मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड देश का मस्तक है, सांस्कृतिक केंद्र है। इस देवभूमि के युवाओं का भविष्य बेहतर हो उन्हें अनुकूल अवसर उपलब्ध हो इसके लिए कारगर प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं के हित में कोरोना के कारण पिछले एक वर्ष के दौरान प्रतियोगिता परीक्षा अधिकतम आयु पूरी करने वालों को आयु में एक वर्ष की छूट प्रदान की जाने की व्यवस्था की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित कैम्प कार्यालय में ‘जब सीएम हो साथ तो बन जाए हर बात’ कार्यक्रम के तहत जनपद उधमसिंह नगर के विभिन्न स्कूलों के छात्रों से वर्चुअली संवाद किया। मुख्यमंत्री ने उनसे जीवन में सफलता के लिए अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करने को कहा।
सीएम धामी ने कहा कि हमारी युवाशक्ति देश की ताकत है। युवा समय का बेहतर सदुपयोग कर जीवन में सफलता के सोपान प्राप्त कर सकते हैं। बीता हुआ समय लौटकर नहीं आता है, इसलिये समय के साथ चलकर उसकी उपयोगिता को समझना जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने युवाओं को जीवन में सफलता के लिए संकल्प लेने की सीख देते हुए कहा कि जब हम संकल्प में विकल्प की सोच लाते हैं तो सफलता की राह कठिन हो जाती है। हमें किसी भी कार्य के लिये संकल्प लेकर उसे पूरा करने का लक्ष्य बनाना होगा। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि साधारण परिवार में जन्मे इन महानुभावों ने देश व दुनिया को नई दिशा देने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को अपने अंदर नेतृत्व क्षमता विकसित करने पर भी ध्यान देना चाहिए। छात्र स्वयं का आंकलन करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्ति स्वयं से झूठ नहीं बोल सकता है।
वेबिनार में छात्रों से संवाद के दौरान उनके प्रश्नों का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में छात्रों को माध्यमिक शिक्षा के बाद बेहतर शिक्षा व्यवस्था के प्रयास किए जाएंगे। छात्राओं की बेहतर शिक्षा व्यवस्था के लिये महिला विश्वविद्यालय की स्थापना पर भी संभावनायें तलाशी जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं की खेल प्रतिभाओं के विकास के लिए प्रदेश की खेल नीति तैयार की जाएगी। खेलों के लिये अवस्थापना सुविधाओं का विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वंदना कटारिया ने महिला हॉकी में प्रदेश का नाम रोशन किया है। उनकी सफलता पर 25 लाख का पुरस्कार दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड देश का मस्तक है, सांस्कृतिक केंद्र है। इस देवभूमि के युवाओं का भविष्य बेहतर हो उन्हें अनुकूल अवसर उपलब्ध हो इसके लिए कारगर प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं के हित में कोरोना के कारण पिछले एक वर्ष के दौरान प्रतियोगिता परीक्षा अधिकतम आयु पूरी करने वालों को आयु में एक वर्ष की छूट प्रदान की जाने की व्यवस्था की है। लोक सेवा आयोग, संघ लोक सेवा आयोग, एनडीए, सीडीएस आदि प्रतियोगिता की प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले युवाओं को मेन परीक्षा की तैयारी के लिए 50 हजार की धनराशि प्रदान किये जाने का निर्णय किया गया है। एमबीबीएस चिकित्सकों का इंटर्न भत्ता 7500 से 17000 किया गया है। द्वितीय विश्व युद्ध की वीरांगनाओं की पेंशन 8 हजार रुपये से 10 हजार की गई है। हल्द्वानी में सैनिकों के आश्रितों के लिए छात्रावास की स्थापना की जायेएगी। शीघ्र ही लगभग 24 हजार पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 30 अगस्त तक आवेदक युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने की योजना तैयार कर जिलाधिकारियों के माध्यम से एक ही स्थान पर कार्यक्रम आयोजित कर ऋण वितरण की कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने युवाओं का आह्वान किया कि जीवन में सफलता प्राप्त कर जिस क्षेत्र में भी कार्यरत रहें अपने परिवेश,प्रदेश व देश का नाम रोशन कर लोगों की भावनाओं से जुड़कर समाज का बेटा बनने का प्रयास करें।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने भी वर्चुअली प्रतिभाग किया तथा छात्रों से संवाद किया। जिन छात्रों ने मुख्यमंत्री से संवाद किया उनमें इंटर की छात्रा सौम्या शर्मा, छात्र विपिन कांडपाल, हिमांशु बिष्ट, यश अग्रवाल, कु. अंजली रानी, कु. नवजोत, कु. अंजू, कु. सलोनी बोरा, वंश अग्रवाल, पार्थ अग्रवाल, अरुषा नाथ आदि प्रमुख रही। छात्रों से वर्चुअल संवाद में स॔गठन महामंत्री अजेय, भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रभारी कुलदीप, अध्यक्ष कुंदन लटवाल, प्रदेश संयोजक सोशल मीडिया अमित नारंग भी उपस्थित थे।
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