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उत्तराखंड में भूतपूर्व सशस्त्र सैन्य और अर्द्वसैनिक बलों के संगठन हैं, जो अपने-अपने विचारों और लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए संगठित हैं। इनकी संख्या लगभग 50 से 60 है। हम उत्तराखंड की राजनीति में संगठित रूप से भागीदारी करने में क्यों असफल रहे हैं? यह विचारणीय और गहन चिंतन का विषय है।
READ MOREसीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष होने के अवसर पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोहों की शुरूआत कर दी है। इसके महत्त्व को ध्यान में रखते हुए बीआरओ देश भर में कल्याणकारी और देशभक्ति से सम्बंधित गतिविधियों तथा कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है।
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उत्तराखंड में भूतपूर्व सशस्त्र सैन्य और अर्द्वसैनिक बलों के संगठन हैं, जो अपने-अपने विचारों और लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए संगठित हैं। इनकी संख्या लगभग 50 से 60 है। हम उत्तराखंड की राजनीति में संगठित रूप से भागीदारी करने में क्यों असफल रहे हैं? यह विचारणीय और गहन चिंतन का विषय है।
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