नम आंखों से पूरा भारत दे रहा सीडीएस जनरल रावत को अंतिम विदाई, श्रद्धांजलि देने पहुंची कई हस्तियां

नम आंखों से पूरा भारत दे रहा सीडीएस जनरल रावत को अंतिम विदाई, श्रद्धांजलि देने पहुंची कई हस्तियां

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, एनएसए अजीत डोभाल, राहुल गांधी, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, उत्तराखंड कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, हरियाणा के सीएम मनोजर खट्टर, एनसीपी चीफ शरद पवार, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत तमाम राजनीतिक शख्सियतें और तीनों सेनाओं के बड़े अफसर सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे।

भारत अपने पंसदीदा शीर्ष सैन्य अधिकारी सीडीएस जनरल बिपिन रावत को नम आंखों से अंतिम विदाई दे रहा है। दिल्ली स्थिति उनके आधिकारिक निवास 3, कामराज मार्ग पर जानी मानी शख्सियतें और बड़ी संख्या में आम लोग उन्हें आखिरी सलामी देने पहुंचे।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, एनएसए अजीत डोभाल, राहुल गांधी, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, उत्तराखंड कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, हरियाणा के सीएम मनोजर खट्टर, एनसीपी चीफ शरद पवार, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत तमाम राजनीतिक शख्सियतें और तीनों सेनाओं के बड़े अफसर सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे हैं। उन्‍हें श्रद्धांजलि देने वालों में विदेशी राजनयिक भी शामिल हैं। यहां पर दोपहर डेढ़ बजे तक उनके अंतिम दर्शन किए जा सकेंगे। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को अंतिम यात्रा के लिए ले जाया जाएगा और दो बजे अंतिम यात्रा बरार स्‍क्‍वायर पर पहुंचेगी।

बड़ी संख्या में लोग अपने पंसदीदा सैन्य अधिकारी के घर के बाहर मौजूद हैं और भारत माता की जय के नारे के साथ उन्हें अंतिम सलामी दे रहे हैं।

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सीडीएस जनरल रावत की दोनो बेटियों कृतिका और तारिणी ने अपने पिता और मां मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।

ब्रिगेडियर लिड्डर का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए सीडीएस बिपिन रावत के सैन्य सलाहकार ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर का शुक्रवार को बरार स्क्वायर पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनकी बेटी आसना मे पिता को मुखाग्नि दी। एक सैनिक का परिवार किस तरह उसकी ही तरह मजबूत होता है, रुला देने वाले माहौल में यह फिर दिखा। ब्रिगेडियर की पत्नी ने खुद को संभालते हुए कहा कि मैं एक सैनिक की पत्नी हूं। हमें उन्हें हंसते हुए एक अच्छी विदाई देनी चाहिए। हमने आज बहुत कुछ खो दिया है। वहीं आसना ने कहा कि मेरे पिता मेरे हीरो, मेरे सच्चे दोस्त थे।

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