उत्तराखंड की आय का मुख्य स्रोत पर्यटन है। इससे न सिर्फ सरकार को राजस्व मिलता है बल्कि बड़ी संख्या में पर्यटन से रोजगार भी पैदा होता है। इनमें से एक है एडवेंचर टूरिज्म। सीएम ने संकेत दिए हैं कि जल्द ही इसे खोलने पर फैसला लिया जा सकता है।
कोरोना काल में लॉकडाउन के बाद चल रही चरणबद्ध अनलॉक प्रक्रिया के साथ ही उत्तराखंड में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के प्रयास तेजी से किए जा रहे हैं। सूबे में पहले बाजार खुले, कामकाज बढ़ा, दफ्तरों, मीटिंगों का दौर शुरू हुआ। अब सरकार आय और रोजगार के मुख्य स्रोत पर्यटन पर विशेष ध्यान दे रही है। आध्यात्मिक एवं धार्मिक पर्यटन को एहतियात बरतते हुए सीमित छूट के साथ खोला गया है और अब साहसिक पर्यटन से जुड़े क्षेत्रों को खोलने की तैयारी की जा रही है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट कर इसके संकेत दिए। उन्होंने लिखा कि साहसिक पर्यटन में युवाओं के लिए स्वरोजगार की काफी संभावनाएं हैं। राज्य सरकार साहसिक पर्यटन के नए केंद्र विकसित करने के प्रयास कर रही है। हमारी कोशिशें सफल होती भी दिख रही हैं।
उन्होंने कहा कि #13District13NewDestination योजना के तहत ऐसी ही एक कोशिश पौड़ी जिले की नयार घाटी में की गई है। सतपुली में एंगलिंग कैंप के साथ नयार घाटी में एडवेंचर स्पोर्ट्स यानी राफ़्टिंग, कयाकिंग, एंगलिंग, बर्ड वॉचिंग और पैरामोटरिंग पर्यटकों को आकर्षित करेंगे।
https://www.facebook.com/tsrawatbjp/videos/1372424342967444/
दरअसल, एडवेंचर टूरिज्म एक ऐसा क्षेत्र है, जो धार्मिक पर्यटन के बाद उत्तराखंड में रोजगार का बड़ा जरिया बन सकता है। लिहाजा सरकार इस क्षेत्र पर विशेष ध्यान दे रही है। पौड़ी के जिलाधिकारी धीरज गर्ब्याल ने भी इसका वीडियो साझा करते हुए लिखा, ‘माननीय मुख्यमंत्री महोदय के निर्देशन में साहसिक पर्यटन की संभावनाओं को तलाशती पौड़ी पर्यटन विभाग की टीम। …सतपुली एंगलिंग कैंप के अस्तित्व में आने के साथ ही नयार घाटी साहसिक पर्यटन के केंद्र के रूप में अपनी जगह बना लेगी।‘
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