CM त्रिवेंद्र का निर्देश, कोरोना संक्रमण के लिहाज से अगले 10 दिन अहम…एहतियात बरतें

CM त्रिवेंद्र का निर्देश, कोरोना संक्रमण के लिहाज से अगले 10 दिन अहम…एहतियात बरतें

उत्तराखंड में अब तक अलग-अलग राज्यों से 1.54 लाख लोग आ चुके हैं। उत्तराखंड आने के लिए 2.47 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया है। आने वाले समय में कोविड केयर चिकित्सालय में पर्याप्त व्यवस्थाओं के साथ ही क्वारंटीन सेंटर में भी पर्याप्त सुविधाओं पर है सरकार को जोर।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के लिहाज से उत्तराखंड के लिए आने वाले 10 दिन काफी अहम होंगे, ऐसे में हमें एहतियात बरतनी होगी। यह संयम से रहने और काम करने का समय है। उन्होंने कहा, विभिन्न राज्यों से प्रवासियों के आने से कोरोना पॉजिटिव केस बढ़ रहे हैं। अपने लोगों को लाने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है। सरकार को पहले से ही अनुमान था कि बाहर से लोगों को लाने पर कोरोना केस बढेंगे इसलिए सरकार पहले से ही तैयारियों में जुटी है। उन्होंने कहा कि सरकार हर परिस्थिति से लड़ने और निपटने के लिए तैयार तथा सक्षम है। यहां सर्किट हाउस में अधिकारियों की एक बैठक में उन्होंने यह बात कही।

क्वारंटीन के नियमों का सख्ती से कराया जाए पालन

मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारंटीन किए गए व्यक्ति नियमों का पालन करें, जो क्वारंटीन नियमों का पालन नहीं करते हैं, उनसे सख्ती से पालन करवाया जाए। उन्होंने कहा कि संक्रमण का दौर है, सभी अपनी जिम्मेदारियों को समझें और इस लडाई मे सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने नैनीताल जिले में कोविड -19 मे किए जा रहे कार्यों एवं व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आधुनिकतम उपकरणों की व्यवस्था कर रही है। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सुशीला तिवारी चिकित्सालय को और अन्य उपकरणों और संसाधनों की आवश्यकता हो उसकी मांग तत्काल शासन को उपलब्ध कराएं, ताकि व्यवस्था की जा सके। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग हमारी फ्रंट लाइन वॉरियर टीम है, इसलिए स्वास्थ्यकर्मी सहज और सक्रिय रहकर कार्य करें। उन्होंने कहा मेडिकल वेस्ट का नियमानुसार डिस्पोज किया जाए। उन्होने इस संक्रमण काल मे आईएमए द्वारा दिए जा रहे सहयोग की सराहना की। साथ ही कहा कि प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा रात-दिन तत्परता के साथ जो सेवाएं दी जा रही है, वह प्रशंसनीय है।

क्वारंटीन में 10 दिन रिपोर्ट नेगेटिव आए तो घर भेजें

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्हें क्वारंटीन किया गया है, अगर अगले 10 दिन तक उनकी रिपोर्ट नगेटिव आने के साथ ही उनमें दूसरे लक्षण भी नहीं दिखते हैं, तो ऐसे लोगों को घर भी भेजा जा सकता है। कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य एवं सांसद अजय भट्ट ने कहा, बाहर से आने वाले प्रवासियों से अपील की है कि वे क्वारंटीन के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करें। उन्होंने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता प्रत्येक आम नागरिक को बचाने की है।

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1.54 लाख लोग लौट चुके हैं उत्तराखंड

मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि राज्य में अब तक 1.54 लाख लोग आ चुके हैं। जबकि देश के विभिन्न हिस्सों से उत्तराखंड आने के लिए 2.47 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया है। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रांतों से लोगों का आना बढ़ रहा है इसलिए आने वाले समय में कोविड केयर चिकित्सालय में पर्याप्त व्यवस्थाओं के साथ ही क्वारंटीन सेंटर में भी पर्याप्त व्यवस्थाएं रखी जाएं। उन्होंने कहा कि होम एवं संस्थागत क्वारंटीन किए गए व्यक्तियां की नियमित चैकिंग की जाए तथा क्वारंटीन का पालन कराया जाए, जो क्वारंटीन नियमों का पालन नहीं करता है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने क्वारंटीन सेंटर और स्टेजिंग एरिया में साफ सफाई व्यवस्था, सैनेटाइजेशन आदि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिए हैं।

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नैनीताल में प्रशासन ने की है बड़ी तैयारी

जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों का स्वास्थ विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरांत ही उन्हें होम अथवा संस्थागत क्वारंटीन किया जा रहा है। उन्होंने जिले में प्रवासियों के सर्विलांस, स्कैनिंग, स्वास्थ्य परीक्षण एवं क्वारंटीन पर नजर रखने के लिए जिले में 27 आईडीएसपी टीमें, 84 वीआरटी, 126 सीआरटी, 30 आरआरटी की टीमें लगाई गई हैं, जो सतत् निगरानी कर रही हैं। बंसल ने बताया कि एसटीएच को कोविड चिकित्सालय बनाया गया है चिकित्सालय मे 337 बैड आईसीयू, 220 बैड कोरोना पॉजिटिव हेतु, 85 आईसोलेशन बैड तथा 35 बैड वेंटिलेटर के लिए बनाए गए हैं। कोरोना महामारी के दौरान गंभीर बीमारी के उपचार हेतु 6 प्राइवेट चिकित्सालय भी अधिगृहित किए गए हैं, जिनमें सरकारी अथवा आयुष्मान दरों पर ही इलाज किया जा रहा है अभी तक 20 गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों का इलाज किया जा चुका है। जनपद में 121 क्वारंटीन सेंटर शहरीय व ग्रामीण इलाकों मे संचालित है। बंसल ने बताया कि अभी तक जनपद मे 20465 पास जारी किए गए हैं। विभागीय निर्माण कार्य शुरू कर दिए गए हैं। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों मे 7921 प्रवासी पहुचे हैं, जिसमें से 5493 प्रवासी को होम क्वारंटीन व 2428 को संस्थागत क्वारंटीन किया गया है। जबकि शहरों मे 6479 प्रवासी विभिन्न राज्यों से पहुंचे हैं। समीक्षा बैठक मे मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह तथा वित्त एवं स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी भी मौजूद थे।

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