कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान ने सभी लोगों को नव वर्ष की बधाई दी और उन्होंने कामना की कि नव वर्ष 2024 सभी को स्वस्थ्य एवं दीर्घायु करें। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में राज्यपाल द्वारा दिये गये सभी लक्ष्यों को विश्वविद्यालय के सभी लोगों के सहयोग पूर्ण किया जा सका है।
विश्वविद्यालय में शोध निदेशालय द्वारा नव वर्ष कार्यक्रम एवं शोध परिषद की दूसरी बैठक आज गांधी हाल में आयोजित की गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान द्वारा की गयी। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान, विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र एवं एल्यूमिनाई डा. बी.बी. सिंह, धानुका एग्रीटेक लिमिटेड के प्रेसीडेंट डा. ए.एस. तोमर, निदेशक शोध डा. ए.एस. नैन, संयुक्त निदेशक डा. पी.के. सिंह मंचासीन थे। कार्यक्रम में अधिष्ठाता, निदेशक एवं संकाय सदस्य, वैज्ञानिक उपस्थित थे।
कार्यक्रम में कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान ने नव वर्ष की बधाई दी और उन्होंने कामना की कि नव वर्ष 2024 सभी को स्वस्थ्य एवं दीर्घायु करें। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में राज्यपाल द्वारा दिये गये सभी लक्ष्यों को विश्वविद्यालय के सभी लोगों के सहयोग पूर्ण किया जा सका है। उन्होंने ई-ऑफिस की शुरूआत की घोषणा की और ई-आफिस प्रारम्भ करने हेतु सहयोग के लिए शोध निदेशालय की टीम को बधाई दी।
उन्होंने बताया कि ई-आफिस की शुरूआत में एक महीने फिजिकल एवं ई-आफिस कार्य दोनों एक साथ किये जाएंगे और एक महीने के बाद इसको पूरी तरह लागू कर दिया जाएगा। इसके लागू होने से जहां एक ओर स्टेशनरी की खपत कम होगी वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय को आर्थिक बचत भी होगी।
उन्होंने सभी से मिलकर एवं विश्वविद्यालय अनुशासन में रहकर और विश्वविद्यालय के हित कार्य करने हेतु अपील की। विश्वविद्यालय में बदलाव लाने की आवश्यकता है और हम सभी को नयी सोच के साथ सहयोग करने पर बल दिया। डा. ए.एस. तोमर ने सभी को टीम वर्क में रहकर कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया तथा डा. बी.बी. सिंह द्वारा अपने जीवन की यात्रा को सभी के साथ साझा किया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ डा. ए.एस. नैन ने अतिथियों का स्वागत किया तथा शोध परिषद का गठन एवं उद्देश्य के बारे में विस्तार से बताया। उन्हांने बताया कि शोध परिषद की प्रथम बैठक 17 जून 2023 को आयोजित की गयी थी। उन्होंने ई-आफिस मॉडयूल के विकल्पों के बारे में भी विस्तार से बताया। कार्यक्रम में एनआईसी सेल के प्रोजेक्ट मैनेजर अजय विश्वास को ई-ऑफिस तैयार करने एवं उसके कार्यों में सहयोग करने हेतु प्रशस्ति-पत्र एवं सहयोग राशि प्रदान दी गयी।
कार्यक्रम में ड्रोन के प्रशिक्षण हेतु पाइलेट प्रोजेक्ट का विश्वविद्यालय एवं मैसर्स फालकोन इनफो सल्यूषन प्रा.लि. कोटा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमित मलिक के मध्य एमओयू हुआ जो कि ड्रोन के संचालन हेतु प्रशिक्षण प्रदान करेगा। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को सम्मानित किया गया।
डा. एस.के. वर्मा प्राध्यापक, आनुवंशिकी और पादप प्रजनन विभाग द्वारा दलहनी की प्रजातियां विकसित करने हेतु आईसीएआर की स्क्रीनिंग समिति द्वारा आउटस्टैडिंग रिसर्चर अवार्ड 2023 से सम्मानित किया गया। साथ ही बेस्ट परफारमेंस सेंटर नारमन ई.बोरलॉग फसल अनुसंधान केन्द्र के संयुक्त निदेशक डा. एस.के. वर्मा को सम्मानित किया गया।
विश्वविद्यालय के तीन वैज्ञानिकों क्रमशः डा. एस.एस. सिंह प्रभारी कृषि विज्ञान केन्द्र, अल्मोड़ा, डा. ओम प्रकाश प्राध्यापक रसायन विज्ञान विभाग और डा. अनिल कुमार प्रध्यापक पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान महाविद्यालय को डा. राधाकृष्णन बेस्ट टीचिंग रिसर्च अवार्ड 2023 से सम्मानित किया गया। धानुका एग्रोटेक की ओर से एक पीएचडी एवं एक मास्टर्स विद्यार्थी को असिस्टेंषिप स्वरूप क्रमषः रू. 20,000.00 एवं रू. 10,000.00 की राशि प्रदान की गयी। कार्यक्रम में छाया शुक्ला एवं डा. के.पी. सिंह द्वारा नव वर्ष 2024 की कविता प्रस्तुत की गयी। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त निदेशक शोध डा. अनिल कुमार द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन डा. पी.के. सिंह ने किया।
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