उत्तराखंड में पौड़ी जिले के कोटद्वार और दुगड्डा क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि ने जमकर कहर बरपाया है। इससे जहां कई घरों को नुकसान हुआ है वहीं, कोटद्वार-पौड़ी नेशनल हाईवे 15 किमी के हिस्से में 12 से अधिक स्थानों पर टूट गया या पहाड़ से पत्थर गिरने से बंद हो गया है। जिसके बाद आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निराक्षण किया।
कुंभीचौड़ रतनपुर को जोड़ने वाले गाड़ीघाट के क्षतिग्रस्त एप्रोच मार्ग तथा मालन नदी के हल्दुखाता किशनपुर – सिगड्डी वैकल्पिक मार्ग का किया गया स्थलीय निरीक्षण
आपदाग्रस्त क्षेत्र में बाधित हुई सड़क कनेक्टिविटी को युद्ध स्तर पर बहाल करने तथा प्रभावित लोगों को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा स्थानीय विधायक कोटद्वार तथा विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी के साथ कोटद्वार में आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया गया।
गाड़ीघाटी में कुंभीचौड – रतनपुर को जाने वाले एप्रोच मार्ग पर तेजी से कार्य करने को कहा तथा मालन नदी पर हल्दूखाता – किशनपुर – सिगड्डी मार्ग का स्थलीय निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल कनेक्टिविटी को बहाल करने के निर्देश दिए।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को विभिन्न स्थानों पर बाधित हुई सड़क कनेक्टिविटी को युद्ध स्तर पर बहाल करने को कहा। विभिन्न स्थानों पर आपदा से प्रभावित हुए लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी को दुरुस्त करें तथा वहां पर आवश्यकता के अनुसार फागिंग – चूना छिड़काव करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में आपदा से हुई विभिन्न प्रकार की क्षति का व्यापक रूप से आकलन करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि हमारा पहला प्रयास है कि राज्य में मानसूनी बरसात से जो चीजें अस्त व्यस्त हुई है उनको सामान्य करना है तथा जो लोग आपदा से प्रभावित हुए हैं उनको प्राथमिक रूप से उनकी आवश्यकता के अनुरूप त्वरित सहायता और राहत प्रदान की जाय। तत्पश्चात विभिन्न क्षेत्रों में आपदा से हुई क्षति का त्वरित आकलन करते हुए इसके त्वरित सुधारीकरण के कदम उठाए जाने की बात कही।
इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ निरीक्षण कर रही विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा आज स्वयं आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया गया है और शीघ्रता से सामान्य स्थिति बहाल करने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
उत्तराखंड में पौड़ी जिले के कोटद्वार और दुगड्डा क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि ने जमकर कहर बरपाया है। इससे जहां कई घरों को नुकसान हुआ है वहीं, कोटद्वार-पौड़ी नेशनल हाईवे 15 किमी के हिस्से में 12 से अधिक स्थानों पर टूट गया या पहाड़ से पत्थर गिरने से बंद हो गया है। जिससे शहर का शेष गढ़वाल से संपर्क कट गया है। जिन लोगों का जरूरी काम है वह चट्टान पर चढ़कर पैदल चलकर आना पड़ रहा है।
इस दौरान जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. आशीष चौहान, अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार शेखर सुयाल, उप जिला अधिकारी प्रमोद कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कार्मिक उपस्थित थे।
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