की 6 मेडिकल टीम काम कर रही है।
1 comment
1 Comment
आईटीबीपी के DG ने अकादमी में रखा नींव का पत्थर, जवानों के साथ 35 किमी पैदल मार्च - Hill-Mail | हिल-मेल
February 15, 2021, 1:43 pm[…] […]
REPLY