यह बैठक इसलिए भी अहम हो जाती है कि दिल्ली में तबलीगी जमात के आयोजन में उत्तराखंड से भी कई लोग गए थे।अभी तक यह पता नहीं चला है कि उत्तराखंड के ये लोग कहां हैं। जो 280 लोग ‘लापता’ बताए जा रहे हैं, वे देहरादून, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी और हरिद्वार के हैं।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की रोकथाम की खातिर लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कराने के लिए राज्य सरकार की ओर लगातार समीक्षा बैठक की जा रही है। राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने बुधवार को पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में सीडीओ पौडी, एसडीम श्रीनगर, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज, स्वास्थ आधिकारियों तथा पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने श्रीनगर में स्वास्थ्य सेवाओं तथा लॉकडाउन के अनुपालन के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को साफ कर दिया है कि पौड़ी जिले में सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जाए। यह कोरोना से बचाव का सबसे अहम तरीका है।
उत्तराखंड सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों की निगरानी के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने सहयोगी कैबिनेट एवं राज्यमंत्रियों को जिलेवार जिम्मेदारी आवंटित की हैं। हरक सिंह रावत को पौड़ी का प्रभार सौंपा गया है।
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श्रीनगर गढ़वाल का मुख्य केंद्र है। ऐसे में हरक सिंह ने आवश्यक सेवाएं दे रहें स्वास्थ्य तथा पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कोरोना बीमारी के रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए जरूरी तैयारियों के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जाए। उन्होंने श्रीनगर में स्वास्थ्य एवं आवश्यक सेवाओं से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों की जानकारी भी ली। उन्होंने बैठक में उपस्थित सीडीओ पौड़ी तथा एसडीएम श्रीनगर को इस बीमारी के रोकथाम के लिए लोगों में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता फैलाने के निर्देश भी दिए।
यह बैठक इसलिए भी अहम हो जाती है कि दिल्ली में तबलीगी जमात के आयोजन में उत्तराखंड से भी कई लोग गए थे। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड के करीब 280 लोग देश के अलग-अलग राज्यों में तबलीगी जमात के तहत इस्लाम का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। चिंता की बात तो यह है कि अभी तक पता ही नहीं चला है कि उत्तराखंड के ये लोग कहां हैं। जो 280 लोग ‘लापता’ बताए जा रहे हैं कि वे देहरादून, पौड़ी, टिहरी, उत्तराशी और हरिद्वार के हैं।
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