उत्तराखंड में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मरीज, सरकार ने यूं किया बेड का इंतजाम

उत्तराखंड में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मरीज, सरकार ने यूं किया बेड का इंतजाम

उत्तराखंड में कोरोना के मामले हर रोज डबल डिजिट में आ रहे हैं। सरकार को आशंका है कि आगे भी कुछ समय तक ये संख्या बढ़ सकती है। ऐसे में कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के साथ ही मरीजों की इलाज की व्यवस्था जरूरी है। अब सरकार ने कोरोना मरीजों के लिए बड़ा फैसला किया है।

उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते मामलों और अस्पताल में बढ़ते मरीजों को देखते हुए एक बड़ा फैसला लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने तय किया है कि जिन मरीजों में लक्षण दिखाई नहीं देंगे, उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं किया जाएगा। ऐसे लोगों को कोविड केयर सेंटर में रखा जाएगा। आपको बता दें कि एक दिन पहले एम्स ऋषिकेश से कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के परिवार के 5 सदस्यों को भी लक्षण न दिखाई देने पर घर भेज दिया गया। उनसे होम क्वारंटीन रहने को कहा गया है।

नए आदेश से क्या फायदा समझिए

उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand) ने सभी जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि वे बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों को भर्ती करने के लिए कोविड केयर सेंटर तैयार करें। इससे फायदा यह होगा कि कोविड अस्पतालों में बेड कोरोना के लक्षण वाले मरीजों को दिए जा सकेंगे और बड़ी संख्या में लोगों को भर्ती किया जा सकेगा।

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हालांकि निर्देश में यह भी कहा गया है कि बिना लक्षण वाले मरीजों को कोविड केयर सेंटर में भेजने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ती है तो उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। दरअसल, राज्य में कोरोना के मामले 10 हजार के करीब पहुंच गए हैं। सरकार मानकर चल रही है कि अगले कुछ दिनों तक कोरोना के मामले और बढ़ सकते हैं, ऐसे में तैयारी भी उसी हिसाब से चल रही है।

सरकार ने अब मरीजों को बेड उपलब्ध कराने, इलाज एवं व्यवस्थाओं का प्रबंधन तेज कर दिया है। हर जिले में कोविड केयर सेंटर बनाने का निर्णय उसी की एक कड़ी है। इन सेंटरों में उन मरीजों को भर्ती किया जाएगा, जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं। डॉक्टरों की एक टीम इन मरीजों की लगातार निगरानी करेगी।

सेंटरों से कब होंगे डिस्चार्ज

सेंटरों पर मरीज ठीक हो जाते हैं तो गाइडलाइंस के अनुसार, उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। देहरादून में राजीव गांधी स्टेडियम में 300 बेड क्षमता का केयर सेंटर बनाने का निर्णय लिया गया है। इस पर जल्द ही काम शुरू होने की संभावना है। बताया गया है कि राज्य में अभी तक सामने आए कोरोना मरीजों में से 42 प्रतिशत के करीब बिना लक्षण वाले हैं। इनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं उभरा पर जांच में यह संक्रमित पाए गए।

जानकार बताते हैं कि वायरस ऐसे मरीजों को नुकसान नहीं पहुंचाता पर ये दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं। ऐसे में इन्हें कोविड केयर सेंटर में रखकर मामूली इलाज दिया जाएगा और फिर गाइडलाइन के अनुसार डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।

सरकार की तैयारी की बात करें तो सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने काफी पहले कहा था कि वह 25 हजार लोगों के संक्रमित होने के हिसाब से तैयारी कर रहे हैं। इसमें 5000 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार की तैयारी उसी हिसाब से हुई है।

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