कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने मास्को स्थित रसियन तिमिरयाजेव स्टेट एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू किया।
कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान अपने दो-सप्ताह के रूस के भ्रमण के अन्तिम चरण में मास्को स्थित रसियन तिमिरयाजेव स्टेट एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी का विश्वविद्यालय के चार-सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल के साथ 28 सितम्बर 2024 को भ्रमण किया तथा शोध एवं प्रशिक्षण के हेतु करार के लिए सहमति प्राप्त हुई।
रसियन तिमिरयाजेव स्टेट एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के रेक्टर प्रोफेसर त्रुखाचेव व्लादिमीर इवानोविच, अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों के प्रमुख वाइस रेक्टर प्रोफेसर क्रिवचंस्की इवान फिलिपोविच ने बताया की उनका विश्वविद्यालय कृषि और हार्टिकल्चर के विभिन्न फसलों पर शोध कार्य कर रहे है।
उन्होंने बताया कि उनके वैज्ञानिकों ने स्ट्राबेरी, सेब, अंगूर आदि की अनेक प्रजातियों पर शोध कार्य कर आवश्यकतानुसार प्रजातियां विकसित की और पंतनगर विश्वविद्यालय के साथ कार्य कर इस दिशा में और अधिक शोध के इच्छुक हैं। उन्होंने बताया कि 110 विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू किये गये हैं। उन्होंने कहा की पंतनगर विश्वविद्यालय जोकि कृषि के क्षेत्र में भारत का प्रथम विश्वविद्यालय है, के बारे में सुना है और उसके साथ काम करने में प्रसन्नता होगी।
कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अब तक विभिन फसलों के 350 से भी ज्यादा प्रजातियां विकसित कर चुका है। विश्वविद्यालय ने विश्व के अनेक शीर्ष शोध संस्थानों के साथ शोध करार किया है और वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी के साथ डुअल डिग्री प्रोग्राम भी संचालित कर रहा है। इस बात पर सहमति हुई की दोनों विश्वविद्यालय शीघ्र ही अपने वैज्ञानिकां एवं विद्यार्थियों को एक दुसरे के पास भेजेंगे तथा कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान द्वारा 2025 में 10 विद्यार्थियों और 2 वैज्ञानिकों को पन्तनगर विश्वविद्यालय में आने के लिए आमंत्रित किया गया।
निदेशक संचार डॉ. जे.पी. जायसवाल ने बताया कि कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान द्वारा रूस का एक बहुत सफल भ्रमण रहा है जिसमें रूस के चार विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर शोध एवं प्रशिक्षण कार्य करने के लिए सहमति बनी जिससे पंतनगर विश्वविद्यालय एवं रूस के विश्वविद्यालयों में पशुचिकित्सा विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी एवं कृषि विज्ञान में शोध एवं शिक्षण कार्यों में सुदृढ़ता आयेगी।
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *