सैनिक स्कूल घोड़ा खाल के छात्र शिवराज ने अपने नाम बडी जीत हासिल की है। उन्होंने एनडीए परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया और यह साबित कर दिया कि दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत की कोई सीमा नहीं होती। मुनस्यारी के ग्रामीण इलाके से आने वाले शिवराज की उपलब्धि प्रेरणा स्रोत बनकर चमकती है।
पिथौरागढ़ निवासी सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के छात्र शिवराज सिंह पछाई ने एनडीए प्रवेश परीक्षा में पूरे भारत में प्रथम स्थान प्राप्त कर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी हो गया है इस परीक्षा में 628 उम्मीदवारों को सफलता हासिल हुई। कैडेट शिवराज सिंह पछाई देश भर के उम्मीदवारों को मात देते हुए प्रतिष्ठित एनडीए परीक्षा में टॉपर बनकर उभरे हैं। कैडेट शिवराज सिंह पछाई, एक अनुशासित और समर्पित व्यक्ति हैं और सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के गौरवान्वित पूर्व छात्र हैं। यह असाधारण उपलब्धि सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के कैडेट के रूप में उनके पास मौजूद अपार प्रतिभा और क्षमता को उजागर करती है। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, 151 कोर्स में एआईआर 1 हासिल करके, उन्होंने रक्षा सेवाओं के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए एक नया मानक स्थापित किया है।
कैडेट शिवराज सिंह पछाई ने वर्ष 2022 में स्कूल कैप्टन के कर्तव्यों को अत्यंत समर्पण और निष्ठा के साथ निभाया। वह अपने स्कूल के दिनों में एक उत्कृष्ट वक्ता और बहुत अच्छे कलाकार थे। उन्होंने 2019 में आरडीसी में भाग लिया। पाठ्यचर्या और सह-पाठयक्रम गतिविधियों में उनकी भागीदारी वास्तव में उल्लेखनीय थी। सैनिक स्कूल घोड़ाखाल ने उन्हें एक आदर्श व्यक्ति के रूप में आकार देने और तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यह उल्लेखनीय उपलब्धि अनगिनत घंटों की कड़ी मेहनत, समर्पण और राष्ट्र की सेवा के महान उद्देश्य के प्रति गहरी प्रतिबद्धता का परिणाम है। कैडेट शिवराज की सफलता छात्रों के लिए एक प्रेरणा है और यह इस बात का एक चमत्कारिक उदाहरण है कि दृढ़ संकल्प और एकाग्रता के माध्यम से क्या हासिल किया जा सकता है।
कैडेट शिवराज की सफलता की यात्रा एक प्रेरणादायक कहानी है जो अनुशासन, समर्पण और कड़ी मेहनत के महत्व को रेखांकित करती है। यह उन लोगों के लिए आशा की किरण है जो सम्मानित सशस्त्र बलों के माध्यम से अपने देश की सेवा करने का सपना देखते हैं।
केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने छात्र शिवराज पछाई की इस उपलब्धि पर उन्हें शुभकामनाएं दी है केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि शिवराज जैसे छात्र भारत का भविष्य है शिवराज ने न सिर्फ क्षेत्र का बल्कि प्रदेश अपने विद्यालय सहित अपने माता पिता का भी नाम रोशन किया है उन्होंने कहा कि वे छात्र से मुलाकात करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने सैनिक स्कूल के प्रधानाचार्य ग्रुप कैप्टन विजय डंगवाल को भी विद्यालय की इस उपलब्धि पर शुभकामनाये दी।
प्रधानाचार्य ग्रुप कैप्टन वीएस डंगवाल, शिक्षक और शिवराज सिंह पछाई के गुरु गर्व से झूम रहे हैं क्योंकि वे सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के कैडेटों में महान नेतृत्व की क्षमता को पहचानते हैं। यह सैनिक स्कूल घोड़ाखाल और पूरे देश के लिए बड़े सम्मान का क्षण है।
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में मुनस्यारी क्षेत्र के रहने वाले उनके पिता भगत सिंह पछाई सरकारी विद्यालय में अध्यापन का कार्य करते है जबकि उनकी माता धना देवी गृहणी है शिवराज वर्ष 2015 से 2022 तक विद्यालय के छात्र रहे है।
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *