कोरोना अब उत्तराखंड में अपना विकराल रूप दिखाने लगा है। एक दिन में ही 100 से ज्यादा मरीज आने लगे हैं। एक बार तो यह आंकड़ा 200 को पार कर गया। ऐसे में संक्रमित मरीजों से जिलेवार संक्रमण दर की सूची बनी है, जिसमें टिहरी में यह दर सबसे ज्यादा है।
उत्तराखंड में प्रवासियों के लौटने के साथ ही कोरोना के मामले भी बढ़ रहे हैं। जिस रफ्तार से संक्रमण की दर बढ़ रही है, उससे प्रशासन भी सतर्क है। हाल में पूरा प्रदेश ऑरेंज जोन में था पर बाद में नैनीताल जिला रेड जोन में आ गया। पहाड़ों के लोग पहले काफी राहत महसूस कर रहे थे लेकिन अब प्रदेश के सभी जिलों में संक्रमण पहुंच चुका है। चिंता की बात तो यह है कि पहाड़ी जिलों में मैदानी इलाकों से ज्यादा संक्रमण दर देखा जा रहा है।
संक्रमण दर के हिसाब से जिलों की स्थिति देखें तो प्रदेश में टिहरी 11.99 प्रतिशत के साथ लिस्ट में सबसे ऊपर है। इसके बाद अल्मोड़ा 8.13 और नैनीताल का नंबर 8.03 प्रतिशत के साथ आता है।
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अब तक दूसरे राज्यों से एक लाख 80 हजार प्रवासी उत्तराखंडी वापस आ चुके हैं। सरकार ने रेलवे स्टेशनों एवं अन्य जगहों पर जांच की व्यवस्था की है पर कोरोना को पहाड़ों तक पहुंचने से रोका नहीं जा सका। माना जा रहा है कि अब ज्यादा लोग लौटने के इच्छुक नहीं है।
इन सबके बीच अच्छी खबर यह है कि कोरोना से जंग जीतकर अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे में एसटीएच से कुमाऊं के 41 मरीज डिस्चार्ज किए गए।
आपके जिले में कितनी संक्रमण की दर
गढ़वाल में टिहरी और कुमाऊं में अल्मोड़ा में संक्रमण की दर सबसे ज्यादा है। टिहरी में 642 टेस्ट हुए और 77 लोग पॉजिटिव आए और इस तरह से 11.99 संक्रमण की दर रही। इसी प्रकार से अल्मोड़ा में 775 टेस्ट में से 63 पॉजिटिव आए और दर 8.13 प्रतिशत थी। नैनीताल में 8.03 प्रतिशत, चंपावत में 7.67 प्रतिशत, बागेश्वर में 6.67 प्रतिशत, पौड़ी में 6.43 प्रतिशत, पिथौरागढ़ में 4.57, ऊधमसिंह नगर में 2.20, हरिद्वार में 2.43 प्रतिशत और देहरादून में 2.33 प्रतिशत संक्रमण की दर है।
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