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विश्वविद्यालय में स्वामी विवेकानन्द की 163वीं जयंती के शुभ अवसर पर युवाओं को प्रेरित करने के उद्देश्य से 20वीं राष्ट्रीय युवा 2025 संगोष्ठी ‘मंथन’ का आयोजन यूनिवर्सिटी सेंटर नाहेप भवन में किया गया। संगोष्ठी का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान द्वारा पद्मश्री डॉ. जे.के. बजाज, मुख्य अतिथि एवं अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में किया गया।
READ MOREयुवाओं को किसी भी देश के विकास के लिए रीढ़ की हड्डी माना जाता है जैसे शरीर की रीढ़ खराब हो जाए तो शरीर का सीधे खड़ा नहीं हो सकता ठीक उसी तरह अगर देश के युवा गलत रास्ते पर चलने लगे तो देश के विकास में कई रोकावटें आ जाती है। देश के विकास के लिए युवा वर्ग की मानसिकता का अच्छा होना बेहद जरूरी है।
READ MOREस्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को एक बंगाली परिवार में हुआ था। उनका मूल नाम नरेंद्रनाथ दत्ता था। उनके पिता विश्वनाथ दत्ता कलकत्ता उच्च न्यायालय में वकील थे और उनकी मां भुवनेश्वर दत्ता एक गृहिणी थी।
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विश्वविद्यालय में स्वामी विवेकानन्द की 163वीं जयंती के शुभ अवसर पर युवाओं को प्रेरित करने के उद्देश्य से 20वीं राष्ट्रीय युवा 2025 संगोष्ठी ‘मंथन’ का आयोजन यूनिवर्सिटी सेंटर नाहेप भवन में किया गया। संगोष्ठी का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान द्वारा पद्मश्री डॉ. जे.के. बजाज, मुख्य अतिथि एवं अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में किया गया।
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