[fvplayer id=”10″]
सबसे अहम है कि चर्चा का केंद्र बनी लैंसडाउन, डोईवाला, चौबट्टाखाल, रामनगर और सल्ट विधानसभा सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किए गए हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि लंबी जद्दोजहद के बाद पार्टी में वापसी करने वाले हरक सिंह को डोईवाला या चौबट्टाखाल में से किसी सीट से लड़ाया जा सकता है। वहीं लैंसडाउन से उनकी बहू अनुकृति गुसाईं को टिकट दिया जा सकता है।
READ MOREलंबे समय से अपनी बहू अनुकृति गुसाईं के लिए टिकट मांग रहे हरक सिंह कई बार बगावती तेवर दिखा चुके थे। वह अपनी बहू को लैंसडाउन विधानसभा से मैदान में उतारना चाह रहे थे। इसके साथ ही अपनी कोटद्वार विधानसभा सीट बदलने का भी दबाव बना रहे थे। यही नहीं उन्होंने कोटद्वार के बदले में डोईवाला, रुद्रप्रयाग समेत पांच सीटों का विकल्प पार्टी को दिया था।
READ MOREसोमवार को हरक सिंह के कांग्रेस में शामिल होने की सूचना लगभग कंफर्म है। अपने लिए दो तय सीटों की शर्त पर वह भाजपा से कुछ और विधायकों को तोड़कर कांग्रेस में ले जा रहे हैं। फौरी तौर पर हरक का यह दांव भाजपा के लिए बड़ा झटका लग रहा है। इससे चुनाव से ऐन पहले पार्टी का मोमेंटम निश्चित तौर पर बिगड़ेगा।
READ MORE[fvplayer id=”10″]
सबसे अहम है कि चर्चा का केंद्र बनी लैंसडाउन, डोईवाला, चौबट्टाखाल, रामनगर और सल्ट विधानसभा सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किए गए हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि लंबी जद्दोजहद के बाद पार्टी में वापसी करने वाले हरक सिंह को डोईवाला या चौबट्टाखाल में से किसी सीट से लड़ाया जा सकता है। वहीं लैंसडाउन से उनकी बहू अनुकृति गुसाईं को टिकट दिया जा सकता है।
READ MOREलंबे समय से अपनी बहू अनुकृति गुसाईं के लिए टिकट मांग रहे हरक सिंह कई बार बगावती तेवर दिखा चुके थे। वह अपनी बहू को लैंसडाउन विधानसभा से मैदान में उतारना चाह रहे थे। इसके साथ ही अपनी कोटद्वार विधानसभा सीट बदलने का भी दबाव बना रहे थे। यही नहीं उन्होंने कोटद्वार के बदले में डोईवाला, रुद्रप्रयाग समेत पांच सीटों का विकल्प पार्टी को दिया था।
READ MORE