उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले वाइस एडमिरल संदीप नैथानी AVSM, VSM ने 1 जून, 2021 को भारतीय नौसेना के चीफ ऑफ मैटेरियल का पदभार ग्रहण किया था। इससे पहले वह युद्धपोत उत्पादन और अधिग्रहण नियंत्रक के पद पर सेवा दे रहे थे।
भारतीय नौसेना के चीफ ऑफ मैटेरियल का जिम्मा संभाल रहे वाइस एडमिरल संदीप नैथानी को नई दिल्ली में लेखक मनजीत नेगी की बहुचर्चित किताब ‘केदारनाथ से साक्षात्कार’ के अंग्रेजी संस्करण ‘फेस टू फेस विद केदारनाथ’ की प्रति भेंट की गई। इस अवसर पर बीएसएफ के आईजी (सेवानिवृत्त) एसएस कोठियाल भी मौजूद रहे।
आजतक में एडीटर मनजीत नेगी ने केदारनाथ आपदा और उसके बाद केदारनाथ के पुनर्निर्माण की यात्रा को प्रत्यक्ष देखने के अनुभव को इस किताब में उतारा है। इसके हिंदी संस्करण का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद केदारनाथ मंदिर के प्रांगण मे विमोचन किया था। मनजीत नेगी दो अन्य किताबें हिल वॉरियर्स और साधु से सेवक भी लिख चुके हैं। साधु से सेवक प्रधानमंत्री के सार्वजनिक जीवन से पहले की उनकी आध्यात्मिक यात्रा पर आधारित है।
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले वाइस एडमिरल संदीप नैथानी AVSM, VSM ने 1 जून, 2021 को भारतीय नौसेना के चीफ ऑफ मैटेरियल का पदभार ग्रहण किया था। इससे पहले वह युद्धपोत उत्पादन और अधिग्रहण नियंत्रक के पद पर सेवा दे रहे थे। एक फ्लैग ऑफिसर के रूप में एडमिरल ने नौसेना मुख्यालय में मैटेरियल (आधुनिकीकरण) के सहायक प्रमुख के रूप में भी कार्य किया है।
वह नौसेना के प्रमुख विद्युत प्रशिक्षण प्रतिष्ठान आईएनएस वलसुरा की भी कमान संभाल चुके हैं। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला पुणे से स्नातक वाइस एडमिरल संदीप नैथानी 01 जनवरी 1985 को भारतीय नौसेना में कमीशन हुए थे। उनकी पहली नियुक्ति नौसेना की विद्युत शाखा में हुई थी। वह नौसेना के सबसे वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी के रूप में जहाजों, पनडुब्बियों के लिए सभी प्रकार के उपकरणों और हथियार प्रणालियों के चयन, प्रेरण और रखरखाव से संबंधित सभी पहलुओं के प्रभारी रहे हैं।
नैथानी आईआईटी, दिल्ली से रडार एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएट और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) और नेशनल डिफेंस कॉलेज (एनडीसी) के पूर्व छात्र हैं। साढ़े तीन दशकों के अपने शानदार नौसैनिक करियर के दौरान वह विभिन्न चुनौतीपूर्ण पदों पर रहे हैं।
वाइस एडमिरल संदीप नैथानी ने विमान वाहक पोत ’विराट’ पर विभिन्न क्षमताओं के साथ सेवा दी है। वह मुंबई और विशाखापत्तनम के नौसेना डॉकयार्ड में, नौसेना मुख्यालय के स्टाफ, कार्मिक और मैटेरियल शाखाओं में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। इसके साथ ही एडमिरल ने नौसेना के प्रमुख विद्युत प्रशिक्षण प्रतिष्ठान, आईएनएस वलसुरा की भी कमान संभाली थी।
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