उत्तराखंड का नाम लेते ही पवित्रता, आस्था, धर्म और योग का आभास होता है। ऐसे में यहां लोगों को मर्यादा में रहने का पाठ पढ़ाने के लिए पुलिस ने ऑपरेशन मर्यादा शुरू किया है। गंगाघाटों पर पुलिसकर्मियों की टीम तैनात रहती है। किसी भी प्रकार की अश्लीलता, गंगा के किनारे हुक्का, बर्थडे पार्टी जैसे आयोजनों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया गया है।
देवभूमि उत्तराखंड में धार्मिक आस्था के खिलाफ जाकर हुड़दंग करने वालों को ध्यान में रखकर शुरू किया गया ‘ऑपरेशन मर्यादा’ काफी चर्चा में है। 15 जुलाई से शुरू इस अभियान के तहत अलग-अलग जिलों में चालान काटे गए और लोगों की गिरफ्तारियां भी हुईं। 11 अगस्त 2021 को जिलेवार रिपोर्ट सामने रखी गई है।
11 अगस्त तक कूड़ा फेंकने और थूकने के नियमों के उल्लंघन पर प्रदेश में कुल 465 चालान काटे गए, 132 लोगों को गिरफ्तार किया गया। कोटपा अधिनियम (होस्टल, रेस्टोरेंट, शैक्षणिक संस्थानों, कार्यालयों पर धूम्रपान) के तहत 2491 चालान कटे और 1,33,320 रुपये वसूले गए। धारा 81/83 उत्तराखंड पुलिस एक्ट में कुल 3894 चालान कटे और 954 गिरफ्तारी हुई। इसी तरह आबकारी अधिनियम में 71 एफआईआर और जुआ अधिनियम में 8 एफआईआर हुई। इसी तरह अलग-अलग ऐक्ट में कुल 7100 से ज्यादा लोगों के विरुद्ध कार्यवाही की गई और 1300 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए गए।
मकसद भी समझ लीजिए
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया है कि तीर्थ यात्रियों का देवभूमि में स्वागत है, लेकिन पिछले दिनों सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो वायरल हुए, जिससे देवभूमि की मर्यादा पर आघात पहुंचा है इसीलिए ऑपेरशन मर्यादा की शुरुआत की गई।
पुलिस महानिदेशक का कहना है कि प्रदेश आने वाले लोगों से यही अनुरोध है कि वे यहां की समृद्ध संस्कृति, मां गंगा और प्रकृति का सम्मान करें। तीर्थ स्थलों और गंगा किनारों पर हुड़दंग, मादक पदार्थों का सेवन न करें। पर्यटक स्थलों पर गंदगी करना मर्यादित आचरण नहीं है।
ऑपरेशन मर्यादा के जरिए लोगों को मर्यादा याद दिलाई जाए रही है। साथ ही जो लोग धार्मिक स्थल पर शराब पीते हैं, सिगरेट पीते हैं और हुड़दंग मचाते हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। धार्मिक स्थल पर कचरा फैलाने वालों के खिलाफ भी सख्ती बरती जा रही है।
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *