चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने 08 अक्टूबर, 2023 को 92वें भारतीय वायु सेना दिवस (आईएएफ) के अवसर पर सभी वायु योद्धाओं, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। यह महत्वपूर्ण अवसर एक सदी तक भारतीय वायुसेना के राष्ट्र के प्रति अटूट समर्पण और अद्वितीय सेवा को दर्शाता है। इस अवसर पर हम उन बहादुरों को भी श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में अंतिम बलिदान दिया। उनका साहस, वीरता और समर्पण भारत की पीढ़ियों को सतत प्रेरित करता है।
भारतीय वायुसेना ने देश द्वारा लड़े गए सभी युद्धों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, वायु हमले किए हैं, युद्ध क्षेत्रों से भारतीय प्रवासियों को निकाला है और सीमाओं के भीतर और बाहर मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) मिशन के माध्यम से राहत प्रदान की है। भारतीय वायुसेना का मित्र देशों के साथ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अभ्यासों में नियमित और सफल संबंधो का समृद्ध इतिहास रहा है। इसने वैश्विक वायु सेनाओं के साथ पर्याप्त रूप से अंतर-क्षमता का प्रदर्शन किया है, जिससे हमारे निकटतम पड़ोसी क्षेत्र और विस्तारित वातावरण में भी प्रभावी ढंग से काम करने की अपनी क्षमता स्थापित हुई है।
भारतीय वायु सेना ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत स्वदेशी रक्षा उत्पादन के माध्यम से क्षमता विकास को प्रोत्साहित किया है। इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, भविष्य काल में युद्ध से निपटने के लिए अंतरिक्ष और साइबर क्षमताओं का उपयोग करने, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित डिसीजन टूल्स और सिस्टम के रूप में शक्ति बढ़ाने की क्षमता की दिशा में एक सराहनीय प्रयास किया गया है, जिसमें स्वार्म अनमैन्ड म्यूनिशन सिस्टम जैसी नवीनतम तकनीक को शामिल किया गया है, जो भारतीय वायुसेना द्वारा परिकल्पित सफल मेहर बाबा ड्रोन प्रतियोगिता का परिणाम है।
भारतीय वायुसेना आधुनिकीकरण, नवाचार और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के साथ 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। आइए, इस 92वें वायुसेना दिवस पर हम सभी भारतीय वायुसेना का सम्मान करें और हमारे आकाश की रक्षा करने वाले पुरुषों और महिलाओं के प्रति मिलकर आभार व्यक्त करें जो हमारे भविष्य को सुरक्षित करने के लिए ऊंची उड़ान भरते हैं। यह हमारे राष्ट्र की शक्ति और संकल्प का प्रतीक बना रहेगा।
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