[fvplayer id=”10″]
देहरादून में ‘मेधावी छात्र सम्मान’ कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने शिरकत की। इस कार्यक्रम में प्रदेश के आठ टॉपर्स समेत प्रत्येक जिले के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के तीन-तीन टॉपर्स को सम्मानित किया।
READ MOREराज्य में वर्ष 2000 से पूर्व तीन राजकीय, एक डीम्ड विश्वविद्यालय और दो राष्ट्रीय महत्व के उच्चशिक्षा संस्थान थे। पिछले 23 वर्षों में उत्तराखंड में विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों एवं अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में अभूतपूर्व संख्यात्मक वृद्धि हुई। एनआईआरएफ यानी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क-2024 की रिपोर्ट आई है। जिसमें उत्तराखंड को एक बार फिर निराशा सामना का करना पड़ा है।
READ MOREउत्तराखंड सरकार लगातार राज्य की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने में लगी हुई है जिससे कि यहां पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य सुधरे। सरकार स्कूली छात्र-छात्राओं को फ्री में पाठ्य पुस्तकें दे रही है। राज्य में माध्यमिक स्तर पर 559 स्कलों को क्लस्टर विद्यालय के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके लिए 679 स्कूलों को चिन्हित किया गया है।
READ MOREमुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत आज मीडिया से वर्चुअली रूबरू हुए। उन्होंने सभी को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण पर सरकार का फोकस है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रूद्रपुर, हरिद्वार व पिथौरागढ़ में मेडिकल कालेज पर जल्द काम शुरू हो जाएगा।
READ MORE[fvplayer id=”10″]
देहरादून में ‘मेधावी छात्र सम्मान’ कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने शिरकत की। इस कार्यक्रम में प्रदेश के आठ टॉपर्स समेत प्रत्येक जिले के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के तीन-तीन टॉपर्स को सम्मानित किया।
READ MOREराज्य में वर्ष 2000 से पूर्व तीन राजकीय, एक डीम्ड विश्वविद्यालय और दो राष्ट्रीय महत्व के उच्चशिक्षा संस्थान थे। पिछले 23 वर्षों में उत्तराखंड में विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों एवं अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में अभूतपूर्व संख्यात्मक वृद्धि हुई। एनआईआरएफ यानी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क-2024 की रिपोर्ट आई है। जिसमें उत्तराखंड को एक बार फिर निराशा सामना का करना पड़ा है।
READ MORE