उत्तरकाशी के नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) ने पिछले साल पर्वतारोहण और अन्य कोर्सों के साथ ही एक और नया कोर्स माउंटेन बाइकिंग शुरू था। इस प्रशिक्षण में खास बात यह है कि किशोरों को भी इस कोर्स में शामिल होने का अवसर मिला है।
देश के नामचीन पर्वतारोहण प्रशिक्षण संस्थानों में से एक निम में कई तरह के पर्वतारोहण प्रशिक्षण कोर्स संचालित होते हैं। इनमें बेसिक से लेकर एडवांस, सर्च ऐंड रेस्क्यू और मैथड ऑफ इंस्ट्रक्शन कोर्स शामिल होते हैं।
आजकल एनआईएम एमटीबी (माउंटेन बाइकिंग) अभियान 2023 चला रहा है। इसके तीसरे दिन, प्रतिभागियों ने पैडलिंग मशीन (साइकिल) को चेक करने और ठीक करने के लिए ब्रेक लिया। चुनौतीपूर्ण इलाकों में दो दिनों की गहन साइकिलिंग के बाद, प्रतिभागियों के लिए रिचार्ज करना और किसी भी उपकरण संबंधी समस्या का समाधान करना महत्वपूर्ण था। इस दौरान सभी प्रतिभागी निम में ही रहे और चौथे दिन की तैयारी में जुटे रहे।
एमटीबी को माउंटेन बाइकिंग के नाम से जाना जाता है। यह एक विशेष प्रकार की साइकिल होती है। जिसे खासतौर पहाड़ी रास्तों, ढलानों जैसे मार्गों पर चलाने के लिए बनाया जाता है। यह साहसिक खेल होता है और इसे लेकर कई तरह के एक्सपीडिशन भी आयोजित होते हैं। निम में बेसिक कोर्स में प्रशिक्षुओं को एमटीबी की मरम्मत से लेकर संचालन की जानकारी दी जाएगी।
कुछ समय पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने हेतु उत्तराखंड भ्रमण में जा रहे निम के एमटीवी साइकिलिंग एक्सपीडीशन दल को फ्लैग ऑफ कर रवाना किया था।
उल्लेखनीय है केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई ‘वाइब्रेंट विलेज स्कीम’ के अंतर्गत सीमांत गांव के व्यापक विकास और चिन्हित सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार, स्थानीय स्तर पर रोजगार, पर्यटन को बढ़ाने, स्वस्थ भारत अभियान के तहत युवा वर्गों में साहसिक क्रियाकलापों के साथ स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से निम द्वारा उक्त अभियान का आयोजन किया जा रहा है।
इस अभियान में कुल 6 सदस्य है। यह अभियान प्रदेश के 11 जिलों से गुजरते हुये सम्पन्न होगा। इस अभियान का शुभारंभ जधोंग गांव से होगा। जिसमे कुल लगभग 1064 किलोमीटर की साइक्लिंग की जायेगी। इस अभियान के दौरान गढ़वाल व कुमाऊं दोनों मण्डलों में स्थित गढवाल विश्वविद्यालय, कुमाऊ विश्वविद्यालयों के छात्रों, एवं फैकल्टी मेंबर्स के साथ साहसिक क्रियाकलापों के साथ रोजगार का सृजन “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की धारणा के साथ संवाद व परिचर्चा भी सम्मिलित है।
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