राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने जोशीले अंदाज में उत्तराखंड के सैनिकों की जमकर तारीफ की, वही सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने उत्तराखंड को सैनिकों की धरती बताकर उत्तराखंड की माटी को नमन किया साथ ही सैन्यधाम की अमर ज्योति स्थापना के लिए निमंत्रण पर उत्तराखंड की जनता और मंत्री गणेश जोशी का आभार व्यक्त किया।
देहरादून की गुनियाल गांव में निर्माणाधीन सैन्यधाम में अमर ज्योति की स्थापना की गई जिसमें उत्तराखंड के शहीदों के घर के आंगन की मिट्टी को सम्मिलित किया गया। कई महीनों से सैन्यधाम के लिए शहीदों के आंगन की पवित्र मिट्टी को लाया जा रहा था। 1,734 वीर शहीदों के आंगन की मिट्टी को अमर ज्योति के कुंड में स्थापित किया गया साथ ही उत्तराखंड की 28 पवित्र नदियों से पवित्र जल लाया गया जिसका आचमन करने के बाद कार्यक्रम में उपस्थित उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह, सीडीएस जनरल अनिल चौहान, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी सहित तमाम सैनिकों वह शहीदों की माता एवं बहनों ने इस पवित्र मिट्टी व जल को अमर ज्योति में विस्थापित किया।
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने जोशीले अंदाज में सैन्य धाम उत्तराखंड के सैनिकों की जमकर तारीफ की वही सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने उत्तराखंड को सैनिकों की धरती बताकर उत्तराखंड की माटी को नमन किया साथ ही सैन्यधाम की अमर ज्योति स्थापना के लिए निमंत्रण पर उत्तराखंड की जनता वह मंत्री गणेश जोशी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भविष्य में देश की सेना में कौन से नौजवान जाएंगे इसके लिए बेहद ज़रूरी है की हम आज अपने वेटरन्स और शहीदों का कैसे सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि सैन्यधाम में 1,734 वीर शहीदों के घरों की मिट्टी और 28 नदियों के जल का भी अर्पण किया गया। उत्तराखंड चारधाम के साथ साथ गंगा जमुना का भी यहां वास है। अब उत्तराखंड सैन्य धाम के नाम से जाना जाएगा।
जनरल अनिल चौहान ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की इंडियन नेशनल आर्मी में 23,000 सैनिकों में 2,300 सैनिक उत्तराखंड से थे और आईएनए से पहले शहीद का सम्मान गढ़वाली सैनिक के नाम है।
इससे पहले सैन्यधाम में अमर जवान ज्योति के लिए 28 पवित्र नदियों का जल कलशों में देहरादून लाया गया। जल संग्रहण यात्रा का देहरादून स्थित घंटाघर पहुंचने पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट सहित कई लोगों ने पुष्प वर्षा से भव्य स्वागत किया।
इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा, पवित्र जल को अमर जवान ज्योति के मुख्य स्तंभ की आधारशिला में अर्पित किया जाएगा। उन्होंने कहा, पूरे देश के विभिन्न स्मारकों का अध्ययन करने के बाद सैन्यधाम का निर्माण किया जा रहा है। भारतीय सेना में जिन दो सैनिकों की पूजा होती है, बाबा हरभजन सिंह और बाबा जसवंत सिंह, उनके मंदिर भी सैन्यधाम में बनाए जा रहे हैं।
इस अवसर पर वीर नारी चित्रा देवी ने कहा कि हमारे परिवार को इस सरकार में सम्मान मिला है मेरे पति 1971 की लड़ाई में शहीद हो गए। उन्होंने कहा कि मेरे पति को ज्वाइन हुए सिर्फ 11 दिन हुए थे और वह वीरगति को प्राप्त हो गये थे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को तो पेट्रोल पंप मिला लेकिन हमें कुछ नही मिला।
कार्यक्रम के पश्चात सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने तमाम उत्तराखंड की वीरांगनाओं शहीदों की माताओं बहनों साथ ही कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल गुरमीत सिंह और सीडीएस जनरल अनिल चौहान को धन्यवाद ज्ञापित किया और शनिधाम को पांचवे धाम के रूप में स्थापित करना और निर्माण कार्य को भी जल्द पूरा करने का वायदा किया। सैनिक बाहुल्य उत्तराखंड में सैन्यधाम का निर्माण लोगों की भावनाओं से भी जुड़ा हुआ है। सरकार चाहती है कि 2024 से पहले सैन्यधाम बनकर तैयार हो जाये।
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