उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण यमुना नदी के आस-पास के क्षेत्र राना चट्टी, हनुमान चट्टी, स्याना चट्टी, पाली गाड़ में पुलिस संचार माध्यम से रात्रि में ही लोगों को सतर्क कर दिया गया था। इस कारण से किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं है।
लोकेंद्र सिंह बिष्ट, उत्तरकाशी
गत रात्रि में करीब 12 बजे यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से श्री यमुनोत्री धाम में नदी के किनारे बने शौचालय बहने, पुरोहित सभा के कक्ष आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने, मंदिर समिति का जनरेटर व स्ट्रीट लाइट क्षतिग्रस्त होने के साथ मंदिर प्रंगण के निचले क्षेत्र में मालवा आया है। इसके अतिरिक्त जानकीचट्टी राम मंदिर में पर्यटन विभाग का पंजीकरण केंद्र क्षतिग्रस्त हुआ है। जानकीचट्टी बड़ी पार्किंग में पानी व मलवा आने से 1-2 मोटर साईकिल व 1-2 खच्चर बहने तथा 2 मैक्स गाडियों की मलवे मे फंसे होने की जानकारी प्राप्त हुयी है। पुलिस, एसडीआरएफ व प्रशासन के कार्मिको द्वारा जानकीचट्टी में नदी के तटवर्ती क्षेत्र के भवनों को रात में ही खाली करवाकर प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचा दिया था।
यमुना नदी के किनारे आस-पास के क्षेत्र राना चट्टी, हनुमान चट्टी, स्याना चट्टी, पाली गाड़ में पुलिस संचार माध्यम से रात्रि में ही लोगों को सतर्क कर दिया गया था। किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है। वर्तमान में यमुना नदी का जलस्तर सामान्य है। जिला प्रशासन की टीम द्वारा नुकसान का जायजा लिया जा रहा है। जानकीचट्टी में होटल शुभम पैलेस के सामने कटाव होने से रोड पर दरारें आ गयी है, उक्त स्थान पर सुरक्षा की दृष्टि से दोनों तरफ से यातायात के आवागमन को रोका गया है। इसके अतिरिक्त विद्युत लाईन, पर्यटन विभाग सूचना केन्द्र, सुलभ शौचालय जिला पंचायत के शौचालय, कूड़ा कॉम्पेक्टर मशीन भी क्षतिग्रस्त हुई है। जानकीचट्टी में कई दुकानों में मलवा भरने के साथ ही उरेडा पावर हाउस की नहर तथा यात्री पंजीकरण केन्द्र को भी क्षति पहुंची है। इस घटना में वर्तमान तक कोई जनहानि एवं पशुहानि नहीं हुई है। यमुनोत्री पैदल मार्ग सुरक्षित है।
अतिवृष्टि से प्रभावित यमुनोत्री क्षेत्र में प्रभावित आवश्यक सुविधाओं की बहाली एवं आवश्यक सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाने के लिए विभिन्न विभागों के स्तर से तेजी से कार्रवाई की जा रही है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने संबंधित विभागों को इसके लिए जिम्मेदारी सौंपने के साथ ही अधिकारियों की टीम को मौके पर भेजकर नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट देने और तत्काल सुरक्षात्मक कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
प्रशासन के द्वारा यात्रा के सुरक्षित व सुचारू संचालन हेतु सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं और यमुनोत्री धाम में आज भी तीर्थयात्रियों का आवागमन पूर्व की भांति जारी रहा। यमुनोत्री धाम में यात्रा को सुचारू व सुरक्षित संचालन तथा क्षेत्र में इस क्षेत्र में अतिवृष्टि से प्रभावित सुविधाओं की बहाली की कार्रवाईयों पर जिला मुख्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष से निरंतर निगरानी रखकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश निर्गत किए जा रहे हैं।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने नियंत्रण कक्ष में पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी तथा अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की और मौके पर गए अधिकारियों से भी वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। इस मौके पर बताया गया कि वर्तमान में यमुना नदी का जल स्तर सामान्य है। यमुनोत्री पैदल मार्ग भी सुचारू है और यात्रा सामान्य दिनों की तरह संचालित हो रही है। गंगोत्री क्षेत्र के विधायक सुरेश चौहान ने भी नियंत्रण कक्ष में पहुंचकर यमुनोत्री क्षेत्र की स्थिति की जानकारी लेने के साथ ही यात्रा व्यवस्था व प्रभावित क्षेत्र में की जा रही कार्रवाईयों के बारे में अधिकारियों से विचार-विमर्श किया।
डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने इस क्षेत्र में हुए नुकसान का आकलन करने एवं बाधित आवश्यक सेवाओं को तत्काल बहाल करने हेतु उपजिलाधिकारी बड़कोट की अध्यक्षता में समिति गठित की है। समिति में सिंचाई खंड पुरोला, लोनिवि बड़कोट डिवीजन, विद्युत वितरण खंड बड़कोट तथा जिला विकास प्राधिकरण के अधिशासी अभियंताओं के साथ ही जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी और परियोजना प्रबंधक निर्माण इकाई उत्तराखंड पेयजल निगम विकासनगर को शामिल किया गया है। जिलाधिकारी ने समिति को तत्काल क्षेत्र में तैनात रहते हुए क्षेत्र में हुई क्षति का विस्तृत सर्वेक्षण आख्या सायं तक अनिवार्यरूप से उपलब्ध करवाने और इस घटना के कारण एवं प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा हेतु तात्कालिक कार्य अविलंब शुरू कराने और दीर्घकालीन उपायों के बारे में सुझाव देने के भी निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने यमुनोत्री धाम में सुरक्षा उपाय किए जाने सहित जानकीचट्टी पार्किंग से मलवा हटाने तथा नदी को मूल धारा की तरफ चैनलाईज करने के लिए सिंचाई विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों को तत्काल मौके पर आवश्यक मशीनें और अन्य संसाधनों को तैनात कर अविलंब काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने जानकीचट्टी में सड़क की मरम्मत, यमुनोत्री मार्ग को सुचारू व सुरक्षित बनाये रखने के लिए लोनिवि व वन विभाग अधिकारियों को लिखित निर्देश जारी करने के साथ ही पार्किंग, पेयजल, विद्युत आपूर्ति, चिकित्सा, सफाई, खाद्यान्न व आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, संचार एवं सुरक्षा आदि व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए रखने हेतु भी संबंधित विभागों को कार्रवाई करने की हिदायत दी है।
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *