कोरोना पर उत्तराखंड से मिल रहे शुभ संकेत, पर सोशल डिस्टेंसिंग भूले तो सब बेकार

कोरोना पर उत्तराखंड से मिल रहे शुभ संकेत, पर सोशल डिस्टेंसिंग भूले तो सब बेकार

उत्तराखंड में कोरोना वायरस से संक्रमण कितना फैला। कितने सैंपल की जांच हो गई है और क्या पहाड़ के लिए कुछ राहत की बात है। आइए समझते हैं कि उत्तराखंड के लोगों के लिए क्या शुभ संकेत मिल रहे हैं। हालांकि उन्हें इसे बरकरार रखने के लिए लॉकडाउन के नियमों का गंभीरता से पालन करना होगा।

उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना (Corona in Uttarakhand) का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। पहाड़ी इलाके अब भी संक्रमण से सुरक्षित हैं जबकि मैदानी इलाकों में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग और सरकार पूरा जोर लगाए हुए हैं। मैदानी इलाकों में 1-2 दिन के अंतराल पर एक, दो केस सामने आ रहे हैं, जिससे यह माना जा रहा है कि खतरा अभी टला नहीं है। देहरादून के अलावा एम्स ऋषिकेश में पिछले दिनों एक के बाद एक आए मामलों से चिंता बनी हुई है। आइए बिंदुवार समझते हैं कि प्रदेश में कोरोना वायरस का क्या अपडेट है–

1- उत्तराखंड के लोग इस बात से राहत महसूस कर रहे हैं कि दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, यूपी जैसे बड़े राज्यों में जिस दर से मामले बढ़ रहे हैं उसकी तुलना में प्रदेश अभी काफी बचा हुआ है। यहां कोरोना के मरीजों के ठीक होने की दर भी बेहतर है। प्रदेश में मरीजों का रिकवरी रेट 64 फीसद है।

2- एक हफ्ते में मरीजों के दोगुना होने की दर भी 40 दिन हो गई है, जो शुभ संकेत हैं। कोरोना जांच के लिए अब तक जितने भी सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं उसमें से केवल 0.81 प्रतिशत मामले ही पॉजिटिव निकले।

पढ़ें- ठेकों पर भीड़ को रोकने के लिए उत्तराखंड में भी बढ़ेंगे शराब के दाम!

3- अगर आंकड़ों की बात करें तो राज्य में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है, जिसमें 39 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। बाकी बचे 22 मरीजों का दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल, एम्स ऋषिकेश, मेला अस्पताल हरिद्वार और हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। इसमें दून के एक व्यक्ति को शामिल नहीं किया गया है, जिसकी रिपोर्ट दिल्ली के एक निजी अस्पताल में पॉजिटिव आई थी।

4- उधर, बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी की कोविड-19 रिपोर्ट निगेटिव आई है। वह 20 अप्रैल को केरल से ऋषिकेश पहुंचे थे।

5- मंगलवार को प्रदेश से 146 सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। इनमें ऊधमसिंहनगर से भेजे गए सबसे ज्यादा 51 सैंपल शामिल हैं। इसके अलावा नैनीताल से 48, देहरादून से 16, हरिद्वार से 4, अल्मोड़ा और पौड़ी से एक-एक सैंपल जांच को भेजा गया है। प्राइवेट लैब में भी 25 सैंपलों की जांच होनी है।

6- रेड से ऑरेंज जोन में आए देहरादून के लिए अच्छी खबर है। संक्रमण के कारण जिन तीन बस्तियों को 6 अप्रैल को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था, उनमें से दो बस्तियों को लॉकडाउन से बाहर कर दिया गया है। इनमें देहरादून की लक्खीबाग और डोईवाला की झबरावाला बस्ती शामिल है। अब यहां 17 मई तक का सामान्य लॉकडाउन प्रभावी रहेगा।

7- मंगलवार को लैब से 230 सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। सभी की रिपोर्ट निगेटिव है। आपको बता दें कि प्रदेश से कोरोना जांच के लिए कुल 8,060 सैंपल लैब भेजे गए थे, जिनमें से 7357 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव और 62 की पॉजिटिव आई है। पॉजिटिव मरीजों में भी सबसे अधिक 34 मरीज देहरादून जनपद से हैं।

8- पिछले दो दिनों में शराब के ठेकों पर जिस तरह से भीड़ उमड़ी है, वह लोगों की परेशानी बढ़ा सकती है। पीने के चक्कर में लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन नहीं किया तो कोरोना संक्रमित किसी शख्स से कई लोगों को संक्रमण फैल सकता है। ऐसे में सरकार ने भी अपील की है कि मास्क लगाएं और घर पर ही रहें। बहुत जरूरी होने पर बाहर निकलें तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अवश्य करें।

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