दिल्ली के आकाश एयर फोर्स ऑफीसर मैस में हिल मेल और दीर्घायु द्वारा आम उत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी समेत कई गणमान्य लोग शामिल हुए।
दिल्ली के आकाश एयर फोर्स ऑफीसर मैस में हिल मेल और दीर्घायु द्वारा आम उत्सव का आयोजन किया गया। इस आम उत्सव में दशहरी, चौसा, डिंगा, मालदा, लंगड़ा, सफेदा, सिंदूरी, केसर आदि प्रकार के आम रखे गये थे। जिसमें केंद्रीय रक्षा एव पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट और भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
हिल मेल समय समय पर ऐसे कार्यक्रम करके लोगों को अपनी जड़ों से जोड़ने का काम करता रहता है। जैसे कि हिल मेल का प्रयास है एक अभियान पहाड़ों की ओर लौटने का। उसी के तहत हम उत्तराखंड के प्रवासियों को लेकर समय-समय पर विचार गोष्ठियों का आयोजन करते हैं जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों से जुडे़ लोग हिस्सा लेते हैं और देवभूमि के उत्थान को लेकर विचार विमर्श करते हैं। आम उत्सव के दौरान मिलेट्स मोटे अनाज पर लोगों ने चर्चा की और किस प्रकार से इसको आगे बढ़ाया जाये उसके बारे में भी बातचीत की गई। इस अवसर पर सब लोगों ने अपने अपने विचार साझा किये, और आम के इस मौसम में आम उत्सव मनाया गया।
आम उत्सव में कई अन्य गणमान्य लोगों ने भी हिस्सा लिया जिसमें एयर मार्शल संदीप सिंह, एमए, एनसीएससी, वाइस एडमिरल संदीप नैथानी, सीओएम, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल भट्ट, डीजी, भारतीय अंतरिक्ष संघ, एयर मार्शल वीपीएस राणा, पूर्व एओए, अश्विनी लोहानी, सीईओ, जीएमआर गु्रप, दीपेंद्र पाठक, स्पेशल कमीश्नर दिल्ली पुलिस, सुषमा रावत, डारेक्टर, एक्सप्लोरेशन, ओएनजीसी, रघुबीर लाल, ज्वाइंट सेकेटी, सुरक्षा लोक सभा, अनुराग अग्रवाल, आईजी, सीआरपीएफ, अरविंद नौटियाल, ज्वाइंट सक्रेट्री, पर्यावरण और वन मंत्रालय, टीसी उप्रेती, एडवाइजर बजाज गु्रप, सुकेश नैथानी, संस्थापक, ट्राइडेंट टेकलैब्स प्रा.लि., अनिमेश सिन्हा, उद्यमी, गौरव इस्सर, उद्यमी, असद खान, उद्यमी, मनोज बिष्ट, उद्यमी, पूरन टम्टा, उद्यमी, रोहित माथुर, उद्यमी, राजदीप रावत, मुख्य सुरक्षा अधिकारी, एम्स, अजीत दुबे, एडिटर डिफेंस, एएनआई, मनजीत नेगी, एडिटर आजतक, वाईएस बिष्ट, एडिटर, हिल मेल आदि प्रबुद्ध लोग शामिल हुए।
इस अवसर पर प्रबुद्ध महिलाओं ने भी अपनी अपनी बात रखी। सुषमा रावत ने कहा कि हम उत्तराखंड की विभिन्न भाषाओं, बोलियों और संस्कृतियों को पुनर्जीवित रखने के लिए कुछ काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा यह हमारी मातृभाषा के साथ-साथ संस्कृति को जीवित रखने में भी मददगार साबित हो सकती है। सभी लोगों ने कहा कि ऐसे आयोजन लगातार किये जाने चाहिए जिससे कि लोग एक दूसरे को जान-पहचान सके। इस दौरान उत्तराखंड के सरोकारों को लेकर कैसे काम किया जाये उस पर विचार विमर्श किया गया।
आम उत्सव के लिए असद खान ने अलग-अलग तरह के आम उपलब्ध कराये और सभी लोगों ने उनके द्वारा उपलब्ध कराये गये आमों का स्वाद लिया और उनकी प्रशंसा की। इसके अलावा टीसी उप्रेती की संस्था दीर्घायु ने भी आम उपलब्ध कराये।
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