रक्षा राज्य मंत्री को सशस्त्र बलों के लिए डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स ऍप्लिकेशन्स लैबोरेट्री (डीईएएल) द्वारा विकसित उत्पादों और प्रौद्योगिकियों कर प्रदर्शन भी दिखाया गया। इसमें एसडीआर, जी-सैट-6 टर्मिनल, ट्रोपोस्केटर मॉडेम, एचडी-वीएलएफ संचार प्रणाली और रुस्तम-II मेल यूएवी और एईडब्ल्यू एंड सीएस के लिए डेटा लिंक शामिल थे।
रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने शुक्रवार को देहरादून में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की प्रमुख प्रयोगशाला डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स ऍप्लिकेशन्स लैबोरेट्री (डीईएएल) का दौरा किया।
डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स ऍप्लिकेशन्स लैबोरेट्री (डीईएएल) के निदेशक पीके शर्मा ने रक्षा राज्य मंत्री को जारी विभिन्न परियोजनाओं और नियोजित परियोजनाओं के साथ ही प्रयोगशाला द्वारा विकसित उत्पादों की उत्पादन स्थिति तथा उपयोगकर्ताओं की संतुष्टि के बारे में जानकारी दी। इस दौरान श्री जय भट्ट ने डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स ऍप्लिकेशन्स लैबोरेट्री (डीईएएल) की गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की और स्थानीय रक्षा विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड में निजी उत्पादन इकाइयों को प्रोत्साहित करने तथा डीआरडीओ द्वारा विकसित उत्पादों की इंडक्शन नीति पर भी कई सुझाव दिए।
रक्षा राज्य मंत्री को सशस्त्र बलों के लिए डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स ऍप्लिकेशन्स लैबोरेट्री (डीईएएल) द्वारा विकसित उत्पादों और प्रौद्योगिकियों कर प्रदर्शन भी दिखाया गया। इसमें एसडीआर, जी-सैट-6 टर्मिनल, ट्रोपोस्केटर मॉडेम, एचडी-वीएलएफ संचार प्रणाली और रुस्तम-II मेल यूएवी और एईडब्ल्यू एंड सीएस के लिए डेटा लिंक शामिल थे।
अजय भट्ट ने अत्याधुनिक संचार और निगरानी प्रणाली तथा प्रौद्योगिकियों के विकास में प्रयोगशाला के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कोविड-19 संबंधित सहायता, प्राकृतिक आपदाओं के दौरान संचार सहायता, इंजीनियरिंग स्नातकों और स्नातकोत्तरों को इंटर्नशिप प्रदान करने, विश्वविद्यालयों के साथ वेबिनार आयोजित करने और प्रयोगशाला द्वारा विकसित उत्पादों के प्रदर्शन सहित विभिन्न अवसरों पर आम जनता के लिए प्रदर्शन समेत सामाजिक जिम्मेदारियों के लिए डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स ऍप्लिकेशन्स लैबोरेट्री (डीईएएल) के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने प्रयोगशाला परिसर में एक पौधा भी लगाया।
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