कोरोना संकट और लॉकडाउन के इस दौर में उत्तराखंड पुलिस दिन-रात गरीबों, कोरोना संक्रमितों और बेजुबानों की मदद में जुटी हुई है। अपनी जान की फिक्र किए बगैर जवान अपने फर्ज को तरजीह दे रहे हैं। हालांकि अब संक्रमण इन कोरोना योद्धाओं को भी डराने लगा है।
कोरोना वायरस ने बड़ी संख्या में फ्रंटलाइन पर तैनात योद्धाओं को भी अपनी चपेट में लिया है। डॉक्टर, नर्स हों, पुलिसकर्मी या फिर अन्य सुरक्षाकर्मी… लोगों की जान बचाने में अपना फर्ज निभाते हुए इन्हें भी कोरोना का संक्रमण हुआ है। यूपी में एक दिन पहले एक अस्पताल के सीएमएस और मुंबई में डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर की कोरोना के चलते मौत हो गई। मुंबई पुलिस के जवान बड़ी संख्या में कोरोना से संक्रमित हैं। अब तक उत्तराखंड पुलिस इस संक्रमण से बची थी लेकिन आज पहला मामला सामने आया है।
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उत्तराखंड पुलिस का एक कॉन्स्टेबल कोरोना पॉजिटिव मिला है। यह विभाग का पहला केस है। पुलिस विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। एहतियात तो पहले से बरते जा रहे हैं लेकिन अब ड्यूटी के दौरान जवानों को और भी सुरक्षा उपाय करने को कहा गया है। पॉजिटिव पाया गया जवान उत्तराखंड पुलिस की चीता मोबाइल यूनिट में शामिल था।
राज्य के महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अशोक कुमार ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ‘कॉन्स्टेबल की ड्यूटी निरंजनपुर सब्जी मंडी में लगाई गई थी, जो एक कंटेनमेंट जोन है। उन्हें हर रोज वहां जाना पड़ता था।’ अब पुलिस कॉन्स्टेबल के संपर्क में आए लोगों की पहचान कर रही है, जिससे उन्हें अलग कर क्वारंटीन किया जा सके।
किस तरह उत्तराखंड पुलिस के जवान जरूरतमंदों की सेवा में लगे है, देखिए एक झलक…
https://twitter.com/uttarakhandcops/status/1268441450112446464?s=20
बेजुबानों का दर्द बांटती #UttarakhandPolice की महिला जवान चाँदनी
हरिद्वार में तैनात चाँदनी बिष्ट ड्यूटी के बाद हर दिन सड़कों पर भूखे प्यासे घूम रहे जानवरों को अपने हाथों से दूध, पानी व भोजन खिला रही हैं और सड़क पर घायल पड़े जानवरों को दवाईयां देकर निस्वार्थ सेवा भी कर रही हैं। pic.twitter.com/JHalbfmVlR
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) June 3, 2020
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