दिल्ली के आकाश एयर फोर्स ऑफीसर मैस में जीबी पंतनगर यूनिवर्सिटी, हिल-मेल, दीर्घायु द्वारा आम उत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें सीडीएस जनरल अनिल चौहान और नौसेना प्रमुख दिनेश त्रिपाठी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
नई दिल्ली के आकाश एयर फोर्स ऑफीसर मैस में जीबी पंतनगर यूनिवर्सिटी, हिल-मेल और दीर्घायु द्वारा आम उत्सव का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शिनी में जीबी पंतनगर यूनिवर्सिटी का विशेष सहयोग रहा और इसमें कई प्रकार के आम के किस्मों की प्रदर्शिनी लगाई गई। जिसमें दशहरी, लंगड़ा, चौसा, फजली, आम्रपल्ली, मल्लिका, पंत सिंदुरी, पीएमएसएस-1 (पंत शरद ऋतु), पीएमएसएस-17, गौरजीत, वनराज, सेंसेशन, टॉमी एटकिंस, तोतापुरी, अरुणिका, सोनपरी, तोतापुरी रेड स्मॉल, अंबिका, नीलगोआ, महमूद बहार, रत्ना, अंगूर लता, हाथीझूल, नीलुद्दीन, नीलेशन, पूसा श्रेष्ठ, पूसा लालिमा, पूसा प्रतिभा, पूसा पीतांबर, अर्का उदय, अल्फांसो-900 आदि कई प्रकार के आम के किस्मों की प्रदर्शिनी लगाई गई।
आम महोत्सव में आये सभी गणमान्य लोगों ने अलग अलग प्रकार के आम का स्वाद लिया और प्रदर्शिनी में लगे सभी आमों की प्रशंसा की। जीबी पंतनगर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एके सिंह ने प्रदर्शिनी में लगे आमों के बारे में गणमान्य लोगों को विस्तृत से बताया। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शिनी में कुल 28 किस्मों के आम लगाये गये हैं और देश में 236 प्रकार के आम पाये जाते हैं। इस प्रदर्शिनी में आम को लेकर एक श्लोगन भी लिखा गया था। ‘आओ आम खाए जिंदगी में मिठास लायें’। इस प्रदर्शिनी में जीबी पंतनगर यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ मनमोहन सिंह चौहान भी उपस्थित थे उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए सभी लोगों को बधाई दी और कहा कि जीबी पंत यूनिवर्सिटी के कृषि विशेषज्ञ लगातार उत्तम किस्म के फलों को तैयार करने में लगे हुए हैं और उनकी कोशिश है कि इससे बागवानी करने वाले किसानों को बहुत फायदा होगा।
गौरतलब रहे कि हिल-मेल समय समय पर ऐसे कार्यक्रम करके लोगों को जोड़ने का काम करता रहता है। जैसे कि हिल-मेल का प्रयास है एक अभियान पहाड़ों की ओर लौटने का। उसी के तहत उत्तराखंड के प्रवासियों को लेकर समय-समय पर विचार गोष्ठियों का आयोजन करते हैं जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों से जुडे़ लोग हिस्सा लेते हैं और देवभूमि के उत्थान को लेकर विचार विमर्श करते हैं। आम उत्सव के दौरान भी कई गणमान्य लोगों ने इस बात पर भी चर्चा की और किस प्रकार से उत्तराखंड को आगे बढ़ाया जाये उसके बारे में भी बातचीत की गई। इस अवसर पर सब लोगों ने एक दूसरे से अपने अपने विचार साझा किये, और आम के इस मौसम में आम उत्सव का मजा लिया।
आम उत्सव में कई अन्य गणमान्य लोगों ने भी हिस्सा लिया जिसमें सीडीएस जनरल अनिल चौहान, एडमिरल दिनेश त्रिपाठी, वाइस एडमिरल जी अशोक कुमार, एनएससीएस, एयर मार्शल एपी सिंह, वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ, एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित, डिप्टी चीफ ऑफ एयर स्टाफ, राजेंद्र सिंह, मेंबर एनडीएमए, डॉ मनमोहन सिंह चौहान, वीसी जीबी पंत यूनिवर्सिटी, एयर मार्शल सूरत सिंह, एयर वाइस मार्शल राजेश भंडारी, असिटेंट चीफ ऑफ एयर स्टाफ, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल भट्ट, डीजी, इंडियन स्पेश एसोसिएशन, एस परमेश, एडीजी, इंडियन कोस्ट गार्ड, अरविंद नौटियाल, ज्वाइंट सक्रेट्री, पर्यावरण और वन मंत्रालय, मंगेश घिडियाल, डिप्टी सक्रेट्री, पीएमओ, बीसी त्रिपाठी, पूर्व सीएमडी गेल, अनुराग अग्रवाल, ज्वाइंट सेकेटी, सुरक्षा लोक सभा, डॉ संजय कुमार, डारेक्टर, उत्तराखंड काउंसिल ऑफ बायोटेक्नोलोजी, डॉ साकेत बडोला, डारेक्टर, राजाजी नेशनल पार्क, एयर कमोडोर राज ठाकुर, कर्नल अजय कोठियाल, पूर्व प्रिसिपल निम, रोहित कुमार जोशी, वाइस प्रेजीडेंट, ओ2पावर, एसीपी ललित मोहन, एसीपी राजेंद्र सिंह बिष्ट, टीसी उप्रेती, एडवाइजर बजाज गु्रप, एससी पांडेय, सीएमडी, एसकेपी प्रोजेक्ट, अनिमेश सिन्हा, उद्यमी, उद्यमी, मनोज बिष्ट, उद्यमी, पूरन टम्टा, उद्यमी, रोहित माथुर, उद्यमी, अजीत दुबे, एडिटर डिफेंस, एएनआई, मनजीत नेगी, एडिटर आजतक, वाईएस बिष्ट, एडिटर, हिल मेल आदि प्रबुद्ध लोग शामिल हुए।
इस अवसर पर कई प्रबुद्ध महिलायें भी उपस्थित थी और सभी ने अपनी अपनी बात रखी। सभी लोगों ने कहा कि ऐसे आयोजन लगातार किये जाने चाहिए जिससे कि लोग एक दूसरे को जान-पहचान सके। इस दौरान इन लोगों ने उत्तराखंड के सरोकारों को लेकर कैसे काम किया जाये उस पर विचार विमर्श किया गया।
आम उत्सव के लिए जीबी पंतनगर यूनिवर्सिटी ने अलग-अलग तरह के आम उपलब्ध कराये और सभी लोगों ने उनके द्वारा उपलब्ध कराये गये आमों का स्वाद लिया और उनकी प्रशंसा की। इसके अलावा टीसी उप्रेती की संस्था दीर्घायु ने भी आम उपलब्ध कराये। इस आम उत्सव का आयोजन हिल-मेल द्वारा किया गया। इस आम उत्सव में आने के लिए हिल-मेल ने सभी लोगों का आभार जताया और आशा की कि आने वाले समय में भी ऐसे आयोजन किये जायेंगे और ऐसे आयोजनों में सभी लोगों का सहयोग भी प्राप्त होता रहेगा।
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